ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




1 यूहन्ना 3:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

हम उस से जो कुछ माँगेंगे, वह हमें वही प्रदान करेगा; क्‍योंकि हम उसकी आज्ञाओं का पालन करते हैं और वही करते हैं, जो उसे अच्‍छा लगता है।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

और जो कुछ हम उससे माँगते हैं, उसे पाते हैं। क्योंकि हम उसके आदेशों पर चल रहे हैं और उन्हीं बातों को कर रहे हैं, जो उसे भाती हैं।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

और जो कुछ हम मांगते हैं, वह हमें उस से मिलता है; क्योंकि हम उस की आज्ञाओं को मानते हैं; और जो उसे भाता है वही करते हैं।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

और जो कुछ हम माँगते हैं, वह हमें उससे मिलता है, क्योंकि हम उसकी आज्ञाओं को मानते हैं और जो उसे भाता है वही करते हैं।

अध्याय देखें

नवीन हिंदी बाइबल

और जो कुछ हम माँगते हैं, वह उससे पाते हैं, क्योंकि हम उसकी आज्ञाओं का पालन करते हैं और वही कार्य करते हैं जिससे वह प्रसन्‍न होता है।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

तथा हम उनसे जो भी विनती करते हैं, उनसे प्राप्‍त करते हैं क्योंकि हम उनके आदेशों का पालन करते हैं तथा उनकी इच्छा के अनुसार स्वभाव करते हैं.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

और जो कुछ हम माँगते हैं, वह हमें उससे मिलता है; क्योंकि हम उसकी आज्ञाओं को मानते हैं; और जो उसे भाता है वही करते हैं।

अध्याय देखें



1 यूहन्ना 3:22
37 क्रॉस रेफरेंस  

तब तुम सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर में आनन्‍दित होगे; तुम निष्‍कलंक होकर अपना मुख परमेश्‍वर की ओर उठा सकोगे।


अनाथ और दलित के न्‍याय के लिए, प्रभु तू पीड़ित मनुष्‍य की पुकार सुनता है; तू उनके हृदय को आश्‍वस्‍त करेगा, तू उनकी पुकार ध्‍यान से सुनेगा, जिससे मनुष्‍य, जो मिट्टी से रचा गया है, फिर कभी दूसरों को भयभीत न करे।


मैंने प्रभु को खोजा; और उसने मुझे उत्तर दिया, उसने मेरे सब भय से मुझे मुक्‍त किया


संकटकाल में मुझे पुकार। मैं तुझे मुक्‍त करूंगा, और तू मेरी महिमा करेगा।”


प्रभु धार्मिक व्यक्‍ति की प्रार्थना सुनता है, पर वह दुर्जन की ओर ध्‍यान नहीं देता।


जो मनुष्‍य व्‍यवस्‍था-पाठ को नहीं सुनता, उसकी प्रार्थना भी परमेश्‍वर नहीं सुनता।


जब तुम प्रार्थना करते समय मेरी ओर हाथ फैलाओगे तब मैं तुम्‍हारी ओर से अपनी आंखें फेर लूंगा। चाहे तुम एक के बाद एक, कितनी ही प्रार्थनाएँ क्‍यों न करो, मैं उन्‍हें नहीं सुनूंगा; क्‍योंकि तुम्‍हारे हाथ खून से सने हैं।


यिर्मयाह, मुझे पुकार और मैं तुझे उत्तर दूंगा। मैं तुझे महान और रहस्‍यमय बातें बताऊंगा जो तू नहीं जानता है।


वह बोल ही रहा था कि उन सब पर एक चमकीला बादल छा गया और उस बादल में से यह वाणी सुनाई पड़ी, “यह मेरा प्रिय पुत्र है। मैं इस पर अत्‍यन्‍त प्रसन्न हूँ। इसकी बात सुनो।”


और जो कुछ तुम विश्‍वास के साथ प्रार्थना में माँगोगे, वह तुम्‍हें मिल जाएगा।”


इसलिए मैं तुम से कहता हूँ, तुम जो कुछ प्रार्थना में माँगते हो, विश्‍वास करो कि वह तुम्‍हें मिल गया है और वह तुम्‍हें दिया जाएगा।


जो कुछ तुम मेरे नाम से माँगोंगे, मैं उसे पूरा करूँगा, जिससे पुत्र के द्वारा पिता की महिमा प्रकट हो।


यदि तुम मेरी आज्ञाओं का पालन करोगे, तो मेरे प्रेम में बने रहोगे; जैसे मैंने भी अपने पिता की आज्ञाओं का पालन किया है और उसके प्रेम में बना रहता हूँ।


यदि तुम मुझ में रहो और मेरी शिक्षा तुम में बनी रहती है, तो चाहे जो माँगो, वह तुम्‍हारे लिए हो जाएगा।


येशु ने उत्तर दिया, “परमेश्‍वर का कार्य यह है कि जिसे उसने भेजा है, उसमें विश्‍वास करो।”


जिसने मुझे भेजा है, वह मेरे साथ है। उसने मुझ को अकेला नहीं छोड़ा; क्‍योंकि मैं सदा वही करता हूँ, जो उसे अच्‍छा लगता है।”


हम जानते हैं कि परमेश्‍वर पापियों की नहीं सुनता। वह उन लोगों की सुनता है, जो उसके भक्‍त हैं और उसकी इच्‍छा पूरी करते हैं।


“परमेश्‍वर ने अज्ञानता के युगों को अनदेखा कर दिया; परन्‍तु अब उसकी आज्ञा यह है कि सर्वत्र सभी मनुष्‍य पश्‍चात्ताप करें,


मैं यहूदियों तथा यूनानियों, दोनों के सम्‍मुख स्‍पष्‍ट साक्षी देता रहा कि वे पश्‍चात्ताप कर परमेश्‍वर की ओर अभिमुख हो जाएं और हमारे प्रभु येशु में विश्‍वास करें।


अब मुझे पूर्ण राशि प्राप्‍त हो गई है; मैं सम्‍पन्न हूँ। इपफ्रोदितुस से आपकी भेजी हुई वस्‍तुएँ पा कर मैं समृद्ध हो गया हूँ। आप लोगों की यह भेंट एक मधुर सुगन्‍ध है, एक सुग्राह्य बलि है, जो परमेश्‍वर को प्रिय है।


इस प्रकार आप प्रभु के योग्‍य जीवन बिता कर सब बातों में उसे प्रसन्न करेंगे, हर प्रकार के भले कार्य करते रहेंगे और परमेश्‍वर के ज्ञान में फलते और बढ़ते जायेंगे।


आप लोगों को समस्‍त गुणों से सम्‍पन्न करे, जिससे आप उसकी इच्‍छा पूरी करें, जो उसे प्रिय है। उसी परमेश्‍वर की स्‍तुति युगानुयुग होती रहे। आमेन!


यदि आप लोगों में से किसी में बुद्धि का अभाव हो, तो वह परमेश्‍वर से प्रार्थना करे और उसे बुद्धि मिलेगी; क्‍योंकि परमेश्‍वर खुले हाथ और खुशी से सब को देता है।


जब आप मांगते भी हैं, तो इसलिए नहीं पाते कि अच्‍छी तरह प्रार्थना नहीं करते। आप अपनी वासनाओं की तृप्‍ति के लिए प्रार्थना करते हैं।


इसलिए आप लोग एक दूसरे के सामने अपने-अपने पाप स्‍वीकार करें और एक दूसरे के लिए प्रार्थना करें, जिससे आप स्‍वस्‍थ हो जायें। धर्मात्‍मा की भक्‍तिमय प्रार्थना बहुत प्रभावशाली होती है।


यदि हम परमेश्‍वर की आज्ञाओं का पालन करेंगे, तो उसी से हमें पता चलेगा कि हम उसको जानते हैं।


हमें परमेश्‍वर पर यह पूर्ण भरोसा है कि यदि हम उसकी इच्‍छानुसार उस से कुछ भी माँगते हैं, तो वह हमारी सुनता है।