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भजन संहिता 94:8 - पवित्र बाइबल

अरे ओ दुष्ट जनों तुम बुद्धिहीन हो। तुम कब अपना पाठ सीखोगे? अरे ओ दुर्जनों तुम कितने मूर्ख हो! तुम्हें समझने का जतन करना चाहिए।

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Hindi Holy Bible

तुम जो प्रजा में पशु सरीखे हो, विचार करो; और हे मूर्खों तुम कब तक बुद्धिमान हो जाओगे?

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

अरे नासमझ लोगो, तुम विचार करो; अरे मूर्खो, तुम कब समझ से काम लोगे?

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

तुम जो प्रजा में पशु सरीखे हो, विचार करो; और हे मूर्खो, तुम कब बुद्धिमान बनोगे?

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नवीन हिंदी बाइबल

तुम जो प्रजा में पशु-समान हो, ध्यान दो; हे मूर्खो, तुम कब बुद्धिमान बनोगे?

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सरल हिन्दी बाइबल

मन्दमतियो, थोड़ा विचार तो करो; निर्बुद्धियो, तुममें बुद्धिमत्ता कब जागेगी?

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

तुम जो प्रजा में पशु सरीखे हो, विचार करो; और हे मूर्खों तुम कब बुद्धिमान बनोगे?

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भजन संहिता 94:8
12 क्रॉस रेफरेंस  

देखो, बुद्धिमान जन, बुद्धिहीन जन और जड़मति जन एक जैसे मर जाते हैं, और उनका सारा धन दूसरों के हाथ में चला जाता है।


तेरी तुलना में मनुष्य पशुओं जैसे हैं। हम तो मूर्ख जैसे कुछ भी नहीं समझ पाते।


“अरे भोले लोगों! तुम कब तक अपना मोह सरल राहों से रखोगे? उपहास करनेवालों, तुम कब तक उपहासों में आनन्द लोगे? अरे मूर्खो, तुम कब तक ज्ञान से घृणा करोगे?


जो शिक्षा और अनुशासन से प्रेम करता है, वह तो ज्ञान से प्रेम यूँ ही करता है। किन्तु जो सुधार से घृणा करता है, वह तो निरा मूर्ख है।


अरे भोले लोगों! दूर दृष्टि प्राप्त करो, तुम, जो मूर्ख बने हो, समझ बूझ अपनाओ।


अँगूर की बेलें सूख रहीं है। शाखाएँ कट कर गिर रही हैं और स्त्रियाँ उन शाखाओं से धन का काम ले रही हैं। लोग इसे समझ नहीं रहे हैं। इसीलिए उनका स्वामी परमेश्वर उन्हें चैन नहीं देगा। उनका रचयिता उनके प्रति दयालु नहीं होगा।


अन्य राष्ट्रों के सभी लोग शरारती और मूर्ख हैं। उनकी शिक्षा निरर्थक लकड़ी की मूर्तियों से मिली है।


कोई समझदार नहीं, एक भी! कोई ऐसा नहीं, जो प्रभु को खोजता!


यदि शत्रु समझदार होत तो इसे समझ पाते, और देखते अपना अन्त भविष्य में


यह मैं इसलिए बता रहा हूँ क्योंकि एक समय था, जब हम भी मूर्ख थे। आज्ञा का उल्लंघन करते थे। भ्रम में पड़े थे। तथा वासनाओं एवं हर प्रकार के सुख-भोग के दास बने थे। हम दुष्टता और ईर्ष्या में अपना जीवन जीते थे। हम से लोग घृणा करते थे तथा हम भी परस्पर एक दूसरे को घृणा करते थे।