उन्हें भेड़ों के सदृश मृतक-लोक के लिए रखा गया है। मृत्यु उनको चराने वाला चरवाहा होगी; वे सीधे कबर में जाएंगे; उनकी देह सड़ जाएगी! मृतक-लोक ही उनका निवास-स्थान होगा।
1 कुरिन्थियों 6:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्या आप नहीं जानते कि सन्त संसार का न्याय करेंगे? यदि आप को संसार का न्याय करना है, तो क्या आप छोटे-से मामलों का फ़ैसला करने योग्य नहीं हैं? पवित्र बाइबल अथवा क्या तुम नहीं जानते कि परमेश्वर के पवित्र पुरुष ही जगत का न्याय करेंगे? और जब तुम्हारे द्वारा सारे संसार का न्याय किया जाना है तो क्या अपनी इन छोटी-छोटी बातों का न्याय करने योग्य तुम नहीं हो? Hindi Holy Bible क्या तुम नहीं जानते, कि पवित्र लोग जगत का न्याय करेंगे? सो जब तुम्हें जगत का न्याय करना हे, तो क्या तुम छोटे से छोटे झगड़ों का भी निर्णय करने के योग्य नहीं? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्या तुम नहीं जानते कि पवित्र लोग जगत का न्याय करेंगे? इसलिये जब तुम्हें जगत का न्याय करना है, तो क्या तुम छोटे से छोटे झगड़ों का भी निर्णय करने के योग्य नहीं? नवीन हिंदी बाइबल क्या तुम यह नहीं जानते कि पवित्र लोग जगत का न्याय करेंगे? और यदि तुम्हारे द्वारा जगत का न्याय किया जाना है, तो क्या तुम इन छोटे से छोटे विषयों का न्याय करने के भी योग्य नहीं हो? सरल हिन्दी बाइबल क्या तुम्हें यह मालूम नहीं कि संसार का न्याय पवित्र लोगों द्वारा किया जाएगा? यदि संसार का न्याय तुम्हारे द्वारा किया जाएगा तो क्या तुम इन छोटे-छोटे झगड़ों को सुलझाने में सक्षम नहीं? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्या तुम नहीं जानते, कि पवित्र लोग जगत का न्याय करेंगे? और जब तुम्हें जगत का न्याय करना है, तो क्या तुम छोटे से छोटे झगड़ों का भी निर्णय करने के योग्य नहीं? (दानि. 7:22) |
उन्हें भेड़ों के सदृश मृतक-लोक के लिए रखा गया है। मृत्यु उनको चराने वाला चरवाहा होगी; वे सीधे कबर में जाएंगे; उनकी देह सड़ जाएगी! मृतक-लोक ही उनका निवास-स्थान होगा।
किन्तु सर्वोच्च परमेश्वर के भक्त ही राज्य को प्राप्त करेंगे। वे सदा-सर्वदा उस राज्य पर अधिकार करेंगे, युगानुयुग तक।”
प्राचीन युग-पुरुष का आगमन हुआ और उसने सर्वोच्च परमेश्वर के भक्तों के पक्ष में न्याय-निर्णय किया। निर्धारित समय आया, और भक्तों को राज्य प्राप्त हुआ।
पहाड़ियों के मध्य की घाटी अवरुद्ध हो जाएगी, क्योंकि उनके मध्य की यह नई घाटी आसाल नदी तक जाएगी। यह अवरुद्ध हो जाएगी जैसे यहूदा के राजा उज्जियाह के राज्यकाल में भूकम्प के कारण अवरुद्ध हो गई थी। तब मेरा प्रभु परमेश्वर अपने सब पवित्र संतों के साथ आएगा।
येशु ने अपने शिष्यों से कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ, नई सृष्टि में जब मानव-पुत्र अपने महिमामय सिंहासन पर विराजमान होगा, तब तुम जिन्होंने मेरा अनुसरण किया है, बारह सिंहासनों पर बैठ कर इस्राएल के बारह कुलों का न्याय करोगे।
कि तुम मेरे राज्य में मेरी मेज पर खाओ-पियो और सिंहासनों पर बैठ कर इस्राएल के बारह कुलों का न्याय करो।
क्या आप यह नहीं समझते कि आप अपने को आज्ञाकारी दास के रूप में जिसके प्रति अर्पित करते हैं और जिसकी आज्ञा का पालन करते हैं, आप उसी के दास बन जाते हैं? यह दासता चाहे पाप की हो, जिसका परिणाम मृत्यु है; चाहे परमेश्वर की हो, जिसके आज्ञापालन का परिणाम धार्मिकता है।
हम में इस संसार के ज्ञानी, शास्त्री और दार्शनिक कहाँ है? क्या परमेश्वर ने इस संसार के ज्ञान को मूर्खतापूर्ण नहीं प्रमाणित किया है?
परमेश्वर की प्रज्ञ का विधान ऐसा था कि संसार अपने ज्ञान द्वारा परमेश्वर को नहीं पहचान सका। इसलिए परमेश्वर ने शुभ समाचार के प्रचार की ‘मूर्खता’ द्वारा विश्वासियों को बचाना चाहा।
यदि आप लोगों में साधारण जीवन के मामलों के बारे में कोई झगड़ा हो, तो आप क्यों ऐसे लोगों को पंच बनाते हैं, जो कलीसिया की दृष्टि में नगण्य हैं?
इसलिए हमारी आंखें दृश्य पर नहीं, बल्कि अदृश्य वस्तुओं पर टिकी हुई हैं, क्योंकि जो वस्तुएं हम देखते हैं, वे अल्पकालिक हैं। अनदेखी वस्तुएं अनन्तकाल तक बनी रहती हैं।
इस प्रकार वह उस दिन तक आपके हृदय को हमारे पिता परमेश्वर के सामने पवित्र और निर्दोष बनाये रखें, जब हमारे वही प्रभु येशु अपने सब सन्तों के साथ आयेंगे। आमेन!
मैंने सिंहासन देखे। जो उन पर बैठने आये, उन्हें न्याय करने का अधिकार दिया गया। मैंने उन लोगों की आत्माओं को भी देखा, जिनके सिर येशु की साक्षी और परमेश्वर के वचन के कारण काटे गये थे, जिन्होंने पशु और उसकी प्रतिमा की आराधना नहीं की थी तथा अपने माथे और हाथों पर पशु की छाप अंकित नहीं होने दिया था। वे पुनर्जीवित हो कर मसीह के साथ एक हजार वर्ष तक राज्य करते रहे।
“जो विजय प्राप्त करता है, उसको मैं उसी तरह अपने साथ अपने सिंहासन पर विराजमान होने का अधिकार दूँगा, जिस तरह मैं विजय प्राप्त कर अपने पिता के साथ उसके सिंहासन पर विराजमन हूँ।