“बिन्यामीन एक ऐसे भूखे भेड़िये के समान है जो सबेरे मारता है और उसे खाता है। शाम को यह बचे खुचे से काम चलाता है।”
न्यायियों 20:21 - पवित्र बाइबल तब बिन्यामीन की सेना गिबा नगर के बाहर निकली। उन्होंने उस दिन की लड़ाई में इस्राएल की सेना के बाईस हजार लोगों को मार डाला। Hindi Holy Bible तब बिन्यामीनियों ने गिबा से निकल उसी दिन बाईस हजार इस्राएली पुरूषों को मार के मिट्टी में मिला दिया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) बिन्यामिनी सैनिक युद्ध के लिए गिबआह नगर से बाहर निकले। उन्होंने उसी दिन इस्राएलियों के बाईस हजार सैनिकों को धराशायी कर दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब बिन्यामीनियों ने गिबा से निकल उसी दिन बाईस हज़ार इस्राएली पुरुषों को मारके मिट्टी में मिला दिया। सरल हिन्दी बाइबल बिन्यामिन के सैनिक गिबियाह नगर से बाहर आए और इस्राएल के बाईस हज़ार योद्धाओं को मार गिराया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब बिन्यामीनियों ने गिबा से निकल उसी दिन बाईस हजार इस्राएली पुरुषों को मारकर मिट्टी में मिला दिया। |
“बिन्यामीन एक ऐसे भूखे भेड़िये के समान है जो सबेरे मारता है और उसे खाता है। शाम को यह बचे खुचे से काम चलाता है।”
तुम यहूदा और यरूशलेम के लोगों को दास की तरह रखने की योजना बना रहे हो। तुम लोगों ने भी यहोवा, अपने परमेश्वर के विरूद्ध पाप किया है।
राजा की रक्षा उसके महाबल से नहीं होती है, और कोई सैनिक अपने निज शक्ति से सुरक्षित नहीं रहता।
हे परमेश्वर, तू गहरे समुद्र में ही पैदल चला। तूने चलकर ही सागर पार किया। किन्तु तूने कोई पद चिन्ह नहीं छोड़ा।
परमेश्वर ने अपने ही लोगों (इस्राएली) पर निज क्रोध प्रकट किया। उसने उनको युद्ध में मार दिया।
यहोवा यदि मैं तुझसे तर्क करता हूँ, तू सदा ही सही निकलता है। किन्तु मैं तुझसे उन सब के बारे में पूछना चाहता हूँ जो सही नहीं लगतीं। दुष्ट लोग सफल क्यों हैं जो तुझ पर विश्वास नहीं करते, उनका उतना जीवन सुखी क्यों है
हे इस्राएल, तू गिबा के समय से ही पाप करता आया है। (वे लोग वहाँ पाप करते ही चले गये।) गिबा के वे दुष्ट लोग सचमुच युद्ध की पकड़ में आ जायेंगे।
“जब तुम्हारी सेना शत्रु के विरुद्ध जाए, तब तुम उन सभी चीज़ों से दूर रहो जो तुम्हें अपवित्र बनाती हैं।
तब इस्राएल की सेना बिन्यामीन की सेना से युद्ध के लिये निकल पड़ी। इस्राएल की सेना ने गिबा नगर में बिन्यामीन की सेना के विरुद्ध अपना मोर्चा लगाया।
इस्राएल के लोग यहोवा के सामने गए। वे शाम तक रोकर चिल्लाते रहे। उन्होंने यहोवा से पूछा, “क्या हमें बिन्यामीन के विरुद्ध लड़ने जाना चाहिए? वे लोग हमारे सम्बन्धी हैं।” यहोवा ने उत्तर दिया, “जाओ और उनके विरुद्ध लड़ो। इस्राएल के लोगों ने एक दूसरे का साहस बढ़ाया। इसलिए वे पहले दिन की तरह फिर लड़ने गए।”
बिन्यामीन की सेना दूसरे दिन इस्राएल की सेना पर आक्रमण करने के लिये गिबा नगर से बाहर आई। इस समय बिन्यामीन की सेना ने इस्राएल की सेना के अन्य अट्ठारह हजार सैनिकों को मार डाला। इस्राएल की सेना के वे सभी प्रशिक्षित सैनिक थे।