मैं प्रभु तुम्हारा परमेश्वर हूँ, इसलिए अपने आपको पवित्र बनाओ, और पवित्र बने रहो, क्योंकि मैं पवित्र हूँ। तुम भूमि पर रेंगनेवाले जीव-जन्तुओं के द्वारा अपने आपको अशुद्ध मत करना।
1 थिस्सलुनीकियों 4:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि परमेश्वर ने हमें अशुद्धता के लिए नहीं, बल्कि पवित्रता के लिए बुलाया है। पवित्र बाइबल परमेश्वर ने हमें अपवित्र बनने के लिए नहीं बुलाया है बल्कि पवित्र बनने के लिए बुलाया है। Hindi Holy Bible क्योंकि परमेश्वर ने हमें अशुद्ध होने के लिये नहीं, परन्तु पवित्र होने के लिये बुलाया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि परमेश्वर ने हमें अशुद्ध होने के लिये नहीं, परन्तु पवित्र होने के लिये बुलाया है। नवीन हिंदी बाइबल परमेश्वर ने हमें अशुद्धता के लिए नहीं, बल्कि पवित्रता के लिए बुलाया है। सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर ने हमारा बुलावा अपवित्रता के लिए नहीं परंतु पवित्र होने के लिए किया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि परमेश्वर ने हमें अशुद्ध होने के लिये नहीं, परन्तु पवित्र होने के लिये बुलाया है। |
मैं प्रभु तुम्हारा परमेश्वर हूँ, इसलिए अपने आपको पवित्र बनाओ, और पवित्र बने रहो, क्योंकि मैं पवित्र हूँ। तुम भूमि पर रेंगनेवाले जीव-जन्तुओं के द्वारा अपने आपको अशुद्ध मत करना।
‘तू समस्त इस्राएली मण्डली से बोलना; तू उनसे यह कहना: पवित्र बनो! क्योंकि मैं प्रभु तुम्हारा परमेश्वर पवित्र हूँ।
आप-सब के नाम, जो रोम नगर में परमेश्वर के प्रिय हैं और संत होने के लिए बुलाये गये हैं। हमारा पिता परमेश्वर और प्रभु येशु मसीह आप को अपनी कृपा और शान्ति प्रदान करें।
आप लोग येशु मसीह द्वारा पवित्र किये गये हैं और उन सब के साथ सन्त बनने के लिए बुलाये गये हैं, जो कहीं भी हमारे प्रभु येशु मसीह-अर्थात अपने तथा हमारे प्रभु-का नाम लेते हैं।
उसने संसार की सृष्टि से पहले मसीह में हम को चुना, जिससे हम मसीह से संयुक्त हो कर उसकी दृष्टि में पवित्र तथा निष्कलंक बनें।
परमेश्वर ने हमारी रचना की। उसने येशु मसीह में हमारी सृष्टि की, जिससे हम उन शुभ कार्यों को पूर्ण करते रहें, जिन्हें परमेश्वर ने हमारे लिए तैयार किया है।
परमेश्वर ने आप लोगों को बुलाया है। आप अपने इस बुलावे के अनुसार आचरण करें-यह आप लोगों से मेरा अनुरोध है, जो प्रभु के कारण कैदी हूँ।
वे नैतिक बोध से शून्य हो कर लम्पटता के वशीभूत हो गये हैं और उन में हर प्रकार के अशुद्ध कर्म की लालसा निवास करती है।
हमारा आग्रह न तो भ्रम पर आधारित है, न दूषित अभिप्राय से प्रेरित है और न उस में कोई छल-कपट है।
परमेश्वर ने हमारा उद्धार किया और हमें पवित्र जीवन बिताने के लिए बुलाया है। उसने हमारे किसी पुण्य के कारण नहीं, बल्कि अपने उद्देश्य तथा अपनी कृपा के कारण ऐसा किया है। वह कृपा अनादि काल से येशु मसीह द्वारा हमें प्राप्त थी,
सब के साथ शान्ति बनायें रखें और पवित्रता की साधना करें। इसके बिना कोई व्यक्ति प्रभु के दर्शन नहीं कर पायेगा।
विशेष रूप से उन लोगों को, जो अशुद्ध वासनाओं के वशीभूत हो कर भोग-विलास में जीवन बिताते और प्रभुत्व को तुच्छ समझते हैं। वे उद्धत एवं घमण्डी हैं और स्वर्गिक सत्वों की निन्दा करने से नहीं डरते,