सुलेमान मिस्र देश के राजा फरओ का दामाद बन गया। उसने फरओ की पुत्री से विवाह कर लिया। वह उसे दाऊद-पुर में लाया। जब तक उसने अपने महल और प्रभु के भवन का, तथा यरूशलेम के चारों ओर के परकोटे का निर्माण-कार्य समाप्त नहीं कर लिया, तब तक फरओ की पुत्री को वहीं रखा।
उसके राज्य-काल के ग्यारहवें वर्ष के आठवें महीने में, अर्थात् बूल महीने में, भवन का समस्त निर्माण-कार्य विस्तृत निर्देश और ब्यौरे के अनुसार समाप्त हुआ। मन्दिर के निर्माण-कार्य में सात वर्ष लगे।