दाऊद ने युवक से पूछा, “तूम कैसे जानते हो कि शाऊल और उसका पुत्र योनातन दोनों मर गए हैं?”
नीतिवचन 25:2 - पवित्र बाइबल किसी विषय—वस्तु को रहस्यपूर्ण रखने में परमेश्वर की गरिमा है किन्तु किसी बात को ढूँढ निकालने में राजा की महिमा है। Hindi Holy Bible परमेश्वर की महिमा, गुप्त रखने में है परन्तु राजाओं की महिमा गुप्त बात के पता लगाने से होती है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यह परमेश्वर की महिमा है कि रहस्य, रहस्य बना रहे; पर राजा की महिमा तब होती है, जब वह रहस्यों से परदा उठाता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परमेश्वर की महिमा, गुप्त रखने में है, परन्तु राजाओं की महिमा गुप्त बात का पता लगाने से होती है। नवीन हिंदी बाइबल परमेश्वर की महिमा किसी बात को गुप्त रखने में है, परंतु राजाओं की महिमा गुप्त बात को खोज निकालने में है। सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर की महिमा इसमें है कि वह किसी विषय को गुप्त रख देते हैं; जबकि राजा की महिमा किसी विषय की गहराई तक खोजने में होती है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परमेश्वर की महिमा, गुप्त रखने में है परन्तु राजाओं की महिमा गुप्त बात के पता लगाने से होती है। |
दाऊद ने युवक से पूछा, “तूम कैसे जानते हो कि शाऊल और उसका पुत्र योनातन दोनों मर गए हैं?”
राजा ने कहा, “क्या योआब ने ये सारी बातें तुमसे कहने को कहा है?” उस स्त्री ने जवाब दिया, “मेरे प्रभु राजा, आपके जीवन की शपथ, आप सही हैं। आपके सेवक योआब ने ये बातें कहने के लिये कहा।
राजा अर्तक्षत्र हम चाहते हैं कि आप उन राजाओं के लेखों का पता लगायें जिन्होंने आपके पहले शासन किये। आप उन लेखों में देखेंगे कि यरूशलेम ने सदैव अन्य राजाओं के प्रति विद्रोह किया। इसने अन्य राजाओं और राष्द्रों के लिये बहुत कठिनाईयाँ उत्पन्न की हैं। प्राचीन काल से इस नगर में बहुत से विद्रोह का आरम्भ हुआ है! यही कारण है कि यरूशलेम नष्ट हुआ था!
मैंने आदेश दिया कि मेरे पहले के राजाओं के लेखों की खोज की जाये। लेख पढ़े गये और हम लोगों को ज्ञात हुआ कि यरूशलेम द्वारा राजाओं के विरूद्ध विद्रोह करने का एक लम्बा इतिहास है। यरूशलेम ऐसा स्थान रहा है जहाँ प्राय: विद्रोह और क्रान्तियाँ होती रही हैं।
अब यदि राजा चाहते हैं तो कृपया वे राजाओं के लेखों को खोजें। यह देखने के लिए खोज करें कि क्या राजा कुस्रू द्वारा यरूशलेम में परमेश्वर के मन्दिर को फिर से बनाने का दिया गया आदेश सत्य है और तब, महामहिम, कृपया आप हम लोगों को पत्र भेजें जिससे हम जान सकें कि आपने इस विषय में क्या करने का निर्णय लिया है।
अत: राजा दारा ने अपने पूर्व के राजाओं के लेखों की जाँच करने का आदेश दिया। वे लेख बाबेल में वहीं रखे थे जहाँ खज़ाना रखा गया था।
दीन लोगों के लिये मैं पिता के तुल्य था, मैं पक्ष लिया करता था ऐसे अनजानों का जो विपत्ति में पड़े थे।
अय्यूब, बताओ तुम कहाँ थे, जब मैंने पृथ्वी की रचना की थी? यदि तू इतना समझदार है तो मुझे उत्तर दे।
“अय्यूब तूने सर्वशक्तिमान परमेश्वर से तर्क किया। तूने बुरे काम करने का मुझे दोषी ठहराया। अब तू मुझको उत्तर दे।”
यहोवा, तूने यह प्रश्न पूछा कि ‘यह अबोध व्यक्ति कौन है जो ये मूर्खतापूर्ण बातें कह रहा है’ यहोवा, मैंने उन चीजों के बारे में बातें की जिन्हें मैं समझता नहीं था। यहोवा, मैंने उन चीजों के बारे में बातें की जो मेरे समझ पाने के लिये बहुत अचरज भरी थी।
जैसे ऊपर अन्तहीन आकाश है और नीचे अटल धरती है, वैसे ही राजाओं के मन होते हैं जिनके ओर—छोर का कोई अता पता नहीं। उसकी थाह लेना कठिन है।
मैंने निश्चय किया कि मैं इस जीवन में जो कुछ होता है उसे जानने के लिये अपनी बुद्धि का उपयोग करते हुए उसका अध्ययन करूँ। मैंने जाना कि परमेश्वर ने हमें करने के लिये जो यह काम दिया है वह बहुत कठिन है।
यहोवा उन पर बहुत क्रोधित हुआ और उन पर बौखला उठा। इसलिए उसने उनके देश से उन्हें बाहर किया। उसने उन्हें दूसरे देश में पहुँचाया जहाँ वे आज हैं।’
“कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें यहोवा हमारे परमेश्वर ने गुप्त रखा है। उन बातों को केवल वह ही जानता है। किन्तु यहोवा ने हमें अपने नियमों की जानकारी दी है! वह व्यवस्था हमारे लिये और हमारे वंशजों के लिये है। हमें इसका पालन सदैव करना चाहिए!