अब्राहम ने उस स्थान का नाम, ‘प्रभु प्रबन्ध करता है’ रखा। इसलिए आज तक यह कहा जाता है : ‘प्रभु के पहाड़ पर कोई प्रबन्ध होगा।’
1 शमूएल 7:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शमूएल ने एक पत्थर लिया, और उसको मिस्पाह और यशाना नगर के मध्य प्रतिष्ठित किया। उसने उसका नाम ‘एबन-एजर’ रखा। उसने कहा, ‘प्रभु ने इस स्थान तक हमारी सहायता की।’ पवित्र बाइबल इसके बाद, शमूएल ने एक विशेष पत्थर स्थापित किया। उसने यह इसलिऐ किया कि लोग याद रखें कि परमेश्वर ने क्या किया। शमूएल ने पत्थर को मिस्पा और शेन के बीच रखा। शमूएल ने पत्थर का नाम “सहायता का पत्थर” रखा। शमूएल ने कहा, “यहोवा ने लगातार पूरे रास्ते इस स्थान तक हमारी सहायता की।” Hindi Holy Bible तब शमूएल ने एक पत्थर ले कर मिस्पा और शेन के बीच में खड़ा किया, और यह कहकर उसका नाम एबेनेज़ेर रखा, कि यहां तक यहोवा ने हमारी सहायता की है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब शमूएल ने एक पत्थर लेकर मिस्पा और शेन के बीच में खड़ा किया, और यह कहकर उसका नाम एबेनेज़ेर रखा, “यहाँ तक यहोवा ने हमारी सहायता की है।” सरल हिन्दी बाइबल मिज़पाह तथा शेन नामक स्थानों के मध्य शमुएल ने इस घटना की स्मारक स्वरूप, एक शिला लेकर वहां प्रतिष्ठित कर उसे एबेन-एज़र नाम दिया; क्योंकि उन्होंने यह गवाह दिया, “अब तक याहवेह ने हमारी सहायता की है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब शमूएल ने एक पत्थर लेकर मिस्पा और शेन के बीच में खड़ा किया, और यह कहकर उसका नाम एबेनेजेर रखा, “यहाँ तक यहोवा ने हमारी सहायता की है।” |
अब्राहम ने उस स्थान का नाम, ‘प्रभु प्रबन्ध करता है’ रखा। इसलिए आज तक यह कहा जाता है : ‘प्रभु के पहाड़ पर कोई प्रबन्ध होगा।’
याकूब ने उस स्थान पर, जहाँ परमेश्वर ने उससे बातें की थीं, पत्थर का एक स्तम्भ खड़ा किया। उसने उस पर ‘पेयबलि’ उण्डेली। उसने उस पर तेल भी उण्डेला।
हे परमेश्वर, तू मेरी युवावस्था से मुझे सिखाता रहा है, अब भी मैं तेरे अद्भुत कार्यों को घोषित करता हूँ।
जन्म से मैं ने तेरा सहारा लिया; वह तू ही था, जिसने मेरी माँ के गर्भ से मुझे निकाला था। मैं निरन्तर तेरा गुणगान करूंगा।
उस दिन मिस्र देश में प्रभु के नाम की एक वेदी होगी, और मिस्र देश की सीमा पर प्रभु के नाम का एक स्तम्भ होगा।
किन्तु मैं परमेश्वर की सहायता से आज तक दृढ़ रहा और छोटे-बड़े, सब के सामने साक्षी देता रहा। जिन बातों के विषय में नबियों ने और मूसा ने भविष्यवाणी की है, उन से अधिक मैं कुछ नहीं कहता।
उसने हमें उस महान् मरण-संकट से बचाया और वह ऐसा ही करता रहेगा। उसी पर हमारी यह आशा आधारित है कि वह भविष्य में भी हमें बचायेगा।
यहोशुअ ने यर्दन नदी के मध्य उस स्थान पर, जहां विधान की मंजूषा वहन करनेवाले पुरोहितों ने पैर रखे थे, बारह पत्थर प्रतिष्ठित किए (वे आज भी वहां हैं)।
शाऊल ने प्रभु के लिए एक वेदी का निर्माण किया। यही प्रथम वेदी थी, जो उसने प्रभु के लिए निर्मित की थी।
शमूएल की चर्चा समस्त इस्राएली देश में फैल गई। उस समय एली बहुत वृद्ध हो गया था। उसके पुत्र अपने ही मार्ग पर चल रहे थे। पर उनका मार्ग प्रभु की दृष्टि में कुमार्ग था। उन्हीं दिनों में यह घटना घटी। पलिश्ती सेना इस्राएलियों से युद्ध करने के लिए एकत्र हुई। अत: इस्राएली पलिश्तियों का सामना करने के लिए नगर से बाहर निकले। उन्होंने एबन-एजर में पड़ाव डाला और पलिश्ती सेना ने अपेक में पड़ाव डाला।
पलिश्तियों ने परमेश्वर की मंजूषा पर कब्जा कर लिया। वे मंजूषा को एबन-एजर नगर से अश्दोद नगर ले गए।
इस्राएली सैनिकों ने मिस्पाह से बाहर निकलकर पलिश्ती सेना का पीछा किया। उन्होंने पलिश्तियों को बेत-कार नगर के निकट तक मारा।