दाऊद ने इस्राएली राष्ट्र की सम्पूर्ण धर्मसभा से यह कहा, ‘यदि यह कार्य आपको अच्छा लगे, और यदि हमारे प्रभु परमेश्वर की यह इच्छा हो, तो आओ हम एक आदेश जारी करें, और समस्त इस्राएली राष्ट्र में शेष रह गए अपने भाई-बन्धुओं को, और उनके साथ पुरोहितों और उप-पुरोहितों को निमन्त्रण भेजें कि वे हमारे पास एकत्र हों। वे चरागाह के नगरों में रहते हैं।
किन्तु जब नादब और अबीहू ने सीनय के निर्जन प्रदेश में प्रभु के सम्मुख अपवित्र अग्नि चढ़ाई तब वे मर गए। उनके कोई सन्तान न थी। अत: केवल एलआजर और ईतामर अपने पिता हारून के जीवनकाल में पुरोहित का कार्य करते रहे।