योनातन और अहीमास एन-रोगेल के जलाशय के तट पर ठहरे हुए थे। एक सेविका उनके पास जाती, और उन्हें समाचार बताती थी। वे राजा दाऊद के पास जाते, और उसे समाचार देते थे। वे यरूशलेम नगर में इस प्रकार प्रवेश करते थे कि उन्हें कोई न देख सके।
1 राजाओं 1:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) एक दिन अदोनियाह ने एन-रोगेल झरने के निकट “सरकवां पत्थर” पर भेड़, बैल और हष्ट-पुष्ट पशु बलि किए। उसने अपने सब भाइयों, राजकुमारों, तथा यहूदा प्रदेश के समस्त राजकर्मचारियों को बलि-भोज के लिए निमन्त्रित किया। पवित्र बाइबल तब अदोनिय्याह ने कुछ जानवरों को मेलबलि के लिये मारा। उसने कुछ भेड़ों, कुछ गायों और कुछ मोटे बछड़ों को मारा। अदोनिय्याह ने एनरोगेल के पास जोहेलेत की चट्टान पर ये बलियाँ चढ़ाईं। अदोनिय्याह ने इस विशेष उपासना में अपने साथ आने के लिये उनेक व्यक्तियों को आमन्त्रित किया। अदोनिय्याह ने अपने सभी भाईयों, (राजा के अन्य पुत्रों) तथा यहूदा के समस्त राज्य कर्मचारियों को आमन्त्रित किया। Hindi Holy Bible और अदोनिय्याह ने जोहेलेत नाम पत्थर के पास जो एनरोगेल के निकट है, भेड़-बैल और तैयार किए हुए पशू बलि किए, और अपने भाई सब राजकुमारों को, और राजा के सब यहूदी कर्मचारियों को बुला लिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अदोनिय्याह ने जोहेलेत नामक पत्थर के पास जो एनरोगेल के निकट है, भेड़–बैल और तैयार किए हुए पशु बलि किए, और अपने भाई सब राजकुमारों को, और राजा के सब यहूदी कर्मचारियों को बुला लिया। सरल हिन्दी बाइबल अदोनियाह ने एन-रोगेल नामक स्थान पर जाकर ज़ोहेलेथ नामक चट्टान के पास भेड़ों, बैलों और हष्ट-पुष्ट पशुओं की बलि चढ़ाई. इस मौके पर उसने अपने सभी भाइयों—राजकुमारों और यहूदिया के राजकीय अधिकारियों को तो आमंत्रित किया था, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अदोनिय्याह ने जोहेलेत नामक पत्थर के पास जो एनरोगेल के निकट है, भेड़-बैल और तैयार किए हुए पशुबलि किए, और अपने सब भाइयों, राजकुमारों और राजा के सब यहूदी कर्मचारियों को बुला लिया। |
योनातन और अहीमास एन-रोगेल के जलाशय के तट पर ठहरे हुए थे। एक सेविका उनके पास जाती, और उन्हें समाचार बताती थी। वे राजा दाऊद के पास जाते, और उसे समाचार देते थे। वे यरूशलेम नगर में इस प्रकार प्रवेश करते थे कि उन्हें कोई न देख सके।
अदोनियाह ने अनेक बैलों, हृष्ठ-पुष्ट पशुओं और भेड़ों की बलि की है, और राजकुमारों, पुरोहित एबयातर और सेनापति योआब को निमन्त्रित किया है। परन्तु उसने आपके सेवक सुलेमान को नहीं बुलाया।
वह आज नीचे घाटी में गया है। उसने अनेक बैलों, हृष्ट-पुष्ट पशुओं और भेड़ों की बलि की है, और राजकुमारों, सेनापति योआब और पुरोहित एबयातर को निमन्त्रित किया है। देखिए, वे उसके साथ खा-पी रहे हैं। वे यह भी कह रहे हैं’ “महाराज अदोनियाह अमर हों!”
मूर्ख का बलि चढ़ाना भी प्रभु पसन्द नहीं करता। किन्तु निष्कपट मनुष्य की प्रार्थना से वह हर्षित होता है।
राजा ने फिर दूसरे सेवकों को यह कहते हुए भेजा, ‘अतिथियों से कहना − देखिए! मैंने अपने भोज की तैयारी कर ली है। मेरे बैल और मोटे-मोटे पशु मारे जा चुके हैं। सब कुछ तैयार है; विवाह-भोज में पधारिए।’
सीमा-रेखा अकोर की घाटी से दबीर पहुँचती और उत्तरी दिशा में गिलगाल की ओर मुड़ती थी, जो घाटी की दक्षिणी दिशा में स्थित अदुम्मीम के चढ़ाव के सम्मुख है। वहाँ से सीमा-रेखा एन-शेमश के जलाशय पर पहुँचती, और आगे बढ़कर एन-रोगेल के जलाशय पर समाप्त हो जाती थी।
सीमा-रेखा वहां से नीचे उतर कर उस पर्वत की सीमा को स्पर्श करती थी, जो बेन-हिन्नोम की घाटी के सम्मुख है, जो रपाई घाटी के उत्तरी किनारे पर है। तत्पश्चात् सीमा-रेखा हिन्नोम की घाटी में उतरती, यबूसी पर्वत-श्रेणी के दक्षिणी किनारे को स्पर्श करती हुई एन-रोगेल जलाशय पर नीचे उतर जाती थी।