“तुम्हारे परमेश्वर यहोवा के नाम का उपयोग तुम्हें गलत ढंग से नहीं करना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति यहोवा के नाम का उपयोग गलत ढंग से करता है तो वह अपराधी है और यहोवा उसे निरपराध नहीं मानेगा।
यिर्मयाह 34:16 - पवित्र बाइबल किन्तु अब तुमने अपने इरादे बदल दिये हैं। तुमने यह प्रकट किया है कि तुम मेरे नाम का सम्मान नहीं करते। तुमने यह कैसे किया तुम में से हर एक ने अपने दास दासियों को वापस ले लिया है जिन्हें तुमने स्वतन्त्र किया था। तुम लोगों ने उन्हें फिर दास होने के लिये विवश किया है।’ Hindi Holy Bible पर तुम भटक गए और मेरा नाम इस रीति से अशुद्ध किया कि जिन दास-दासियों को तुम स्वतंत्र कर के उनकी इच्छा पर छोड़ चुके थे उन्हें तुम ने फिर अपने वश में कर लिया है, और वे फिर तुम्हारे दास- दासियां बन गए हैं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘किन्तु तुम अपने समझौते से मुकर गए। तुमने मेरे पवित्र नाम को अपवित्र कर दिया। जो दास-दासी को उस की इच्छा के अनुसार तुमने मुक्त कर दिया था, उस को फिर पकड़ लिया, और गुलाम बना कर वापस ले आए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पर तुम भटक गए और मेरा नाम इस रीति से अशुद्ध किया कि जिन दास–दासियों को तुम स्वतंत्र करके उनकी इच्छा पर छोड़ चुके थे उन्हें तुम ने फिर अपने वश में कर लिया है, और वे फिर तुम्हारे दास–दासियाँ बन गए हैं। सरल हिन्दी बाइबल यह होने पर भी तुमने विमुख होकर मेरी प्रतिष्ठा अशुद्ध कर दी और हर एक ने अपने-अपने सेवक-सेविकाओं को पुनः अपने अधिकार में ले लिया, जिन्हें उन्होंने इसके पूर्व विमुक्त किया था, जैसा कि स्वयं उनकी भी अभिलाषा थी. तुमने उन्हें पुनः अपने सेवक-सेविकाएं बना लिये. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पर तुम भटक गए और मेरा नाम इस रीति से अशुद्ध किया कि जिन दास दासियों को तुम स्वतंत्र करके उनकी इच्छा पर छोड़ चुके थे उन्हें तुम ने फिर अपने वश में कर लिया है, और वे फिर तुम्हारे दास- दासियाँ बन गए हैं। |
“तुम्हारे परमेश्वर यहोवा के नाम का उपयोग तुम्हें गलत ढंग से नहीं करना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति यहोवा के नाम का उपयोग गलत ढंग से करता है तो वह अपराधी है और यहोवा उसे निरपराध नहीं मानेगा।
किन्तु उसके बाद उन लोगों ने जिनके पास दास थे, अपने निर्णय को बदला दिया। अत: उन्होंने स्वतन्त्र किये गये लोगों को फिर पकड़ लिया और उन्हें दास बनाया।
“‘स्त्री नबियों तुम झूठ बोलती हो। तुम्हारा झूठ अच्छे लोगों को कष्ट पहुँचाता है, मैं उन अच्छे लोगों को कष्ट पहुँचाना नहीं चाहता। तुम बुरे लोगों की सहायता करती हो और उन्हें उत्साहित करती हो। तुम उन्हें अपना जीवन बदलने के लिये नहीं कहतीं। तुम उनके जीवन की रक्षा नहीं करना चाहती!
“ऐसा भी हो सकता है, कि भला व्यक्ति भला न रह जाय। वह अपने जीवन को बदल सकता है और उन भयंकर पापों का करना आरम्भ कर सकता है जिन्हें बुरे लोगों ने भूतकाल में किया था। (वह बुरा व्यक्ति बदल गया अत: वह जीवित रह सकता है।) अत: यदि वह भला व्यक्ति बदलता है और बुरा बन जाता है तो परमेश्वर उस व्यक्ति के किये अच्छे कामों को याद नहीं रखेगा। परमेश्वर यही याद रखेगा कि वह व्यक्ति उसके विरुद्ध हो गया और उसने पाप करना आरम्भ किया। इसलिये वह व्यक्ति अपने पापों के कारण मरेगा।”
इस्राएल के परिवार, अब सुनो, मेरा स्वामी यहोवा यह कहता है, “यदि कोई व्यक्ति अपनी गन्दी देवमूर्तियों की पूजा करना चाहता है तो उसे जाने दो और पूजा करने दो। किन्तु बाद में यह न सोचना कि तुम मुझसे कोई सलाह पाओगे! तुम मेरे नाम को भविष्य में और अधिक अपवित्र नहीं कर सकोगे! उस समय नहीं, जब तुम अपने गन्दी देवमूर्तियों को भेंट देना जारी रखते हो।”
“या यह हो सकता है कि कोई अच्छा व्यक्ति अच्छा बने रहना छोड़ दे। मैं उसके सामने कुछ ऐसा लाकर रख दूँ कि वह उसका पतन (पाप) करे। वह बुरे काम करना आरम्भ करेगा। इसलिये वह मरेगा। वह मरेगा, क्योंकि वह पाप कर रहा है और तुमने उसे चेतावनी नहीं दी। मैं तुम्हें उसकी मृत्यु के लिये उत्तरदायी बनाऊँगा, और लोग उसके द्वारा किये गए सभी अच्छे कार्यों को याद नहीं करेंगे।
मैं अपना पवित्र नाम अपने इस्राएल लोगों में विदित करूँगा। भविष्य में, मैं अपने पवित्र नाम को, लोगों द्वारा और अधिक बदनाम नहीं करने दूँगा। राष्ट्र जानेंगे कि मैं यहोवा हूँ। वे समझेंगे कि मैं इस्राएल में परम पवित्र हूँ।
तुम्हें मेरे नाम पर झूठा वचन नहीं देना चाहिए। यदि तुन ऐसा करते हो तो तुम यह दिखाते हो कि तुम अपने परमेश्वर के नाम का सम्मान नहीं करते हो। मैं यहोवा हूँ!
“किन्तु लोगों, तुम यह प्रकट करते हो कि तुम मेरे नाम का सम्मान नहीं करते। तुम कहते हो कि यहोवा की मेज (वेदी) पवित्र नहीं है
यहोवा ने कहा, “तुम मेरी वेदी पर अशुद्ध रोटी लाते हो!” “किन्तु तुम कहते हो, ‘वह रोटी अशुद्ध कैसे हैं?’ “यहोवा ने कहा, ‘तुम मेरी वेदी का सम्मान नहीं करते।
यहोवा ने कहा, “शाऊल ने मेरा अनुसरण करना छोड़ दिया है। इसलिए मुझे इसका अफसोस है कि मैंने उसे राजा बनाया। वह उन कामों को नहीं कर रहा है जिन्हें करने का आदेश मैं उसे देता हूँ।” शमूएल भड़क उठा और फिर उसने रात भर यहोवा की प्रार्थना की।