यह आप लोगों का दोष नहीं था कि मैं यहाँ भेजा गया। वह परमेश्वर की योजना थी। परमेश्वर ने मुझे फ़िरौन के पिता सदृश बनाया। ताकि मैं उसके सारे घर और सारे मिस्र का शासक रहूँ।”
नीतिवचन 11:11 - पवित्र बाइबल सच्चे जन की आशीष नगर को ऊँचा उठा देती किन्तु दुष्टों की बातें नीचे गिरा देती हैं। Hindi Holy Bible सीधे लोगों के आशीर्वाद से नगर की बढ़ती होती है, परन्तु दुष्टों के मुंह की बात से वह ढाया जाता है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) निष्कपट व्यक्ति के आशिष-वचनों से नगर की उन्नति होती है, परन्तु दुर्जन के दुर्वचनों से वह ध्वस्त हो जाता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सीधे लोगों के आशीर्वाद से नगर की बढ़ती होती है, परन्तु दुष्टों के मुँह की बात से वह ढाया जाता है। नवीन हिंदी बाइबल सीधे लोगों के आशीर्वाद से नगर की उन्नति होती है, परंतु दुष्टों की बातों से वह ढाया जाता है। सरल हिन्दी बाइबल ईमानदार के आशीर्वाद से नगर की प्रतिष्ठा बढ़ जाती है, किंतु दुर्जन का वक्तव्य ही उसे ध्वस्त कर देता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सीधे लोगों के आशीर्वाद से नगर की बढ़ती होती है, परन्तु दुष्टों के मुँह की बात से वह ढाया जाता है। |
यह आप लोगों का दोष नहीं था कि मैं यहाँ भेजा गया। वह परमेश्वर की योजना थी। परमेश्वर ने मुझे फ़िरौन के पिता सदृश बनाया। ताकि मैं उसके सारे घर और सारे मिस्र का शासक रहूँ।”
ऐसा हुआ कि बिक्री का पुत्र शेबा नाम का एक बुरा आदमी था। शेबा बिन्यामीन परिवार समूह का था। उसने तुरही बजाई और कहा, “हम लोगों का कोई हिस्सा दाऊद में नहीं है। यिशै के पुत्र का कोई अंश हममें नहीं है। पूरे इस्राएली, हम लोग अपने डेरों में घर चले।”
परमेश्वर जो मनुष्य भोला नहीं है उसकी भी रक्षा करेगा, तेरे हाथों की स्वच्छता से उसको उद्धार मिलेगा।”
ऐसा जन जिसके पास विवेक नहीं होता, वह अपने पड़ोसी का अपमान करता है, किन्तु समझदार व्यक्ति चुप चाप रहता है।
देश में जब अराजकता उभर आती है बहुत से शासक बन बैठते हैं। किन्तु जो समझता है और ज्ञानी होता है, ऐसा मनुष्य ही व्यवस्था स्थिर करता है।
जो ऐसा सोचते हैं कि हम दूसरों से उत्तम हैं, वे विपत्ति उपजाते और सारे नगर को अस्त—व्यस्त कर देते हैं। किन्तु जो बुद्धिमान होते हैं, शान्ति को स्थापित करते हैं।
उसी नगर में एक बुद्धिमान पुरुष रहता था। वह बहुत निर्धन था। किन्तु उसने उस नगर को बचाने के लिये अपनी बुद्धि का उपयोग किया। जब नगर की विपत्ती टल गयी और सब कुछ समाप्त हो गया तो लोगों ने उस गरीब व्यक्ति को भुला दिया।
हाँ, जीभ एक लपट है। यह बुराई का एक पूरा संसार है। यह जीभ हमारे देह के अंगों में एक ऐसा अंग है, जो समूचे देह को भ्रष्ट कर डालता है और हमारे समूचे जीवन चक्र में ही आग लगा देता है। यह जीभ नरक की आग से धधकती रहती है।