1 इतिहास 6:53 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अहीटूब का पुत्र सादोक और सादोक का पुत्र अहीमअस। पवित्र बाइबल सादोक अहीतूब का पुत्र था। अहीमास सादोक का पुत्र था। Hindi Holy Bible अहीतूब का सादोक और सादोक का अहीमास पुत्र हुआ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अहीतूब का सादोक और सादोक का अहीमास पुत्र हुआ। सरल हिन्दी बाइबल उसका पुत्र सादोक और उसका पुत्र अहीमाज़ था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अहीतूब का सादोक और सादोक का अहीमास पुत्र हुआ। |
सादोक और एबयातर पुरोहित थे। (एबयातर अहीमेलक का पुत्र और अहीटूब का पौत्र था)। सरायाह महा-सहायक था।
परन्तु अदोनियाह ने मुझे − आपके सेवक को, पुरोहित सादोक को, बनायाह बेन-यहोयादा को, और आपके सेवक सुलेमान को नहीं बुलाया।
वहां पुरोहित सादोक और नबी नातान सुलेमान को इस्राएली राष्ट्र का राजा अभिषिक्त करेंगे। तत्पश्चात् तुम लोग नरसिंगा फूंकना, और कहना, “महाराज सुलेमान अमर हों!”
किन्तु ये व्यक्ति अदोनियाह के साथ नहीं गए : पुरोहित सादोक, बनायाह बेन-यहोयादा, नबी नातान, शिमई, रेई तथा दाऊद के योद्धा।
तत्पश्चात् राजा ने योआब के स्थान पर बनायाह बेन-यहोयादा को सेनापति तथा एबयातर के स्थान पर सादोक को पुरोहित नियुक्त किया।
एलआजर के वंशज सादोक और ईतामार के वंशज अहीमेलेक की सहायता से दाऊद ने पुरोहित के सेवा-कार्यों को सम्पन्न करने के लिए हारून के वंशजों का पुन: संगठन किया।
इन्होंने भी, हारून-वंशीय अपने चचेरे भाई-बन्धुओं के समान, राजा दाऊद, पुरोहित सादोक, अहीमेलेक, पुरोहितों और उप-पुरोहितों के पितृकुलों के अगुओं के सम्मुख चिट्ठी डालकर नाम निकाले। इस प्रकार ज्येष्ठ और कनिष्ठ पुत्रों ने पितृकुलों के नाम चुनने के लिए साथ ही साथ चििट्ठयां डालीं।
वे निश्चित क्षेत्रीय सीमाओं के भीतर निवास करते थे। उनके निवास-स्थानों के ये नाम हैं : कहाती गोत्र के हारून वंशजों के नाम पर इस शहर की चिट्ठी निकली : हेब्रोन।
‘किन्तु लेवी कुल के पुरोहित, जो सादोक के वंशज हैं, मेरी सेवा करने के लिए मेरे समीप आएंगे। ये सादोक के वंशज मेरी सेवा में बलि-पशु की चर्बी और रक्त चढ़ाएंगे। जब इस्राएली मुझे छोड़कर भटक गए थे, तब सादोक-वंशीय पुरोहित ही मेरे पवित्र स्थान में सेवा-कार्य करते रहे। मैं, स्वामी-प्रभु यही कहता हूँ।
मैं अपने लिए एक विश्वसनीय पुरोहित नियुक्त करूँगा, जो मेरे हृदय और प्राण की इच्छा के अनुसार कार्य करेगा। मैं उसके लिए सुदृढ़ घर का निर्माण करूँगा। वह मेरे अभिषिक्त के सम्मुख सदा रहकर उसकी सेवा करेगा, और उसका कृपा-पात्र बनेगा।