तुम अपने को धोओ; अपने को शुद्ध करो; मेरी आंखों के सामने से अपने कुकर्मों को दूर करो। तुम बुराई करना छोड़ दो,
1 पतरस 4:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मसीह ने अपने शरीर में दु:ख भोगा; इसलिए आप भी शस्त्र की तरह यही मनोभाव धारण करें कि जिसने अपने शरीर में दु:ख भोगा है, उसने पाप से सम्बन्ध तोड़ लिया है पवित्र बाइबल जब मसीह ने शारीरिक दुःख उठाया तो तुम भी उसी मानसिकता को शास्त्र के रूप में धारण करो क्योंकि जो शारीरिक दुःख उठाता है, वह पापों से छुटकारा पा लेता है। Hindi Holy Bible सो जब कि मसीह ने शरीर में होकर दुख उठाया तो तुम भी उस ही मनसा को धारण करके हथियार बान्ध लो क्योंकि जिसने शरीर में दुख उठाया, वह पाप से छूट गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये जब कि मसीह ने शरीर में होकर दु:ख उठाया तो तुम भी उसी मनसा को हथियार के समान धारण करो, क्योंकि जिसने शरीर में दु:ख उठाया वह पाप से छूट गया, नवीन हिंदी बाइबल अतः जब मसीह ने शरीर में दुःख उठाया, तो तुम भी उसी अभिप्राय से अपने हथियार बाँध लो—क्योंकि जो शरीर में दुःख उठाता है वह पाप से छूट जाता है— सरल हिन्दी बाइबल इसलिये कि मसीह ने शरीर में दुःख सहा, तुम स्वयं भी वैसी ही मनोभाव धारण कर लो, क्योंकि जिस किसी ने शरीर में दुःख सहा है, उसने पाप को त्याग दिया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए जबकि मसीह ने शरीर में होकर दुःख उठाया तो तुम भी उसी मनसा को हथियार के समान धारण करो, क्योंकि जिसने शरीर में दुःख उठाया, वह पाप से छूट गया, |
तुम अपने को धोओ; अपने को शुद्ध करो; मेरी आंखों के सामने से अपने कुकर्मों को दूर करो। तुम बुराई करना छोड़ दो,
वे तेरे मकानों में आग लगा देंगे, और अन्य औरतों के सामने तुझे दण्ड देंगे। मैं तेरी वेश्यावृत्ति बन्द कर दूंगा, और तू पराए पुरुषों को अपनी वेश्यावृत्ति का दाम नहीं देगी।
आप लोग भी अपने को ऐसा ही समझें—-पाप के लिए मरा हुआ और येशु मसीह में परमेश्वर के लिए जीवित।
मैं अब जीवित नहीं रहा, बल्कि मसीह मुझ में जीवित हैं। अब मैं अपने शरीर में जो जीवन जीता हूँ, उसका एकमात्र प्रेरणा-स्रोत है-परमेश्वर के पुत्र में विश्वास, जिसने मुझ से प्रेम किया और मेरे लिए अपने को अर्पित किया।
जो लोग येशु मसीह के हैं, उन्होंने वासनाओं तथा कामनाओं सहित अपने शारीरिक स्वभाव को क्रूस पर चढ़ा दिया है।
इसलिए आप परमेश्वर के अस्त्र-शस्त्र से सुसज्जित हों, जिससे आप दुर्दिन में शत्रु का सामना करने में समर्थ हों और अन्त तक अपना कर्त्तव्य पूरा कर विजय प्राप्त करें।
इसलिए तुम अपने प्रभु परमेश्वर की वाणी सुनना और उसकी सब आज्ञाओं और संविधियों के अनुसार कार्य करना, जैसा आदेश आज मैं तुम्हें दे रहा हूँ।’
कहीं ऐसा न हो कि आप लोग निराश होकर हिम्मत हार जायें, इसलिए आप उनका स्मरण करते रहें, जिन्होंने पापियों का इतना घोर विरोध सहा।
जिस व्यक्ति ने परमेश्वर के विश्रामस्थान में प्रवेश किया है, उसने, अर्थात् “येशु”† ने अपना कार्य समाप्त कर उसी प्रकार विश्राम किया है, जिस प्रकार परमेश्वर ने अपना कार्य समाप्त कर विश्राम किया।
इसलिए तो आप बुलाये गये हैं, क्योंकि मसीह ने आप लोगों के लिए दु:ख भोगा और आप को उदाहरण दिया, जिससे आप उनके पद-चिह्नों पर चलें।
मसीह ने भी एक बार ही पापों के प्रायश्चित के लिए दु:ख भोगा; धर्मी अधर्मियों के लिए मर गये, जिससे वह आप लोगों को परमेश्वर के पास ले जायें। वह शरीर की दृष्टि से तो मारे गये, किन्तु आत्मा द्वारा जिलाये गये।