यशायाह 49:13 - पवित्र बाइबल हे आकाशों, हे धरती, तुम प्रसन्न हो जाओ! हे पर्वतों, आनन्द से जयकारा बोलो! क्यों क्योंकि यहोवा अपने लोगों को सुख देता है। यहोवा अपने दीन हीन लोगों के लिये बहुत दयालु है। Hindi Holy Bible हे आकाश, जयजयकार कर, हे पृथ्वी, मगन हो; हे पहाड़ों, गला खोल कर जयजयकार करो! क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है और अपने दीन लोगों पर दया की है॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ओ आकाश, आनन्द से गा; ओ पृथ्वी, हर्ष से मगन हो। ओ पर्वतो, जयजयकार से गूंज उठो। क्योंकि प्रभु ने अपने निज लोगों को शान्ति प्रदान की है; उसने दु:खी जनों पर दया की है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे आकाश, जयजयकार कर, हे पृथ्वी, मगन हो; हे पहाड़ो, गला खोलकर जयजयकार करो! क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है और अपने दीन लोगों पर दया की है। सरल हिन्दी बाइबल हे आकाश, जय जयकार करो; हे पृथ्वी, आनंदित होओ; हे पर्वतो, आनंद से जय जयकार करो! क्योंकि याहवेह ने अपनी प्रजा को शांति दी है और दीन लोगों पर दया की है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे आकाश जयजयकार कर, हे पृथ्वी, मगन हो; हे पहाड़ों, गला खोलकर जयजयकार करो! क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है और अपने दीन लोगों पर दया की है। (भज. 96:11-13, यिर्म. 31:13) |
भेड़ों से चरागाहें भर गयी। फसलों से घाटियाँ भरपूर हो रही हैं। हर कोई गा रहा और आनन्द में ऊँचा पुकार रहा है।
उस समय तुम कहोगे: “हे यहोवा, मैं तेरे गुण गाता हूँ! तू मुझ से कुपित रहा है किन्तु अब मुझ पर क्रोध मत कर! तू मुझ पर अपना प्रेम दिखा।”
आगे चल कर, यहोवा याकूब पर फिर अपना प्रेम दर्शायेगा। यहोवा इस्राएल के लोगों को फिर चुनेगा। उस समय यहोवा उन लोगों को उनकी धरती देगा। फिर गैर यहूदी लोग, यहूदी लोगों के साथ अपने को जोड़ेंगे। दोनों ही जातियों के लोग एकत्र हो कर याकूब के परिवार के रूप में एक हो जायेंगे।
आकाश प्रसन्न है, क्योंकि यहोवा ने महान काम किये। धरती और यहाँ तक कि धरती के नीचे बहुत गहरे स्थान भी प्रसन्न हैं! पर्वत परमेश्वर को धन्यवाद देते हुए गाओ। वन के सभी वृक्ष, तुम भी खुशी गाओ! क्यों क्योंकि यहोवा ने याकूब को बचा लिया है। यहोवा ने इस्राएल के लिये महान कार्य किये हैं।
हे मेरे लोगों, तुम बाबुल को छोड़ दो! हे मेरे लोगों तुम कसदियों से भाग जाओ! प्रसन्नता में भरकर तुम लोगों से इस समाचार को कहो! धरती पर दूर दूर इस समाचार को फैलाओ! तुम लोगों को बता दो, “यहोवा ने अपने दास याकूब को उबार लिया है!”
यहोवा कहता है, “मैं वही हूँ जो तुमको चैन दिया करता है। इसलिए तुमको दूसरे लोगों से क्यों डरना चाहिए वे तो बस मनुष्य है जो जिया करते हैं और मर जाते हैं। वे बस मानवमात्र हैं। वे वैसे मर जाते हैं जैसे घास मर जाती है।”
सिय्योन पर्वत को यहोवा वैसे ही आशीर्वाद देगा। यहोवा को यरूशलेम और उसके खंडहरों के लिये खेद होगा और वह उस नगर के लिये कोई बहुत बड़ा काम करेगा। यहोवा रेगिस्तान को बदल देगा। वह रेगिस्तान अदन के उपवन के जैसे एक उपवन में बदल जायेगा। वह उजाड़ स्थान यहोवा के बगीचे के जैसा हो जाएगा। लोग अत्याधिक प्रसन्न होंगे। लोग वहाँ अपना आनन्द प्रकट करेंगे। वे लोग धन्यवाद और विजय के गीत गायेंगे।
यरूशलेम, तेरे वे भवन जो बर्बाद हो चुके हैं फिर से प्रसन्न हो जायेंगे। तुम सभी आपस में मिल कर आनन्द मनाओगे। क्यों क्योंकि यहोवा यरूशलेम पर दयालू हो जायेगा, यहोवा अपने लोगों का उद्धार करेगा।
तेरा परमेश्वर कहता है, “मैंने तुझे थोड़े समय के लिये त्यागा था। किन्तु अब मैं तुझे फिर से अपने पास आऊँगा और अपनी महा करूणा तुझ पर दर्शाऊँगा।
मैं बहुत कुपित हुआ और थोड़े से समय के लिये तुझसे छुप गया किन्तु अपनी महाकरूणा से मैं तुझको सदा चैन दूँगा।” तेरे उद्धारकर्ता यहोवा ने यह कहा है।
“जब तुम्हें आनन्द से भरकर शांति और एकता के साथ में उस धरती से छुड़ाकर ले जाया जा रहा होगा जिसमें तुम बन्दी थे, तो तुम्हारे सामने खुशी में पहाड़ फट पड़ेंगे और थिरकने लगेंगे। पहाड़ियाँ नृत्य में फूट पड़ेंगी। तुम्हारे सामने जंगल के सभी पेड़ ऐसे हिलने लगेंगे जैसे तालियाँ पीट रहे हो।
तब इस्राएल की युवतियाँ प्रसन्न होंगी और नाचेंगी। युवा, वृद्ध पुरुष भी उस नृत्य में भाग लेंगे। मैं उनके दु:ख को सुख में बदल दूँगा। मैं इस्राएल के लोगों को आराम दूँगा। मैं उनकी खिन्नता को प्रसन्नता में बदल दूँगा।
तब पृथ्वी और आकाश और उसके भीतर की सभी चीज़ें बाबुल पर प्रसन्न होकर गाने लगेंगे, वे जय जयकार करेंगे, क्योंकि सेना उत्तर से आएगी और बाबुल के विरुद्ध लड़ेगी।” यह सब यहोवा ने कहा है।
मेरा स्वामी यहोवा यह कहता है, “उस समय सारी धरती प्रसन्न होगी जब मैं तुम्हें नष्ट करूँगा।
मैं तुमसे कहता हूँ कि इसी प्रकार एक मन फिराने वाले पापी के लिये भी परमेश्वर के दूतों की उपस्थिति में वहाँ आनन्द मनाया जायेगा।”
किन्तु दीन दुखियों को सुखी करने वाले परमेश्वर ने तितुस को यहाँ पहुँचा कर हमें सान्त्वना दी है।