यहूदा राष्ट्र के मनुष्यों और यरूशलेम नगर से, यहोवा जो कहता है, वह यह है: “तुम्हारे खेतों में हर नहीं चले हैं। खेतों में हल चलाओ। काँटो में बीज न बोओ।
मरकुस 4:18 - पवित्र बाइबल “और दूसरे लोग ऐसे हैं जैसे काँटों में बोये गये बीज। ये वे हैं जो वचन को सुनते हैं। Hindi Holy Bible और जो झाडियों में बोए गए ये वे हैं जिन्होंने वचन सुना। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दूसरे बीज जो काँटों में बोये जाते हैं : ये वे लोग हैं, जो वचन सुनते हैं; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो झाड़ियों में बोए गए ये वे हैं जिन्होंने वचन सुना, नवीन हिंदी बाइबल कुछ जो कँटीली झाड़ियों में बोए गए हैं, वे लोग हैं जो वचन तो सुनते हैं, सरल हिन्दी बाइबल अन्य लोग उस भूमि के समान हैं, जहां सुसमाचार कांटों के बीच बोया जाता है. वे सुसमाचार को सुनते हैं, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और जो झाड़ियों में बोए गए ये वे हैं जिन्होंने वचन सुना, |
यहूदा राष्ट्र के मनुष्यों और यरूशलेम नगर से, यहोवा जो कहता है, वह यह है: “तुम्हारे खेतों में हर नहीं चले हैं। खेतों में हल चलाओ। काँटो में बीज न बोओ।
“काँटों में गिरे बीज का अर्थ है, वह व्यक्ति जो सुसंदेश को सुनता तो है, पर संसार की चिंताएँ और धन का लोभ सुसंदेश को दबा देता है और वह व्यक्ति सफल नहीं हो पाता।
किन्तु उसके भीतर कोई जड़ नहीं होती, इसलिए वे कुछ ही समय ठहर पाते हैं और बाद में जब वचन के कारण उन पर विपत्ति आती है और उन्हें यातनाएँ दी जाती हैं, तो वे तत्काल अपना विश्वास खो बैठते हैं।
किन्तु इस जीवन की चिंताएँ, धन दौलत का लालच और दूसरी वस्तुओं को पाने की इच्छा उनमें आती है और वचन को दबा लेती है। जिससे उस पर फल नहीं लग पाता।
कुछ और बीज काँटों में जा गिरे। काँटे बड़े हुए और उन्होंने उन्हें दबा लिया जिससे उनमें दाने नहीं पड़े।
“और जो बीज काँटो में गिरे, उसका अर्थ है, वह व्यक्ति जो वचन को सुनते हैं किन्तु जब वह अपनी राह चलने लगते हैं तो चिन्ताएँ धन-दौलत और जीवन के भोग विलास उसे दबा देते हैं, जिससे उन पर कभी पकी फसल नहीं उतरती।