मैंने उसे चुना है कि वह अपने पुत्रों और परिवार को, जो उसके पश्चात् रहेंगे, शिक्षा दे कि वे धार्मिकता और न्याय के कार्य करें और मुझ-प्रभु के मार्ग पर चलते रहें। तब मैं उस वचन को पूर्ण करूँगा जो मैंने अब्राहम को दिया है।’
1 तीमुथियुस 3:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह अपने घर का अच्छा प्रबन्ध करे और गम्भीरतापूर्वक अपने बच्चों को अनुशासन में रखे। पवित्र बाइबल अपने परिवार का वह अच्छा प्रबन्धक हो तथा उसके बच्चे उसके नियन्त्रण में रहते हों। उसका पूरा सम्मान करते रहो। Hindi Holy Bible अपने घर का अच्छा प्रबन्ध करता हो, और लड़के-बालों को सारी गम्भीरता से आधीन रखता हो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अपने घर का अच्छा प्रबन्ध करता हो, और अपने बाल–बच्चों को सारी गम्भीरता से अधीन रखता हो। नवीन हिंदी बाइबल वह अपने घर को अच्छी तरह से संभालता हो, और पूरे सम्मान के साथ बच्चों को अनुशासन में रखता हो। सरल हिन्दी बाइबल वह अपने परिवार का उत्तम प्रबंधक हो. संतान पर उसका गरिमा से भरा अनुशासन हो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अपने घर का अच्छा प्रबन्ध करता हो, और बाल-बच्चों को सारी गम्भीरता से अधीन रखता हो। |
मैंने उसे चुना है कि वह अपने पुत्रों और परिवार को, जो उसके पश्चात् रहेंगे, शिक्षा दे कि वे धार्मिकता और न्याय के कार्य करें और मुझ-प्रभु के मार्ग पर चलते रहें। तब मैं उस वचन को पूर्ण करूँगा जो मैंने अब्राहम को दिया है।’
वह, और उसका समस्त परिवार भी, धर्मपरायण तथा ईश्वर-भक्त था। वह जनता को बहुत दान दिया करता और हर समय परमेश्वर की प्रार्थना में लगा रहता था।
जिस तरह कलीसिया मसीह के अधीन रहती है, उसी तरह पत्नी को भी सब बातों में अपने पति के अधीन रहना चाहिए।
भाइयो और बहिनो! अन्त में यह : जो कुछ सच है, आदरणीय है; जो कुछ न्यायसंगत है, निर्दोष है; जो कुछ प्रीतिकर है, मनोहर है, जो कुछ भी उत्तम है, प्रशंसनीय है : ऐसी बातों का मनन किया करें।
उन में से प्रत्येक अनिन्दनीय और पत्नीव्रती हो। उसके पुत्र-पुत्रियाँ विश्वासी हों, लम्पटता और अनुशासनहीनता के दोष से मुक्त हों।
वृद्धों को समझाओ कि उन्हें संयमी, गम्भीर एवं समझदार होना चाहिए और विश्वास, भ्रातृ-प्रेम एवं धैर्य में परिपक्व।
और तुम स्वयं अपने भले कार्यों से उन्हें अच्छा उदाहरण दो। तुम्हारी शिक्षा प्रामाणिक और गम्भीर हो।
यदि प्रभु की आराधना करना तुम्हें अपनी दृष्टि में बुरा लगता है तो तुम्हें आज ही इस बात का निर्णय करना होगा कि तुम किसकी आराधना करोगे : क्या उन देवताओं की आराधना करोगे, जिनकी आराधना तुम्हारे पूर्वज मसोपोतामिया में करते थे? या एमोरी जाति के देवताओं की आराधना करोगे जिसके देश में तुम निवास कर रहे हो? जहां तक मेरा और मेरे परिवार का प्रश्न है, हम प्रभु ही की आराधना करेंगे।’