येहू कमरे से बाहर निकला। वह अपने स्वामी के दरबारियों के पास आया। उन्होंने उससे पूछा, ‘सब सकुशल है?’ येहू ने उनसे कहा, ‘तुम उस आदमी को जानते हो। तुम यह भी जानते हो कि वह किस प्रकार बकवास करता है।’
1 कुरिन्थियों 4:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हम मसीह के कारण मूर्ख हैं, किन्तु आप मसीह के समझदार अनुयायी हैं। हम दुर्बल हैं और आप बलवान हैं। आप लोगों को सम्मान मिल रहा है और हमें तिरस्कार। पवित्र बाइबल हम मसीह के लिये मूर्ख बने हैं किन्तु तुम लोग मसीह में बहुत बुद्धिमान हो। हम दुर्बल हैं किन्तु तुम तो बहुत सबल हो। तुम सम्मानित हो और हम अपमानित। Hindi Holy Bible हम मसीह के लिये मूर्ख है; परन्तु तुम मसीह में बुद्धिमान हो: हम निर्बल हैं परन्तु तुम बलवान हो: तुम आदर पाते हो, परन्तु हम निरादर होते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हम मसीह के लिये मूर्ख हैं, परन्तु तुम मसीह में बुद्धिमान हो; हम निर्बल हैं, परन्तु तुम बलवान हो। तुम आदर पाते हो, परन्तु हम निरादर होते हैं। नवीन हिंदी बाइबल हम मसीह के लिए मूर्ख हैं परंतु तुम मसीह में बुद्धिमान हो, हम निर्बल हैं परंतु तुम बलवान हो, तुम आदर के पात्र हो परंतु हम निरादर के। सरल हिन्दी बाइबल हम मसीह के लिए मूर्ख हैं, किंतु तुम मसीह में एक होकर बुद्धिमान हो! हम दुर्बल हैं और तुम बलवान! तुम आदर पाते हो और हम तिरस्कार! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हम मसीह के लिये मूर्ख हैं; परन्तु तुम मसीह में बुद्धिमान हो; हम निर्बल हैं परन्तु तुम बलवान हो। तुम आदर पाते हो, परन्तु हम निरादर होते हैं। |
येहू कमरे से बाहर निकला। वह अपने स्वामी के दरबारियों के पास आया। उन्होंने उससे पूछा, ‘सब सकुशल है?’ येहू ने उनसे कहा, ‘तुम उस आदमी को जानते हो। तुम यह भी जानते हो कि वह किस प्रकार बकवास करता है।’
जो मनुष्य अपने पड़ोसी को तुच्छ समझता है, वह नासमझ है; पर समझदार व्यक्ति अपनी वाणी पर संयम रखता है!
लोगों ने उससे घृणा की; उन्होंने उसको त्याग दिया। वह दु:खी मनुष्य था, केवल पीड़ा से उसकी पहचान थी। उसको देखते ही लोग अपना मुख फेर लेते थे। हम ने उससे घृणा की और उसका मूल्य नहीं जाना।
दण्ड-दिवस समीप आ गए; प्रतिकार के दिन आ गए। इस्राएल इसका अनुभव करेगा। तुम्हारे महा अधर्म के कारण, तुम्हारी अत्यधिक घृणा के कारण नबी मूर्ख बन गया है, और जिस पुरुष पर आत्मा उतरता है, वह पागल हो गया है।
“उस समय लोग तुम्हें पकड़वा कर घोर यन्त्रणा देंगे और मार डालेंगे। मेरे नाम के कारण सब जातियाँ तुम से घृणा करेंगी।
“धन्य हो तुम, जब लोग मेरे कारण तुम्हारा अपमान करते हैं, तुम पर अत्याचार करते और तरह-तरह के झूठे दोष लगाते हैं।
“जो तुम्हारी सुनता है, वह मेरी सुनता है और जो तुम्हारा तिरस्कार करता है, वह मेरा तिरस्कार करता है। जो मेरा तिरस्कार करता है, वह उसका तिरस्कार करता है जिसने मुझे भेजा है।”
कुछ लोग बड़े आत्मविश्वास के साथ अपने को धर्मी मानते और दूसरों को तुच्छ समझते थे। येशु ने ऐसे लोगों के लिए यह दृष्टान्त सुनाया,
धन्य हो तुम, जब मानव-पुत्र के कारण लोग तुम से बैर करेंगे, तुम्हारा बहिष्कार और अपमान करेंगे, और तुम्हारा नाम घृणित समझ कर निकाल देंगे!
वहाँ कुछ एपिकूरी तथा स्तोइकी दार्शनिकों से भी उनका सम्पर्क हुआ। उनमें से कुछ लोगों ने कहा, “यह बकवादी हम से क्या कहना चाहता है?” दूसरों ने कहा, “यह विदेशी देवताओं का प्रचारक जान पड़ता है”, क्योंकि पौलुस येशु तथा “पुनरुत्थान” का शुभ समाचार सुना रहे थे।
मृतकों के पुनरुत्थान की बात सुनते ही कुछ लोगों ने उपहास किया; परन्तु कुछ लोगों ने यह कहा, “इस विषय पर हम फिर कभी आपकी बात सुनेंगे।”
पौलुस इस प्रकार अपनी सफ़ाई दे ही रहे थे कि फ़ेस्तुस ऊंचे स्वर से बोल उठा, “पौलुस! तुम पागल हो। तुम्हारा प्रकाण्ड पाण्डित्य तुम को पागल बना रहा है।”
परमेश्वर की प्रज्ञ का विधान ऐसा था कि संसार अपने ज्ञान द्वारा परमेश्वर को नहीं पहचान सका। इसलिए परमेश्वर ने शुभ समाचार के प्रचार की ‘मूर्खता’ द्वारा विश्वासियों को बचाना चाहा।
किन्तु हम क्रूसित मसीह का ही प्रचार करते हैं। यह यहूदियों के विश्वास में बाधा है और गैर-यहूदियों के लिए ‘मूर्खता’।
क्योंकि परमेश्वर की ‘मूर्खता’ मनुष्यों के ज्ञान से अधिक विवेकपूर्ण और परमेश्वर की ‘दुर्बलता’ मनुष्यों की शक्ति से अधिक शक्तिशाली है।
इसलिए जो यह समझता है कि मैं विश्वास में दृढ़ हूँ, वह सावधान रहे। कहीं ऐसा न हो कि वह विचलित हो जाये।
प्राकृत मनुष्य परमेश्वर के आत्मा की शिक्षा स्वीकार नहीं करता। वह उसे मूर्खता मानता और उसे समझने में असमर्थ है, क्योंकि आत्मा की सहायता से ही उस शिक्षा की परख हो सकती है।
कोई भी अपने को धोखा न दे। यदि आप में से कोई स्वयं को संसार की दृष्टि से ज्ञानी समझता हो, तो वह सचमुच ज्ञानी बनने के लिए अपने को मूर्ख बना ले;
मैंने आप को दूध पिलाया। मैंने आप को ठोस भोजन इसलिए नहीं दिया कि आप इसे पचा नहीं सकते थे।
लगता है कि अभी से आप लोग तृप्त हो गये हैं। आप धनी हो गये हैं। आप को हमारे बिना राज्य मिल चुका है। कितना अच्छा होता यदि आप को सचमुच राज्य मिला होता। तब हम भी शायद आपके राज्य के सहभागी बन जाते!
कुछ लोगों का कहना है-उसके पत्र कठोर और प्रभावशाली हैं, किन्तु जब वह स्वयं आता है, तो उसका शरीर दुर्बल लगता है और उसकी बोलने की शक्ति नहीं के बराबर है।
जब कोई दुर्बल है, तो क्या मैं उसकी दुर्बलता से प्रभावित नहीं? जब किसी का पाप में पतन होता है, तो क्या मैं इसका तीखा अनुभव नहीं करता?
जब, आप लोग समर्थ हैं, तो हम दुर्बल होना सहर्ष स्वीकार करते हैं। हम इसके लिए भी प्रार्थना करते हैं कि आप लोगों का सुधार हो।
सम्मान तथा अपमान, प्रशंसा तथा निन्दा-यह सब हमें प्राप्त हुआ। हम कपटी समझे गए, किन्तु हम सत्य बोलते हैं।
इसलिए जो इस आदेश का तिरस्कार करता है, वह मनुष्य का नहीं, बल्कि परमेश्वर का तिरस्कार करता है जो आप को अपना पवित्र आत्मा प्रदान करता है।
यदि मसीह के नाम के कारण आप लोगों का अपमान किया जाये, तो अपने को धन्य समझें, क्योंकि यह इसका प्रमाण है कि परमेश्वर का महिमामय आत्मा आप पर छाया रहता है।