1 इतिहास 24:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) लेवी कुल के उप-पुरोहित लिपिक शमयाह बेन-नतनएल ने राजा एवं दरबारियों के सम्मुख, पुरोहित सादोक एवं अहीमेलेक बेन-अबीयातार के सम्मुख तथा पुरोहितों और उप-पुरोहितों के पितृकुलों के अगुओं के सम्मुख उनके नाम लिखे। एलआजर वंश से एक पुरोहित-परिवार तथा ईतामार के वंश से एक पुरोहित-परिवार चुना गया। पवित्र बाइबल शमायाह सचिव था। वह नतनेल का पुत्र था। शमायाह लेवी परिवार समूह से था। शमायाह ने उन वंशजों के नाम लिखे। उसने उन नामों को राजा दाऊद और इन प्रमुखों के सामने लिखा। याजक सादोक, अहीमेलेक तथा याजक और लेविवंशियों के परिवारों के प्रमुख। अहीमेलेक एब्यातार का पुत्र था। हर एक बार वे गोट डालकर एक व्यक्ति चुनते थे और शमायाह उस व्यक्ति का नाम लिख लेता था। इस प्रकार उन्होंने एलीआजर और ईतामार के परिवारों में काम को बाँटा। Hindi Holy Bible और नतनेल के पुत्र शमायाह ने जो लेवीय था, उनके नाम राजा और हाकिमों और सादोक याजक, और एब्यातार के पुत्र अहीमेलेक और याजकों और लेवियों के पितरों के घरानों के मुख्य पुरुषों के साम्हने लिखे; अर्थात पितरों का एक घराना तो एलीआजर के वंश में से और एक ईतामार के वंश में से लिया गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) नतनेल के पुत्र शमायाह ने जो लेवीय था, उनके नाम राजा और हाकिमों और सादोक याजक, और एब्यातार के पुत्र अहीमेलेक और याजकों और लेवियों के पितरों के घरानों के मुख्य पुरुषों के सामने लिखे; अर्थात् पितरों का एक घराना तो एलीआज़ार के वंश में से और एक ईतामार के वंश में से लिया गया। सरल हिन्दी बाइबल लेवियों में से नेथानेल के पुत्र शेमायाह ने राजा, शासकों, पुरोहित सादोक, अबीयाथर के पुत्र अहीमेलेख और पुरोहितों के घरानों और लेवियों के सामने इन्हें लिख लिया. एक घराना एलिएज़र के लिए और एक घराना इथामार के लिए लिखा गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और नतनेल के पुत्र शमायाह जो शास्त्री और लेवीय था, उनके नाम राजा और हाकिमों और सादोक याजक, और एब्यातार के पुत्र अहीमेलेक और याजकों और लेवियों के पितरों के घरानों के मुख्य पुरुषों के सामने लिखे; अर्थात् पितरों का एक घराना तो एलीआजर के वंश में से और एक ईतामार के वंश में से लिया गया। |
लेवीय पितृकुलों के परिवार के ये ही मुखिया थे। इनकी आयु बीस वर्ष तथा इससे अधिक थी। इनका नाम पंजीकृत किया गया था। इन्हें प्रभु-भवन के सेवा-कार्यों का दायित्व सौंपा गया था।
इन्होंने भी, हारून-वंशीय अपने चचेरे भाई-बन्धुओं के समान, राजा दाऊद, पुरोहित सादोक, अहीमेलेक, पुरोहितों और उप-पुरोहितों के पितृकुलों के अगुओं के सम्मुख चिट्ठी डालकर नाम निकाले। इस प्रकार ज्येष्ठ और कनिष्ठ पुत्रों ने पितृकुलों के नाम चुनने के लिए साथ ही साथ चििट्ठयां डालीं।
वे बोझा और भार उठानेवालों के निरीक्षक थे। वे सब प्रकार का काम करनेवाले मजदूरों के कार्य का संचालन करते थे। कुछ उपपुरोहित लिपिक, अफसर और द्वारपाल थे।
एज्रा एक शास्त्री था। वह मूसा की व्यवस्था का विशेषज्ञ था, जो इस्राएली कौम के प्रभु परमेश्वर ने प्रदान की थी। उसने सम्राट से जो मांगा, वह सब सम्राट ने उसको प्रदान किया; क्योंकि प्रभु परमेश्वर की कृपा-दृष्टि उस पर थी।
वे संगठित होकर ‘जल-द्वार’ के सम्मुख चौक में एकत्र हुए। उन्होंने शास्त्री एज्रा से निवेदन किया कि वह मूसा के व्यवस्था-ग्रन्थ को लाए जो प्रभु ने इस्राएली कौम को प्रदान किया है।
येशु ने उन से कहा, “इस कारण प्रत्येक शास्त्री, जो स्वर्ग के राज्य के विषय में शिक्षा पा चुका है, उस गृहस्थ के सदृश है, जो अपने भंडार से नयी और पुरानी वस्तुएँ निकालता है।”
उसी समय एक शास्त्री आ कर येशु से बोला, “गुरुवर! आप जहाँ कहीं भी जाएँगे, मैं आपके पीछे-पीछे चलूँगा”।
उसने महापुरोहित एबयातर के समय परमेश्वर के भवन में प्रवेश कर भेंट की रोटियाँ खायीं और अपने साथियों को भी खिलायीं। पुरोहितों को छोड़ किसी और को उन्हें खाने की आज्ञा तो नहीं थी।”