दुष्ट लोगों के लिये परमेश्वर संकट और विनाश भेजता है, और जो बुरा करते हैं, उनके लिये विध्वंस भेजता है।
नीतिवचन 10:29 - पवित्र बाइबल धर्मी जन के लिये यहोवा का मार्ग शरण स्थल है किन्तु जो दुराचारी है, उनका यह विनाश है। Hindi Holy Bible यहोवा खरे मनुष्य का गढ़ ठहरता है, परन्तु अनर्थकारियों का विनाश होता है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) निष्कपट मनुष्य का गढ़ है− प्रभु; किन्तु प्रभु दुष्कर्मियों का संहार करता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा खरे मनुष्य का गढ़ ठहरता है, परन्तु अनर्थकारियों का विनाश होता है। नवीन हिंदी बाइबल यहोवा का मार्ग खरे मनुष्य के लिए तो दृढ़ गढ़, परंतु अनर्थकारियों के लिए विनाश है। सरल हिन्दी बाइबल निर्दोष के लिए याहवेह का विधान एक सुरक्षित आश्रय है, किंतु बुराइयों के निमित्त सर्वनाश. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा खरे मनुष्य का गढ़ ठहरता है, परन्तु अनर्थकारियों का विनाश होता है। |
दुष्ट लोगों के लिये परमेश्वर संकट और विनाश भेजता है, और जो बुरा करते हैं, उनके लिये विध्वंस भेजता है।
ऐसा भला क्यों होगा? क्योंकि यहोवा सज्जनों की रक्षा करता है और वह दुर्जनों का विनाश करता है।
उनके कब्रों के पत्थरो पर यह लिख दे: “दुष्ट लोग यहाँ पर गिरे हैं। वे कुचले गए। वे फिर कभी खड़े नहीं हो पायेंगे।”
किन्तु बुरे लोग यहोवा के शत्रु हुआ करते हैं। सो उन बुरे जनों को नष्ट किया जाएगा, उनकी घाटियाँ सूख जाएंगी और जल जाएंगी। उनको तो पूरी तरह से मिटा दिया जायेगा।
लोग नगर नगर होते हुए सिय्योन पर्वत की यात्रा करते हैं जहाँ वे अपने परमेश्वर से मिलेंगे।
दुष्ट जन घास की तरह जीते और मरते हैं। वे जो भी कुछ व्यर्थ कार्य करते हैं, उन्हें सदा सर्वदा के लिये मिटाया जायेगा।
जब दुष्ट मरता है, उनकी आशा मर जाती है। अपनी शक्ति से जो कुछ अपेक्षा उसे थी, व्यर्थ चली जाती है।
किन्तु वे लोग जो यहोवा के भरोसे हैं फिर से शक्तिशाली बन जाते हैं। जैसे किसी गरुड़ के फिर से पंख उग आते हैं। ये लोग बिना विश्राम चाहे निरंतर दौड़ते रहते हैं। ये लोग बिना थके चलते रहते हैं।
ये बातें बुद्धिमान व्यक्ति को समझना चाहिये, ये बातें किसी चतुर व्यक्ति को जाननी चाहियें। यहोवा की राहें उचित है। सज्जन उसी रीति से जीयेंगे; और दुष्ट उन्हीं से मर जायेंगे।
यहोवा अपने लोगों को शक्तिशाली बनाएगा और वे उनके और उनके नाम के लिये जीवीत रहेंगे।” यहोवा ने यह सब कहा।