1 राजाओं 13:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब यारोबआम बेत-एल की वेदी पर सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाने के लिए खड़ा था, तब प्रभु के वचन से उत्प्रेरित होकर यहूदा प्रदेश से ‘परमेश्वर का एक जन’ वहाँ आया। पवित्र बाइबल यहोवा ने यहूदा के निवासी परमेश्वर के एक व्यक्ति (नबी) को यहूदा से बेतेल नगर में जाने का आदेश दिया। राजा यारोबाम उस समय सुगन्धि भेंट करता हुआ वेदी के पास खड़ा था जिस समय परमेश्वर का व्यक्ति (नबी) वहाँ पहुँचा। Hindi Holy Bible तब यहोवा से वचन पाकर परमेश्वर का एक जन यहूदा से बेतेल को आया, और यारोबाम धूप जलाने के लिये वेदी के पास खड़ा था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यहोवा से वचन पाकर परमेश्वर का एक जन यहूदा से बेतेल को आया, और यारोबाम धूप जलाने के लिये वेदी के पास खड़ा था। सरल हिन्दी बाइबल जहां यरोबोअम धूप जलाने के लिए वेदी के पास खड़ा था, वहां ऐसा हुआ कि याहवेह के आदेश पर परमेश्वर का एक दूत यहूदिया से बेथेल आया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब यहोवा से वचन पाकर परमेश्वर का एक जन यहूदा से बेतेल को आया, और यारोबाम धूप जलाने के लिये वेदी के पास खड़ा था। |
जब नबी ने, जो परमेश्वर के जन को मार्ग से लौटा लाया था, यह बात सुनी तब उसने कहा, ‘वह परमेश्वर का जन है। उसने प्रभु के आदेश से विद्रोह किया था। अत: प्रभु ने उसको सिंह के हवाले कर दिया, जिसने उसको चीर-फाड़ दिया, और उसको मार डाला। ऐसा ही प्रभु ने उससे कहा था।’
परमेश्वर के जन का कथन जो उसने प्रभु के वचन की प्रेरणा से बेत-एल की वेदी के विरोध में, और सामरी प्रदेश के पहाड़ी शिखर की सब वेदियों के विरोध में कहा था, वह अवश्य पूर्ण होगा।’
वेदी फट गई, और उसकी राख बिखर गई। यही चिह्न परमेश्वर के जन ने प्रभु के वचन की प्रेरणा से दिया था।
प्रभु ने अपने वचन के द्वारा मुझे यह आज्ञा दी है : “तू वहाँ न रोटी खाना और न पानी पीना। जिस मार्ग से तू बेत-एल जाएगा, उस मार्ग से भी मत लौटना।” ’
नबी-संघ में एक नबी था। उसने प्रभु के वचन की प्रेरणा से अपने साथी से यह कहा, ‘कृपया मुझ पर प्रहार कर।’ किन्तु साथी ने नबी पर प्रहार करने से इनकार कर दिया।
यारोबआम बेन-नबाट ने बेत-एल की वेदी के समीप, पहाड़ी शिखर की वेदी बनाई थी और यों इस्राएली जनता से पाप कराया था। राजा योशियाह ने बेत-एल की इस वेदी को, तथा पहाड़ी शिखर की वेदी को तोड़ दिया। उसके पत्थरों को टुकड़े-टुकड़े कर दिया। उसने उनको चूर्ण-चूर्ण कर दिया। उसने अशेराह-देवी के लकड़ी के खम्भों को जला दिया।
तब उसने पूछा, ‘यह समाधि, जो मैं देख रहा हूं, किसकी है?’ नगर के लोगों ने उसको बताया, ‘यह परमेश्वर के जन की कबर है। वह यहूदा प्रदेश से यहां आए थे। उन्होंने बेत-एल की वेदी के सम्बन्ध में वे ही बातें कहीं थीं, जो आपने अभी की हैं।’
किन्तु जब वह शक्तिशाली हो गया, तब उसका हृदय घमण्ड से भर गया। उसका हृदय प्रभु परमेश्वर के प्रति निष्कपट नहीं रहा। एक दिन उसने प्रभु के मन्दिर में धूप-वेदी पर धूप जलाने के लिए प्रवेश किया।
वे राजा उज्जियाह के सम्मुख खड़े हो गए। उन्होंने कहा, ‘महाराज, यह आपका काम नहीं है कि आप प्रभु के लिए सुगन्धित धूप-बलि जलाएँ। धूप जलाने के लिए हारून-वंशीय पुरोहित प्रभु को अर्पित किए गए हैं। यह अधिकार उनका है। आप पवित्र-स्थान से बाहर चले जाइए। आपने अनुचित काम किया है; प्रभु परमेश्वर की ओर से आपको इस कार्य का अच्छा फल नहीं मिलेगा।’
राजा सुलेमान के शेष कार्यों का विवरण, आदि से अन्त तक, इन पुस्तकों में लिखा हुआ है : ‘नबी नातान का इतिहास-ग्रन्थ’, ‘शीलोह-वासी अहियाह का नबूवत-ग्रन्थ’ और ‘द्रष्टा इद्दो का दर्शन ग्रन्थ।’ द्रष्टा इद्दो ने यारोबआम बेन-नबाट के विषय में दर्शन देखे थे।
तब यहूदा प्रदेश के नगरों के निवासी तथा यरूशलेम के नागरिक अन्य कौमों के देवताओं के पास जाएंगे, और उनकी दुहाई देंगे। इन्हीं देवताओं को वे सुगंधित धूप-द्रव्य जलाते हैं। किन्तु उनके ये देवता भी संकट-काल में उनको नहीं बचा सकते।
‘यहूदा प्रदेश के राजा योशियाह बेन-आमोन के राज्य के तेरहवें वर्ष से लेकर आज के दिन तक अर्थात् पिछले तेईस वर्ष से मुझे प्रभु का वचन मिल रहा है। मैंने निरन्तर उत्साह से तुम्हें प्रभु का वचन सुनाया, लेकिन तुमने नहीं सुना।
इस नगर पर आक्रमण करनेवाले कसदी सैनिक नगर में प्रवेश करेंगे, और इस में आग लगा देंगे। वे उन मकानों को भस्म कर देंगे जिनकी छतों पर बअल देवता के लिए धूप-द्रव्य जलाए गए थे, अन्य देवी-देवताओं को पेयबलि अर्पित की गई थी, और यों मुझे क्रोध के लिए उकसाया गया था।
बेत-एल की वेदी राज-वेदी है। यह इस्राएल राज्य का राज्य-मन्दिर है। यहाँ फिर कभी नबूवत मत करना।’
‘अब तुम प्रभु का यह संदेश सुनो: तुमने मुझसे यह कहा कि मैं इस्राएलियों को नबूवत नहीं सुनाऊं, मैं इसहाक वंशियों के विरुद्ध प्रवचन नहीं सुनाऊं।
उदयाचल से अस्ताचल तक, समस्त राष्ट्रों में मेरा नाम महान है। हर स्थान में मेरे नाम पर धूप-द्रव्य और शुद्ध भेंट चढ़ाई जाती है। मैं, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता हूं: समस्त राष्ट्रों में मेरा नाम महान है।
ताकि वे इस्राएली समाज के लिए स्मारक-चिह्न बनें, जिससे कोई अपुरोहित व्यक्ति, जो हारून के वंश का नहीं है, धूप चढ़ाने के अभिप्राय से प्रभु के सम्मुख नहीं आए, और कोरह तथा उसके दल के सदृश नष्ट न हो, जैसा प्रभु ने मूसा के द्वारा एलआजर से कहा था।
हमें प्रभु से जो शिक्षा मिली है, उसके आधार पर हम आप से यह कहते हैं: हम, जो जीवित हैं और जो प्रभु के आने तक शेष रहेंगे, मृतकों से पहले महिमा में प्रवेश नहीं करेंगे;
तब तक दूसरा स्वर्गदूत, सोने का धूपदान लिये आया, और वेदी के सामने खड़ा हो गया। उसे बहुत-सा धूप दिया गया, जिससे वह उसे सब सन्तों की प्रार्थनाओं के साथ सिंहासन के सामनेवाली स्वर्ण वेदी पर चढ़ाये।
एक दिन परमेश्वर का एक प्रियजन एली के पास आया। उसने एली से कहा, ‘प्रभु ने यह कहा है: “जब तेरा पितृ-कुल मिस्र देश में फरओ राजाओं का गुलाम था तब मैंने उस पर स्वयं को प्रकट किया था।
सेवक ने उससे कहा, ‘देखिए, इस नगर में परमेश्वर का एक प्रियजन है। वह आदरणीय पुरुष है। जो बात वह कहता है, वह सच सिद्ध होती है। आइए, हम वहाँ चलें। जिस मार्ग पर हम जा रहे हैं, शायद वह उसके फल के विषय में हमें बता सके।’