राजा सुलेमान मिलन-शिविर की पीतल की वेदी के पास प्रभु के सम्मुख गया। उसने वेदी पर अग्नि-बलि में एक हजार पशु चढ़ाए।
2 इतिहास 15:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जो पशु उन्होंने शत्रुओं से लूटे थे, उनमें से सात सौ बछड़ों और सात हजार भेड़ों की बलि उसी दिन प्रभु को चढ़ाई। पवित्र बाइबल उस समय उन्होंने यहोवा को सात सौ बैलों और सात हज़ार भेड़ों और बकरों की बलि दी। आसा की सेना ने उन जानवरों और अन्य बहुमूल्य चीज़ों को अपने शत्रुओं से लिया था। Hindi Holy Bible और उसी समय उन्होंने उस लूट में से जो वे ले आए थे, सात सौ बैल और सात हजार भेड़-बकरियां, यहोवा को बलि कर के चढ़ाई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसी समय उन्होंने उस लूट में से जो वे ले आए थे, सात सौ बैल और सात हज़ार भेड़–बकरियाँ, यहोवा को बलि करके चढ़ाईं। सरल हिन्दी बाइबल उस दिन उन्होंने याहवेह के लिए सात सौ बैलों और सात हज़ार भेड़ों की बलि चढ़ाई. ये सभी पशु वे युद्ध में लूटकर लाए थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसी समय उन्होंने उस लूट में से जो वे ले आए थे, सात सौ बैल और सात हजार भेड़-बकरियाँ, यहोवा को बलि करके चढ़ाईं। |
राजा सुलेमान मिलन-शिविर की पीतल की वेदी के पास प्रभु के सम्मुख गया। उसने वेदी पर अग्नि-बलि में एक हजार पशु चढ़ाए।
अत: प्रभु ने राजा आसा और यहूदा प्रदेश की सेना के सम्मुख इथियोपियाई सेना को पराजित कर दिया। इथियोपियाई सेना सिर पर पैर रखकर भागी।
ये सब आसा के राज्य-काल के पन्द्रहवें वर्ष के तीसरे महीने में राजधानी यरूशलेम में एकत्र हुए।
राजा सुलेमान ने बलि में प्रभु को बाईस हजार बछड़े और एक लाख बीस हजार भेड़ें चढ़ाईं। इस प्रकार राजा और सब इस्राएली लोगों ने परमेश्वर के भवन को उस की महिमा के लिए अर्पित किया।
जो सोने के आभूषण हमें प्राप्त हुए हैं, बाजूबन्द, कड़े, अंगूठियाँ, बालियाँ और हार, उन्हें हम प्रभु के सम्मुख अपने प्रायश्चित्त हेतु प्रभु-अर्पित चढ़ावे में चढ़ाने के लिए लाए हैं।’
शाऊल ने उत्तर दिया, ‘मेरे सैनिक उनको अमालेकियों के पास से लाए हैं। उन्होंने तुम्हारे प्रभु परमेश्वर को बलि चढ़ाने के लिए अच्छी भेड़-बकरियों और गाय-बैलों को बचा लिया। हमने शेष पशुओं को पूर्णत: नष्ट कर दिया।’
किन्तु सैनिकों ने तुम्हारे प्रभु परमेश्वर को गिलगाल में बलि चढ़ाने के उद्देश्य से लूट में से भेड़-बकरियाँ, गाय-बैल और वे सर्वोत्तम वस्तुएँ ले लीं, जिनको प्रभु के नाम पर अर्पित कर पूर्णत: नष्ट करना था।’