दाऊद ने उससे कहा, ‘तुमने प्रभु के अभिषिक्त राजा का वध करने के लिए उस पर हाथ उठाया, और तुम नहीं डरे?’
1 शमूएल 10:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शमूएल ने तेल की एक कुप्पी ली। उसने तेल को शाऊल के सिर पर उण्डेला। तत्पश्चात् उसने उसका चुम्बन लिया और कहा, ‘प्रभु ने अपने निज लोग इस्राएलियों के अगुए के रूप में तुम्हारा अभिषेक किया है। तुम प्रभु के निज लोगों पर शासन करोगे। तुम उन्हें उनके चारों ओर के शत्रुओं के हाथ से बचाओगे। प्रभु ने अपनी निज सम्पत्ति पर शासन करने के लिए अगुए के रूप में तुम्हारा अभिषेक किया है, इस बात का तुम्हारे लिए ये चिह्न होंगे : पवित्र बाइबल शमूएल ने विशेष तेल की एक कुप्पी ली। शमूएल ने तेल को शाऊल के सिर पर डाला। शमूएल ने शाऊल को चुम्बन किया और कहा, “यहोवा ने तुम्हारा अभिषेक अपने लोगों का प्रमुख बनाने के लिये किया है। तुम यहोवा के लोगों पर नियन्त्रण करोगे। तुम उन्हें उन शत्रुओं से बचाओगे जो उनको चारों ओर से घेरे हैं। यहोवा ने तुम्हारा अभिषेक (चुनाव) अपने लोगों का शासक होने के लिये किया है। एक चिन्ह प्रकट होगा जो प्रमाणित करेगा कि यह सत्य है। Hindi Holy Bible तब शमूएल ने एक कुप्पी तेल ले कर उसके सिर पर उंडेला, और उसे चूमकर कहा, क्या इसका कारण यह नहीं कि यहोवा ने अपने निज भाग के ऊपर प्रधान होने को तेरा अभिषेक किया है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब शमूएल ने एक कुप्पी तेल लेकर उसके सिर पर उंडेला, और उसे चूमकर कहा, “क्या इसका कारण यह नहीं कि यहोवा ने अपने निज भाग के ऊपर प्रधान होने को तेरा अभिषेक किया है? सरल हिन्दी बाइबल और शमुएल ने ज़ैतून के तेल से भरी एक शीशी निकाली, और वह तेल शाऊल के सिर पर उंडेल दिया. तब उन्होंने शाऊल का चुंबन लेते हुए उनसे कहा, “याहवेह ने अपनी मीरास इस्राएल का अगुआ होने के लिए तुम्हारा अभिषेक किया है! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब शमूएल ने एक कुप्पी तेल लेकर उसके सिर पर उण्डेला, और उसे चूमकर कहा, “क्या इसका कारण यह नहीं कि यहोवा ने अपने निज भाग के ऊपर प्रधान होने को तेरा अभिषेक किया है? |
दाऊद ने उससे कहा, ‘तुमने प्रभु के अभिषिक्त राजा का वध करने के लिए उस पर हाथ उठाया, और तुम नहीं डरे?’
तत्पश्चात् सब लोगों ने यर्दन नदी पार की। राजा दाऊद भी उस पार गया। राजा ने बर्जिल्लय का चुम्बन लिया, और उसे आशीर्वाद दिया। तब बर्जिल्लय अपने निवास-स्थान को लौट गया।
हम इस्राएल प्रदेश के शान्तिप्रिय और विश्वसनीय लोग हैं। आप हमारे इस नगर को, जो इस्राएल प्रदेश का महानगर है, नष्ट करने का प्रयत्न कर रहे हैं। आप प्रभु की मीरास को क्यों निगलना चाहते हैं?’
पहले भी, जब शाऊल हमारे राजा थे, आप ही इस्राएली सेना को युद्ध में ले जाने और वापस लाने में उसका नेतृत्व करते थे। प्रभु ने आप से कहा है, “तू मेरे निज लोग, इस्राएलियों का मेषपाल होगा। तू ही इस्राएली राष्ट्र का अगुआ होगा।” ’
वहां पुरोहित सादोक और नबी नातान सुलेमान को इस्राएली राष्ट्र का राजा अभिषिक्त करेंगे। तत्पश्चात् तुम लोग नरसिंगा फूंकना, और कहना, “महाराज सुलेमान अमर हों!”
इस्राएल प्रदेश के लोगों में जिन सात हजार व्यक्तियों ने बअल देवता की मूर्ति के सम्मुख घुटने नहीं टेके, और न मूर्ति का चुम्बन लिया, उनको मैं शेष रहने दूंगा।’
‘लौट, और मेरे निज लोगों के अगुए, राजा हिजकियाह से यह कह : “तेरे पूर्वज दाऊद का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : मैंने तेरी प्रार्थना सुनी, और तेरे आंसू देखे। देख, मैं तुझे स्वस्थ करूंगा। तू तीसरे दिन मेरे भवन को जाएगा।
एलीशा ने नबी-संघ में से एक नबी को बुलाया। उन्होंने उससे यह कहा, ‘तुम जाने के लिए तैयार हो जाओ। अपने हाथ में तेल की यह कुप्पी लो, और रामोत-गिलआद नगर को जाओ।
परन्तु दरबारियों ने उसे विवश किया, ‘यह झूठ है। अब हमें सच बात बताओ।’ येहू बोला, ‘उसने मुझसे जो भी कहा, वह यह है : “प्रभु यों कहता है : मैं तुझको इस्राएलियों का राजा अभिषिक्त करता हूं।” ’
ऐसा न हो कि प्रभु क्रुद्ध हो, और तुम मार्ग में ही नष्ट हो जाओ, क्योंकि उसका क्रोध तुरन्त भड़कता है। धन्य हैं वे सब, जो प्रभु की शरण में आते हैं।
मेमनों और भेड़ों की रखवाली करने से उसे निकाल लिया, कि वह उसकी प्रजा याकूब का उसकी मीरास इस्राएल का मेषपाल बने।
‘तू उत्तम मसाले लेना : साढ़े पांच किलो द्रव रूप में गन्धरस, उसका आधा अर्थात् पौने तीन किलो सुगन्धित दारचीनी, पौने तीन किलो सुगन्धित अगर,
किन्तु ‘याकूब का निज भाग’ ऐसा नहीं है। उसने ही सबको गढ़ा है, इस्राएल उसके उत्तराधिकार का कुल है; प्रभु, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, उसका नाम है।
यों मैंने तुझे सोने-चांदी के आभूषणों से सजा दिया। तेरे वस्त्र सूती मलमल और रेशम के थे, जिन पर कसीदा काढ़ा गया था। तू मैदे की रोटी, तथा शहद और तेल में पका भोजन खाती थी। तू अत्यन्त सुन्दर और रानी बनने के योग्य हो गई।
एफ्रइम राज्य के लोग अब भी अधिकाधिक पाप कर रहे हैं। वे अपने लिए देवताओं की मूर्तियाँ ढाल रहे हैं। ये चांदी की मूर्तियाँ कलात्मक ढंग से गढ़ी गई हैं, ये कारीगरी का उत्तम नमूना हैं। लोग कहते हैं ‘इन मूर्तियों के सम्मुख बलि चढ़ाओ।’ वे बछड़े की मूर्तियों को चूमते हैं।
तब उन्होंने अपने लिए एक राजा की माँग की और परमेश्वर ने उनके लिए बिन्यामिन कुल में उत्पन्न कोश के पुत्र शाऊल को नियुक्त किया, जो चालीस वर्ष तक राज्य करता रहा।
परमेश्वर, जिसके कारण और जिसके द्वारा सब कुछ होता है, बहुत-से पुत्र-पुत्रियों को महिमा तक ले जाना चाहता था। इसलिए यह उचित था कि वह उन सब की मुक्ति के प्रवर्तक को, अर्थात् येशु को दु:खभोग द्वारा पूर्ण सिद्ध बनाए।
जब मेमना पुस्तक ले चुका, तब चार प्राणी तथा चौबीस धर्मवृद्ध मेमने के सामने गिर पड़े। प्रत्येक धर्मवृद्ध के हाथ में वीणा थी और धूप से भरे स्वर्ण पात्र भी-ये सन्तों की प्रार्थनाएँ हैं।
मैं तुम्हारे सामने प्रस्तुत हूँ : प्रभु और उसके अभिषिक्त राजा के सम्मुख साक्षी दो। मैंने किस व्यक्ति का बैल लिया? मैंने किस व्यक्ति का गधा लिया? मैंने किस व्यक्ति का दमन अथवा उस पर अत्याचार किया? क्या मैंने कभी किसी के हाथ से घूस ली? यदि तुम्हारी साक्षी सच होगी तो मैं उसको तुम्हें लौटा दूँगा।’
अब तुम्हारा राज्य स्थिर नहीं रहेगा। प्रभु ने अपने हृदय के अनुरूप एक पुरुष को खोज लिया है। उसने अपने लोगों पर शासन करने के लिए अगुए के रूप में उसे नियुक्त कर लिया है; क्योंकि तुमने उस आज्ञा का पालन नहीं किया, जो प्रभु ने तुम्हें दी थी।’
शमूएल ने शाऊल से कहा, ‘प्रभु ने मुझे भेजा था कि मैं तुम्हें प्रभु के निज लोग इस्राएलियों का राजा अभिषिक्त करूँ। अब तुम प्रभु के ये वचन सुनो।
शमूएल ने कहा, ‘यद्यपि तुम स्वयं अपनी दृष्टि में छोटे हो, तथापि क्या तुम इस्राएली कुलों के नेता नहीं हो? प्रभु ने तुम्हें इस्राएली लोगों पर राजा अभिषिक्त किया।
प्रभु ने शमूएल से कहा, ‘जब मैंने शाऊल को इस्राएलियों के राजा के रूप में अस्वीकार कर दिया है, तब तू कब तक शाऊल के लिए शोक करता रहेगा? कुप्पी में तेल भर और चल। मैं तुझे बेतलेहम नगर के रहने वाले यिशय के पास भेजूँगा। मैंने उसके पुत्रों में से एक को अपने लिए राजा निश्चित किया है।’
तब शमूएल ने कुप्पी का तेल लिया, और उससे भाइयों के मध्य में दाऊद का अभिषेक किया। प्रभु का आत्मा अतिवेग से दाऊद पर उतरा, और उस दिन से वह उसमें निवास करने लगा। शमूएल उठा। वह रामाह नगर को चला गया।
प्रभु के विरोधी टुकड़े-टुकड़े कर दिए जाएँगे; सर्वोच्च प्रभु आकाश से उन पर गरजेगा। वह पृथ्वी के सीमांतों तक न्याय करेगा; वह अपने राजा को शक्ति प्रदान करेगा, और अपने अभिषिक्त का सिर ऊंचा उठाएगा।’
दाऊद ने अपने सैनिकों से कहा, ‘प्रभु मुझे यह कार्य करने से रोके कि मैं अपने स्वामी के साथ ऐसा व्यवहार करूं। मैं प्रभु के अभिषिक्त राजा पर हाथ नहीं उठाऊंगा। शाऊल प्रभु के अभिषिक्त राजा हैं।’
प्रभु ने मुझे मना किया है कि मैं उसके अभिषिक्त राजा पर हाथ उठाऊं। अब तुम इसके सिरहाने का भाला और पानी की सुराही उठा लो। उसके बाद हम यहां से चले जाएंगे।’
दाऊद ने अबीशय से कहा, ‘शाऊल का वध मत करो। कौन व्यक्ति प्रभु के अभिषिक्त राजा पर हाथ उठा कर निर्दोष रह सकता है?’
इस्राएली लोगों ने शमूएल की बात सुनना अस्वीकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘नहीं, हमें राजा ही चाहिए,
अब तू उनकी बात सुन। तू उन्हें गम्भीरता से सावधान कर। जो राजा उन पर राज्य करेगा, उसके संवैधानिक अधिकार भी उन्हें बता दे।’
‘कल, इसी समय मैं बिन्यामिन प्रदेश के एक पुरुष को तेरे पास भेजूँगा। तू मेरे निज लोग इस्राएलियों पर शासन करने के लिए अगुए के रूप में उसका अभिषेक करना। वह मेरे निज लोग इस्राएलियों को पलिश्तियों के हाथ से बचाएगा। मैंने अपने निज लोग इस्राएलियों की विपत्ति देखी है। उनकी दुहाई मुझ तक पहुँची है।’
जब वे नगर की बाहरी सीमा की ओर उतर रहे थे तब शमूएल ने शाऊल से कहा, ‘अपने सेवक से कहो कि वह हमारे आगे-आगे जाए। जब वह आगे बढ़ जाएगा तब तुम एक क्षण के लिए रुक जाना, जिससे मैं परमेश्वर का वचन तुम्हें सुना सकूँ।’