काश सभी दूर देशों के लोग यहोवा को याद करें और उसकी ओर लौट आयें। काश विदेशों के सब लोग यहोवा की आराधना करें।
भजन संहिता 96:7 - पवित्र बाइबल अरे! ओ वंशों, और हे जातियों यहोवा के लिये महिमा और प्रशंसा के गीत गाओ। Hindi Holy Bible हे देश देश के कुलों, यहोवा का गुणानुवाद करो, यहोवा की महिमा और सामर्थ्य को मानो! पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हे अन्य जातियों के कुलो, प्रभु की स्तुति करो! प्रभु की महिमा और शक्ति स्वीकार करो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे देश देश के कुल के लोगो, यहोवा का गुणानुवाद करो, यहोवा की महिमा और सामर्थ्य को मानो! नवीन हिंदी बाइबल हे देश-देश के कुल के लोगो, यहोवा को सराहो; यहोवा की महिमा और सामर्थ्य को मानो! सरल हिन्दी बाइबल राष्ट्रों के समस्त गोत्रो, याहवेह को पहचानो, याहवेह को पहचानकर उनके तेज और सामर्थ्य को देखो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे देश-देश के कुल के लोगों, यहोवा का गुणानुवाद करो, यहोवा की महिमा और सामर्थ्य को मानो! |
काश सभी दूर देशों के लोग यहोवा को याद करें और उसकी ओर लौट आयें। काश विदेशों के सब लोग यहोवा की आराधना करें।
ऊँचे स्वर में वह बोला, “परमेश्वर से डरो और उसकी स्तुति करो। क्योंकि उसके न्याय करने का समय आ गया है। उसकी उपासना करो, जिसने आकाश, पृथ्वी, सागर और जल-स्रोतों की रचना की है।”
इसके पश्चात् मैंने भीड़ का सा एक ऊँचा स्वर सुना। लोग कह रहे थे: “हल्लिलूय्याह! परमेश्वर की जय हो, जय हो! महिमा और सामर्थ्य सदा हो!
फिर मैंने एक बड़े जनसमुद्र का सा शब्द सुना जो एक विशाल जलप्रवाह और मेघों के शक्तिशाली गर्जन-तर्जन जैसा था। लोग गा रहे थे: “हल्लिलूय्याह! उसकी जय हो, क्योंकि हमारा प्रभु परमेश्वर! सर्वशक्ति सम्पन्न राज्य कर रहा है।
फिर मैंने सुना कि स्वर्ग की, धरती पर की, पाताल लोक की, समुद्र की, समूची सृष्टि—हाँ, उस समूचे ब्रह्माण्ड का हर प्राणी कह रहा था: “जो सिंहासन पर बैठा है और मेमना का स्तुति, आदर, महिमा और पराक्रम सर्वदा रहें!”
वे एक नया गीत गा रहे थे: “तू यह पुस्तक लेने को समर्थ है, और जो इस पर लगी मुहर खोलने को क्योंकि तेरा वध बलि के रूप कर दिया, और अपने लहू से तूने परमेश्वर के हेतु जनों को हर जाति से, हर भाषा से, सभी कुलों से, सब राष्ट्रों से मोल लिया।
उन्होंने कहा, “आमीन! हमारे परमेश्वर की स्तुति, महिमा, विवेक, धन्यवाद, समादर, शक्ति और बल सदा-सर्वदा होते रहें। आमीन!”