दस्तरख्वान पर परोसा गया राजसी भोजन, उसके उच्चाधिकारियों के आसन, परिचारिकों की सेवा और उनकी पोशाक, उसके साकी और अग्नि-बलि, जो वह प्रभु के भवन में चढ़ाता था, तब वह आश्चर्य से स्तब्ध रह गई।
1 इतिहास 9:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शल्लूम पूर्व दिशा में राज-द्वार पर अब तक नियुक्त था। ये उप-पुरोहितों के शिविर के द्वारपाल थे : पवित्र बाइबल अब ये व्यक्ति पूर्व की ओर राजा के द्वार के ठीक बाद में खड़े रहते हैं। वे द्वारपाल लेवी परिवार समूह से थे। Hindi Holy Bible और वह अब तक पूर्व ओर राजा के फाटक के पास द्वारपाली करता था। लेवियों की छावनी के द्वारपाल ये ही थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और वह अब तक पूर्व की ओर राजा के फाटक के पास द्वारपाली करता था। लेवियों की छावनी के द्वारपाल ये ही थे। सरल हिन्दी बाइबल वे सभी अब तक राजा के पूर्वी द्वार पर चुने जाने के कारण लेवियों के शिविरों के द्वारपाल रहे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और वह अब तक पूर्व की ओर राजा के फाटक के पास द्वारपाली करता था। लेवियों की छावनी के द्वारपाल ये ही थे। |
दस्तरख्वान पर परोसा गया राजसी भोजन, उसके उच्चाधिकारियों के आसन, परिचारिकों की सेवा और उनकी पोशाक, उसके साकी और अग्नि-बलि, जो वह प्रभु के भवन में चढ़ाता था, तब वह आश्चर्य से स्तब्ध रह गई।
पुरोहित यहोयादा ने शतपतियों, कारी जाति के सैनिकों, अंगरक्षकों और समस्त जनता को अपने साथ लिया। वे राजा को प्रभु के मन्दिर से बाहर लाए। वे उसके साथ-साथ अंगरक्षकों के द्वार से होते हुए राजमहल में गए। राजा सिंहासन पर विराजमान हुआ और
असीरिया के राजा के सन्तोष के लिए उसने विश्राम-दिवस पर प्रयुक्त होने वाले मण्डप को, जो प्रभु-मन्दिर के भीतर था, तथा राजा के लिए निर्मित बाहरी प्रवेश-द्वार को निकलवा दिया।
मन्दिर के द्वारपाल ये थे : शल्लूम, अक्कूब, टलमोन और अहीमान तथा उनके चचेरे भाई-बन्धु। शल्लूम मुख्य द्वारपाल था।
शल्लूम, जो कोरे का पुत्र, एबयासाफ का पौत्र और कोरह का प्रपौत्र था। उसके ही गोत्र के, कोरह-वंशीय चचेरे भाई-बन्धु भी शिविर के कर्म-काण्डों का दायित्व संभालते थे। जैसे उनके पूर्वज प्रभु के शिविर का दायित्व संभालते थे, शिविर के प्रवेश-द्वार के द्वारपाल थे, वैसे ही ये तम्बू के आंगन के द्वारपाल थे।
मैं उनको प्रभु के भवन के एक कमरे में ले गया। इस कमरे में परमेश्वर के जन, नबी हानान बेन-यिग्दल्याह के पुत्र रहते थे। इसी कमरे के पास उच्चाधिकारी का कक्ष था। इस कमरे के ऊपर राजभवन के आंगन के पहरेदार मासेयाह बेन-शल्लूम का कमरा था।
वह मनुष्य पतरस और योहन के साथ लगा हुआ था। इसलिए सारी जनता, आश्चर्यचकित हो कर, सुलेमान नामक मण्डप में उनकी ओर दौड़ पड़ी।