जब तक यह पृथ्वी रहेगी तब तक इस पर फसल उगाने और फ़सल काटने का समय सदैव रहेगा। पृथ्वी पर गरमी और जाड़ा तथा दिन औ रात सदा होते रहेंगे।”
भजन संहिता 24:2 - पवित्र बाइबल यहोवा ने इस धरती को जल पर रचा है। उसने इसको जल—धारों पर बनाया। Hindi Holy Bible क्योंकि उसी ने उसकी नींव समुद्रों के ऊपर दृढ़ करके रखी, और महानदों के ऊपर स्थिर किया है॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि प्रभु ने सागरों पर उसे स्थापित किया है, उसने सरिताओं पर उसे स्थिर किया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि उसी ने उसकी नींव समुद्रों के ऊपर दृढ़ करके रखी, और महानदों के ऊपर स्थिर किया है। नवीन हिंदी बाइबल उसी ने समुद्रों पर उसकी नींव रखी, और जल-धाराओं पर उसे स्थापित किया है। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि उन्हीं ने महासागर पर इसकी नींव रखी तथा जलप्रवाहों पर इसे स्थिर किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि उसी ने उसकी नींव समुद्रों के ऊपर दृढ़ करके रखी, और महानदों के ऊपर स्थिर किया है। |
जब तक यह पृथ्वी रहेगी तब तक इस पर फसल उगाने और फ़सल काटने का समय सदैव रहेगा। पृथ्वी पर गरमी और जाड़ा तथा दिन औ रात सदा होते रहेंगे।”
अय्यूब, बताओ तुम कहाँ थे, जब मैंने पृथ्वी की रचना की थी? यदि तू इतना समझदार है तो मुझे उत्तर दे।
परमेश्वर ने सागर के बीच में सूखी धरती को स्थापित किया। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
यहोवा ने आदेश दिया और सृष्टि तुरंत अस्तित्व में आई। परमेश्वर के श्वास ने धरती पर हर वस्तु रची।
यहोवा राजा है। वह सामर्थ्य और महिमा का वस्त्र पहने है। वह तैयार है, सो संसार स्थिर है। वह नहीं टलेगा।
राष्ट्रों को बता दो कि यहोवा राजा है! सो इससे जगत का नाश नहीं होगा। यहोवा मनुष्यों पर न्याय से शासन करेगा।
निश्चय ही तुम मुझसे भयभीत हो।” यह सन्देश यहोवा का है। “मेरे सामने तुम्हें भय से काँपना चाहिये। मैं ही वह हूँ, जिसने समुद्र तटों को समुद्र की मर्यादा बनाई। मैंने बालू की ऐसी सीमा बनाई जिसे पानी तोड़ नहीं सकती। तरंगे तट को कुचल सकती हैं, किन्तु वे इसे नष्ट नहीं करेंगी। चढ़ती हुई तरंगे गरज सकती हैं, किन्तु वे तट की मर्यादा तोड़ नहीं सकती।