होसाह के नाम पर चिट्ठी निकली, और उसको पश्चिमी द्वार सौंपा गया। पश्चिमी द्वार के साथ उसको शल्लेकेत नामक द्वार का भी दायित्व सौंपा गया। यह द्वार चढ़ाई वाले मार्ग पर था। द्वारपालों के समान ये पहरेदार भी थे:
1 इतिहास 26:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पूर्वी द्वार पर छ: लेवीय पहरेदार थे, जो प्रतिदिन पहरा देते थे। उत्तरी द्वार पर चार थे। वे भी प्रतिदिन पहरा देते थे। दक्षिणी द्वार पर चार पहरेदार नियुक्त थे, जो प्रतिदिन पहरा देते थे। दोनों भण्डारगृहों के दो-दो पहरेदार थे। पवित्र बाइबल पूर्वी द्वार पर लेवीवंशी रक्षक हर दिन खड़े होते थे। उत्तरी द्वार पर चार लेवीवंशी रक्षक खड़े होते थे। दक्षिणी द्वार पर चार लेवीवंशी रक्षक खड़े होते थे और दो लेवीवंशी रक्षक उस गृह की रक्षा करते थे जिसमें कीमती चीजें रखी जाती थीं। Hindi Holy Bible पूर्व ओर जो छ: लेवीय थे, उत्तर की ओर प्रतिदिन चार, दक्खिन की ओर प्रतिदिन चार, और खजाने की कोठरी के पास दो ठहरे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पूर्व की ओर तो छ: लेवीय थे, उत्तर की ओर प्रतिदिन चार, दक्षिण की ओर प्रतिदिन चार, और खजाने की कोठरी के पास दो ठहरे। सरल हिन्दी बाइबल पूर्व में हर रोज़ छः लेवी ठहराए जाते थे, उत्तर में हर रोज़ चार, दक्षिण में हर रोज़ चार और हर एक भंडार घर पर दो-दो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पूर्व की ओर तो छः लेवीय थे, उत्तर की ओर प्रतिदिन चार, दक्षिण की ओर प्रतिदिन चार, और खजाने की कोठरी के पास दो ठहरे। |
होसाह के नाम पर चिट्ठी निकली, और उसको पश्चिमी द्वार सौंपा गया। पश्चिमी द्वार के साथ उसको शल्लेकेत नामक द्वार का भी दायित्व सौंपा गया। यह द्वार चढ़ाई वाले मार्ग पर था। द्वारपालों के समान ये पहरेदार भी थे:
पश्चिमी-द्वार के स्तम्भों वाले बरामदे के मार्ग के लिए चार पहरेदार थे। दो पहरेदार स्तम्भावलि के लिए थे।
परमेश्वर को अर्पित स्वेच्छा-बलि का प्रबन्ध करनेवाला अधिकारी कोरे बेन-यिम्नाह था। वह लेवीय उप-पुरोहित था, और पूर्वी दरवाजे का द्वारपाल था। वह प्रभु के लिए सुरक्षित भेंट तथा परम पवित्र भेंट बांटता था।
उसके पिता दाऊद ने पुरोहितों और उप-पुरोहितों के सेवा-कार्य अलग-अलग बांट दिए थे। उसने अपने पिता के प्रबन्ध के अनुसार ऐसा ही किया: उसने पुरोहित-कार्य सम्पन्न करने के लिए पुरोहितों के दल बनाए, और उनकी बारी निश्चित कर दी। उसने उप-पुरोहितों का गायक-दल नियुक्त किया। ये उप-पुरोहित आराधना के समय न केवल वाद्य-यन्त्र बजाते थे, बल्कि वे दैनिक आराधना में पुरोहितों की सहायता भी करते थे। राजा सुलेमान ने मन्दिर के प्रवेश-द्वारों पर पहरा देने के लिए उप-पुरोहितों के अनेक दल बना दिए थे। इस प्रकार उप-पुरोहित द्वारपाल भी थे; क्योंकि परमेश्वर के जन दाऊद ने ऐसा ही आदेश दिया था।
मत्तन्याह, बकबुक्याह, ओबद्याह, मशुल्लाम, तल्मोन और अक्कूब द्वारपाल थे। ये मन्दिर के द्वारों के समीप बने भण्डार-गृहों पर पहरा देते थे।