अहाब के राज्य काल में बेतेल के हीएल ने यरीहो नगर को दुबारा बनाया। जिस समय हीएल ने नगर बनाने का काम आरम्भ किया, उसका बड़ा पुत्र अबीराम मर गया और जब हीएल ने नगर द्वार बनाये, उसका सबसे छोटा पुत्र सगूब मर गाय। यह ठीक वैसा ही हुआ जैसा यहोवा ने नून के पुत्र यहोशू से बातें करते हुए कहा था।
फिर वे यरीहो आये और जब यीशु अपने शिष्यों और एक बड़ी भीड़ के साथ यरीहो को छोड़ कर जा रहा था, तो बरतिमाई (अर्थ “तिमाई का पुत्र”) नाम का एक अंधा भिखारी सड़क के किनारे बैठा था।
नून का पुत्र यहोशू और सभी लोगों ने शित्तीम में डेरा डाला था। यहोशू ने दो गुप्तचरों को भेजा। किसी दूसरे व्यक्ति को यह पता नहीं चला कि यहोशू ने इन लोगों को भेजा था। यहोशू ने इन लोगों से कहा, “जाओ और प्रदेश की जाँच करो, यरीहो नगर को सावधानी से देखो।” इसलिए वे व्यक्ति यरीहो गए। वे एक वेश्या के घर गए और वहाँ ठहरे। इस स्त्री का नाम राहाब था।