भोज-उत्सव एक सौ अस्सी दिन तक मनाया गया। उस अवधि में उसने अतिथियों को अपना राजकीय वैभव दिखाया और अपनी प्रभुता की शान-शौकत प्रदर्शित की।
1 थिस्सलुनीकियों 2:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हमने मनुष्यों का सम्मान पाने की चेष्टा नहीं की- न आप लोगों का सम्मान और न दूसरों का- पवित्र बाइबल हमने लोगों से कोई मान सम्मान भी नहीं चाहा। न तुमसे और न ही किसी और से। Hindi Holy Bible और यद्यपि हम मसीह के प्रेरित होने के कारण तुम पर बोझ डाल सकते थे, तौभी हम मनुष्यों से आदर नहीं चाहते थे, और न तुम से, न और किसी से। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और यद्यपि हम मसीह के प्रेरित होने के कारण तुम पर बोझ डाल सकते थे, तौभी हम मनुष्यों से आदर नहीं चाहते थे, और न तुम से, न और किसी से। नवीन हिंदी बाइबल हमने मनुष्यों से प्रशंसा न चाही, न तुमसे और न दूसरों से, सरल हिन्दी बाइबल हमने मनुष्यों से सम्मान पाने की भी कोशिश नहीं की; न तुमसे और न किसी और से, मसीह के प्रेरित होने के कारण तुमसे सहायता पाना हमारा अधिकार था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और यद्यपि हम मसीह के प्रेरित होने के कारण तुम पर बोझ डाल सकते थे, फिर भी हम मनुष्यों से आदर नहीं चाहते थे, और न तुम से, न और किसी से। |
भोज-उत्सव एक सौ अस्सी दिन तक मनाया गया। उस अवधि में उसने अतिथियों को अपना राजकीय वैभव दिखाया और अपनी प्रभुता की शान-शौकत प्रदर्शित की।
वे आए। हामान ने उनके सामने अपनी धन-सम्पत्ति का वैभव प्रदर्शित किया। उसने उन्हें बताया कि उसके कितने पुत्र हैं। उसने यह भी बताया कि सम्राट ने उसका कितना सम्मान किया, और उसकी पदोन्नति की, अपने सब दरबारियों और पदाधिकारियों में उसको सर्वोच्च पद प्रदान किया।
तब मैंने सोचा, “क्या यह बेबीलोन नगर महान नहीं है? मैंने इसको अपनी बड़ी ताकत से बनाया है ताकि यह मेरी राजधानी बने और इसके माध्यम से मेरे वैभव की चहुं ओर प्रशंसा हो।”
तुम लोग एक-दूसरे से सम्मान चाहते हो और उस सम्मान की खोज नहीं करते, जो एकमात्र परमेश्वर से प्राप्त होता है। तब तुम कैसे विश्वास कर सकते हो?
जो अपनी ओर से बोलता है वह अपने लिए सम्मान चाहता है; किन्तु जो उसके लिए सम्मान चाहता है, जिसने उसे भेजा, वह सच्चा है और उस में कोई कपट नहीं है।
और पुरुष की सृष्टि स्त्री के लिए नहीं हुई, बल्कि पुरुष के लिए स्त्री की सृष्टि हुई।
मैं दूर रहते हुए ये बातें इसलिए लिख रहा हूँ कि आप के यहाँ रहते हुए मुझे, प्रभु द्वारा प्रदत्त अधिकार के अनुसार, आप लोगों के साथ कठोर व्यवहार न करना पड़े; क्योंकि मुझे यह अधिकार आप के विनाश के लिए नहीं, बल्कि आप के आध्यात्मिक निर्माण के लिए मिला है।
हम अपना नहीं, बल्कि प्रभु येशु मसीह का प्रचार करते हैं। हम येशु के कारण अपने को आप लोगों का दास समझते हैं।
मैं अब किसका कृपापात्र बनने की कोशिश कर रहा हूँ—मनुष्यों का अथवा परमेश्वर का? क्या मैं मनुष्यों को प्रसन्न करना चाहता हूँ? यदि मैं अब तक मनुष्यों को प्रसन्न करना चाहता, तो मैं मसीह का सेवक नहीं होता।
क्योंकि खतना कराये हुए लोग स्वयं व्यवस्था का पालन नहीं करते; बल्कि वे आपका खतना कराना चाहते हैं, जिससे वे इस बात पर गर्व कर सकें कि आपने अपने शरीर में इस धर्मविधि को स्वीकार किया है।
भाइयो और बहिनो! आप को हमारा कठोर परिश्रम याद होगा। आप के बीच परमेश्वर के शुभ समाचार की घोषणा करते समय हम दिन-रात काम-धन्धा करते रहे, जिससे किसी पर भार न डालें।
जो धर्मवृद्ध नेतृत्व करने में सफलता प्राप्त करते हैं, वे दुगुने सम्मान के योग्य समझे जायें-विशेष रूप से वे, जो प्रचार और शिक्षा-कार्य में लगे हुए हैं;