सुख-चैन के साथ सूखी रोटी खाना उस बलि-भोज के मांस से श्रेष्ठ है, जो लड़ाई-झगड़े वाले घर में खाया जाता है।
1 थिस्सलुनीकियों 4:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप इस बात पर गर्व करें कि आप शान्ति में जीवन बिताते हैं और हर एक अपने-अपने काम में लगा रहता है। आप लोग मेरे आदेश के अनुसार अपने हाथों से अपना काम करें। पवित्र बाइबल शांतिपूर्वक जीने को आदर की वस्तु समझो। अपने काम से काम रखो। स्वयं अपने हाथों से काम करो। जैसा कि हम तुम्हें बता ही चुके हैं। Hindi Holy Bible और जैसी हम ने तुम्हें आज्ञा दी, वैसे ही चुपचाप रहने और अपना अपना काम काज करने, और अपने अपने हाथों से कमाने का प्रयत्न करो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और जैसी हम ने तुम्हें आज्ञा दी है, वैसे ही चुपचाप रहने और अपना–अपना काम–काज करने और अपने अपने हाथों से कमाने का प्रयत्न करो; नवीन हिंदी बाइबल और जैसी हमने तुम्हें आज्ञा दी थी, तुम शांतिपूर्ण जीवन जीने का प्रयत्न करो, अपने काम से काम रखो और अपने हाथों से परिश्रम करो, सरल हिन्दी बाइबल शांत जीवनशैली तुम्हारी बड़ी इच्छा बन जाए. सिर्फ अपने ही कार्य में मगन रहो. अपने हाथों से परिश्रम करते रहो, जैसा हमने तुम्हें आज्ञा दी है, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और जैसा हमने तुम्हें समझाया, वैसे ही चुपचाप रहने और अपना-अपना काम-काज करने, और अपने-अपने हाथों से कमाने का प्रयत्न करो। |
सुख-चैन के साथ सूखी रोटी खाना उस बलि-भोज के मांस से श्रेष्ठ है, जो लड़ाई-झगड़े वाले घर में खाया जाता है।
लड़ाई-झगड़े का आरम्भ मानो बान्ध के छेद के समान है, अत: उसके फूटने के पहले ही वहाँ से हट जाओ!
यह कुछ ऐसा है, जैसे कोई मनुष्य अपना घर छोड़कर विदेश चला गया हो। उसने अपने घर का भार अपने सेवकों को सौंप दिया हो, हर एक को उसका काम बता दिया हो और द्वारपाल को जागते रहने का आदेश दिया हो।
और उनके साथ रहने तथा काम करने लगे; क्योंकि वे एक ही व्यवसाय करते थे: तम्बू बनाने का।
मैंने सदा आपके सम्मुख उदाहरण रखा कि हमें किस प्रकार परिश्रम करते हुए निर्बलों की सहायता करनी चाहिए और प्रभु येशु के शब्द स्मरण रखना चाहिए, जो उन्होंने स्वयं कहे थे : ‘लेने की अपेक्षा देना धन्य है’।”
आप लोग प्रयत्न करने में आलसी न हों, आध्यात्मिक उत्साह से पूर्ण रहें और प्रभु की सेवा करें।
इस में मैंने एक बात का विशेष ध्यान रखा। मैंने कभी वहां शुभसमाचार का प्रचार नहीं किया, जहाँ मसीह का नाम सुनाया जा चुका था; क्योंकि मैं दूसरों द्वारा डाली हुई नींव पर निर्माण करना नहीं चाहता था,
और अपने हाथों से परिश्रम करते-करते थक जाते हैं। लोग हमारा अपमान करते हैं और हम आशीर्वाद देते हैं। वे हम पर अत्याचार करते हैं और हम सहते जाते हैं।
इसलिए हम चाहे घर में हों चाहे परदेश में, हमारी एकमात्र अभिलाषा यह है कि हम प्रभु को अच्छे लगें,
जो चोरी किया करता था, वह अब से चोरी नहीं करे, बल्कि किसी अच्छे व्यवसाय में अपने हाथों से परिश्रम करे। इस प्रकार वह दरिद्रों की भी कुछ सहायता कर सकेगा।
राजाओं और सब अधिकारियों के लिए, अनुनय-विनय, प्रार्थना, निवेदन तथा धन्यवाद अर्पित किया जाये, जिससे हम भक्ति तथा मर्यादा के साथ निर्विघ्न तथा शान्त जीवन बिता सकें।
इसके अतिरिक्त वे आलसी रहना सीख जाती हैं। घर-घर घूमना उनकी आदत हो जाती है और वे आलसी ही नहीं रहतीं, बल्कि बकबक करतीं, दूसरों के काम में दखल देतीं और अशोभनीय बातों की चर्चा करती हैं।
हमारे अपने लोग भी कोई अच्छा व्यवसाय करना सीखें। इस प्रकार वे अपनी मूल आवश्यकताएं पूरी कर सकेंगे और उनका जीवन निष्फल न होगा।
वह हृदय के अभ्यन्तर का शृंगार हो, अर्थात् विनम्र तथा शान्त स्वभाव का अनश्वर अलंकरण, जो परमेश्वर की दृष्टि में बहुत मूल्यवान् है।
सावधान रहें कि हत्यारा, चोर या कुकर्मी होने अथवा दूसरों के कामों में हस्तक्षेप करने के नाते आप लोगों में से कोई व्यक्ति दु:ख न भोगे।