1 राजाओं 7:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) खिड़कियों के चौखटों की तीन पंिक्तयां थीं। तीन-तीन खिड़कियां आमने-सामने लगी थीं। पवित्र बाइबल बगल की हर एक दीवार में खिड़कियों की तीन पंक्तियाँ थीं। खिड़कियाँ परस्पर आमने—सामने थीं। Hindi Holy Bible तीनों महलों में कडिय़ां धरी गई, और तीनों में खिड़कियां आम्हने साम्हने बनीं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तीनों मंजिलों में कड़ियाँ धरी गईं, और तीनों में खिड़कियाँ आमने–सामने बनीं। सरल हिन्दी बाइबल खिड़कियों की चौखटें तीन पंक्तियों में थी, और खिड़कियां आमने-सामने तीन पंक्तियों में थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तीनों मंजिलों में कड़ियाँ धरी गईं, और तीनों में खिड़कियाँ आमने-सामने बनीं। |
भवन की छत देवदार की लकड़ी की थी। वह शहतीरों के ऊपर थी। शहतीर खम्भों का आधार लिये हुए थे। उनकी संख्या पैंतालीस थी। प्रत्येक पंिक्त में पन्द्रह शहतीर थे।
मैं तेरे कलश मणिकों से तेरे प्रवेश-द्वार लालड़ियों से और परकोटे बहुमूल्य रत्नों से बनाऊंगा।
फाटक में चारों ओर खिड़कियां थीं, जो भीतर की ओर बाजू के कोठरियों के खम्भों तक संकरी होती चली गई थीं। इसी प्रकार ओसारे में भी भीतर की ओर चारों तरफ खिड़कियां थीं। खम्भों पर खजूर के वृक्ष खुदे थे।
इसकी भी खिड़कियों, ओसारे, तथा खम्भों पर खुदे खजूर के वृक्षों की नाप पूर्वमुखी फाटक के समान थी। इस पर चढ़ने के लिए सात सीढ़ियां बनी थीं। फाटक का ओसारा भीतर की ओर था।
जैसी खिड़कियां दूसरे फाटकों में थीं, वैसे ही इस दक्षिणी फाटक और उसके ओसारे में भी चारों तरफ थीं। उसकी लम्बाई पच्चीस मीटर और चौड़ाई साढ़े बारह मीटर थी।
उसकी पहरेदारों की कोठरियों, खम्भों और ओसारे की नाप अन्य फाटकों की कोठरियों, खम्भों और ओसारे की नाप के बराबर थी। दक्षिणी फाटक पर चारों ओर खिड़कियां थीं। उसके ओसारे में भी खिड़कियां थीं। फाटक की लम्बाई पच्चीस मीटर और चौड़ाई साढ़े बारह मीटर थी।
उसकी पहरेदारों की कोठरियों, खम्भों और ओसारे की नाप अन्य फाटकों की कोठरियों, खम्भों और ओसारे की नाप के तुल्य थी। इस फाटक तथा उसके ओसारे के चारों ओर खिड़कियां थीं। उसकी लम्बाई पच्चीस मीटर और चौड़ाई साढ़े बारह मीटर थी।
उसकी पहरेदारों की कोठरियों, खम्भों और ओसारे की नाप अन्य फाटकों की कोठरियों, खम्भों और ओसारे की नाप के बराबर थी। इस फाटक के चारों ओर खिड़कियां थीं। उसकी लम्बाई पच्चीस मीटर और चौड़ाई साढ़े बारह मीटर थी।
ड्योढ़ी के दोनों ओर की दीवारों पर भी खजूर के वृक्षों के चित्र अंकित थे। ड्योढ़ी के दोनों ओर खिड़कियां थीं, जो क्रमश: नीचे की ओर संकरी होती गई थीं।