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गिनती 34:2 - पवित्र बाइबल

“इस्राएल के लोगों को यह आदेश दोः तुम लोग कनान देश में आ रहे हो। तुम लोग इस देश को हराओगे। तुम लोग पूरा कनान देश ले लोगे।

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Hindi Holy Bible

इस्त्राएलियों को यह आज्ञा दे, कि जो देश तुम्हारा भाग होगा वह तो चारों ओर से सिवाने तक का कनान देश है, इसलिये जब तुम कनान देश मे पहुंचों,

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

‘तू इस्राएली समाज को यह आदेश दे; तू उनसे कहना : जब तुम कनान देश में पहुंचोगे तब तुम्‍हारे क्षेत्र की सीमा, जो तुम पैतृक अधिकार में प्राप्‍त करोगे, यह होगी। कनान देश की सीमाएं इस प्रकार निर्धारित हैं :

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

“इस्राएलियों को यह आज्ञा दे : जो देश तुम्हारा भाग होगा वह तो चारों ओर की सीमा तक का कनान देश है, इसलिये जब तुम कनान देश में पहुँचो,

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सरल हिन्दी बाइबल

“तुम इस्राएलियों को यह आदेश दो: ‘जब तुम कनान देश में प्रवेश करो, तो यही वह देश होगा, जो तुम्हारे उत्तराधिकार के लिए ठहराया गया है—हां, कनान देश उसकी सीमाओं सहित:

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

“इस्राएलियों को यह आज्ञा दे: कि जो देश तुम्हारा भाग होगा वह तो चारों ओर की सीमा तक का कनान देश है, इसलिए जब तुम कनान देश में पहुँचो,

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गिनती 34:2
23 क्रॉस रेफरेंस  

कनान लोगों का देश सीदोन से उत्तर में और दक्षिण में गरार तक, पश्चिम में अज्जा से पूर्व में सदोम और अमोरा तक, अदमा और सबोयीम से लाशा तक था।


और मैं यह प्रदेश तुमको और तुम्हारे सभी वंशजों को दूँगा। मैं वह प्रदेश तुम्हें दूँगा जिससे होकर तुम यात्रा कर रहे हो। मैं तुम्हें कनान प्रदेश दूँगा। मैं तुम्हें यह प्रदेश सदा के लिए दूँगा और मैं तुम्हारा परमेश्वर रहूँगा।”


परमेश्वर ने कहा था, “कनान की भूमि मैं तुमको दूँगा। वह धरती तुम्हारी हो जायेगी।”


“मैं तुम लोगों को लाल सागर से लेकर फरात तक का सारा प्रदेश दूँगा। पश्चिमी सीमा पलिश्ती सागर (भूमध्य सागर) होगा और पूर्वी सीमा अरब मरुभूमि होगी। मैं ऐसा करूँगा कि वहाँ के रहने वालों को तुम हराओ। और तुम इन सभी लोगों को वहाँ से भाग जाने के लिए विवश करोगे।


मैंने अर्थात् यहोवा ने अपने से कहा, “मैं तुमसे अपने बच्चों का सा व्यवहार करना चाहता हूँ, मैं तुम्हें एक सुहावना देश देना चाहता हूँ। वह देश जो किसी भी राष्ट्र से अधिक सुन्दर होगा। मैंने सोचा था कि तुम मुझे ‘पिता’ कहोगे। मैंने सोचा था कि तुम मेरा सदैव अनुसरण करोगे। किन्तु तुम उस स्त्री की तरह हुए जो पतिव्रता नहीं रही। इस्राएल के परिवार, तुम मेरे प्रति विश्वासघाती रहे!” यह सन्देश यहोवा का था।


मेरा स्वामी यहोवा यह कहता है, “ये सीमायें इस्राएल के बारह परिवार समूहों में भूमि के बाँटने के लिये हैं। यूसुफ को दो भाग मिलेंगे।


तुम भूमि को बराबर बाँटोगे। मैंने इस भूमि को तुम्हारे पूर्वजों को देने का वचन दिया था। अत: मैं यह भूमि तुम्हें दे रहा हूँ।


यहोवा ने मूसा से बात की। उसने कहा,


एक ही मनुष्य से उसने मनुष्य की सभी जातियों का निर्माण किया ताकि वे समूची धरती पर बस जायें और उसी ने लोगों का समय निश्चित कर दिया और उस स्थान की, जहाँ वे रहें सीमाएँ बाँध दीं।


उनकी आँखें खोलने, उन्हें अंधकार से प्रकाश की ओर लाने और शैतान की ताकत से परमेश्वर की ओर मोड़ने के लिये, तुझे भेज रहा हूँ, उनसे तेरी रक्षा करता रहूँगा। इससे वे पापों की क्षमा प्राप्त करेंगे और उन लोगों के बीच स्थाऩ पायेंगे जो मुझ में विश्वास के कारण पवित्र हुए हैं।’”


वह आत्मा हमारे उत्तराधिकार के भाग की जमानत के रूप में उस समय तक के लिये हमें दिया गया है, जब तक कि वह हमें, जो उसके अपने है, पूरी तरह छुटकारा नहीं दे देता। इसके कारण लोग उसकी महिमा की प्रशंसा करेंगे।


मेरी विनती है कि तुम्हारे हृदय की आँखें खुल जायें और तुम प्रकाश का दर्शन कर सको ताकि तुम्हें पता चल जाये कि वह आशा क्या है जिसके लिये तुम्हें उसने बुलाया है। और जिस उत्तराधिकार को वह अपने सभी लोगों को देगा, वह कितना अद्भुत और सम्पन्न है।


यहोशू ने पूरे इस्राएल प्रदेश पर अधिकार कर लिया। इस बात को यहोवा ने मूसा से बहुत पहले ही कह दिया। यहोवा ने वह देश इस्राएल को इसलिए दिया क्योंकि उसने इसके लिये वचन दिया था। तब यहोशू ने इस्राएल के परिवार समूहों में उस प्रदेश को बाँटा तब युद्ध बन्द हुआ और अन्तिम रूप में शान्ति स्थापित हो गई।


जब यहोशू बहुत बूढ़ा हो गया तो यहोवा ने उससे कहा, “यहोशू तुम बूढ़े हो गए हो, लेकिन अभी तुम्हें बहुत सी भूमि पर अधिकार करना है।


इस प्रकार यहोवा ने इस्राएल के लोगों को जो वचन दिया था, उसे पूरा किया। उसने वह सारा प्रदेश दे दिया जिसे देने का उसने वचन दिया था। लोगों ने वह प्रदेश लिया और उसमें रहने लगे