1 इतिहास 13:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दाऊद ने हजार-हजार और सौ-सौ व्यक्तियों के नेताओं से, वस्तुत: प्रत्येक नायक से विचार-विमर्श किया। पवित्र बाइबल दाऊद ने अपनी सेना के सभी अधिकारियों से बात की। Hindi Holy Bible और दाऊद ने सहस्त्रपतियों, शतपतियों और सब प्रधानों से सम्मति ली। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दाऊद ने सहस्रपतियों, शतपतियों और सब प्रधानों से सलाह ली। सरल हिन्दी बाइबल दावीद ने सहस्र पतियों, शतपतियों और हर एक शासक से विचार-विमर्श किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दाऊद ने सहस्त्रपतियों, शतपतियों और सब प्रधानों से सम्मति ली। |
राजा योशियाह ने दूत भेजे, और यहूदा प्रदेश तथा राजधानी यरूशलेम के सब धर्मवृद्धों को अपने पास बुलाया।
ये गाद कुल के योद्धा सेना में नायक थे। जो छोटा योद्धा था, वह सौ सैनिकों के दल का नायक था; और जो बड़ा योद्धा था, वह हजार सैनिकों के दल का नायक था।
जब दाऊद सिक्लग नगर को गया तब मनश्शे गोत्र के ये योद्धा आकर उससे मिल गए: अदनह, योजाबाद, यदीअएल, मीखाएल, योजाबाद, एलीहू और सिल्लतई। ये मनश्शे गोत्र के हजार-हजार सैनिक दल के नायक थे।
इस्साकार कुल के दो सौ अगुए थे, और उनके अधीन उनके भाई-बन्धु थे। वे अगुए समय को पहचानते थे। ये जानते थे कि इस्राएली राष्ट्र को क्या करना चाहिए।
उनके पड़ोसी भी, इस्साकार, जबूलून और नफ्ताली जैसे दूर के कुल-क्षेत्रों के लोग, गधों, ऊंटों, बैलों और खच्चरों पर भोजन-वस्तु लाए। वे प्रचुर मात्रा में आटा, सूखे अंजीर फल, किशमिश, अंगूर रस, तेल, बैल और भेड़-बकरियां भी लाए; क्योंकि इस्राएली राष्ट्र में आनन्द व्याप्त था।
दाऊद ने इस्राएली राष्ट्र की सम्पूर्ण धर्मसभा से यह कहा, ‘यदि यह कार्य आपको अच्छा लगे, और यदि हमारे प्रभु परमेश्वर की यह इच्छा हो, तो आओ हम एक आदेश जारी करें, और समस्त इस्राएली राष्ट्र में शेष रह गए अपने भाई-बन्धुओं को, और उनके साथ पुरोहितों और उप-पुरोहितों को निमन्त्रण भेजें कि वे हमारे पास एकत्र हों। वे चरागाह के नगरों में रहते हैं।
राजा सुलेमान ने समस्त इस्राएली जनता से, सेना के सहस्रपतियों, शतपतियों और प्रशासकों से, तथा इस्राएल के पितृकुलों के सब नेताओं से बात की।
दूसरे दिन बड़े सबेरे राजा हिजकियाह तैयार हुआ। उसने नगर के उच्चाधिकारियों को एकत्र किया, और प्रभु के भवन में गया।
बिना उचित सलाह के योजनाएं निष्फल हो जाती हैं; किन्तु यदि योजना में अनेक बुद्धिमानों की सम्मति प्राप्त हो, तो वह सफल हो जाती है।
जिसे पाँच सिक्के मिले थे, उसने तुरन्त जा कर उनके साथ लेन-देन किया तथा और पाँच सिक्के कमा लिये।