इसलिए इब्राहीम ने उस जगह का नाम “यहोवा यिरे” रखा। आज भी लोग कहते हैं, “इस पहाड़ पर यहोवा को देखा जा सकता है।”
एस्तेर 6:1 - पवित्र बाइबल उस रात राजा सो नहीं पाया। सो उसने अपने एक दास से इतिहास की पुस्तक लाकर अपने सामने उसे पढ़ने को कहा। (राजाओं के इतिहास की पुस्तक में वह सब कुछ अंकित रहता है जो एक राजा के शासनकाल के दौरान घटित होता है।) Hindi Holy Bible उस रात राजा को नींद नहीं आई, इसलिये उसकी आज्ञा से इतिहास की पुस्तक लाई गई, और पढ़कर राजा को सुनाई गई। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उस रात सम्राट क्षयर्ष सो न सका। उसने ‘इतिहास-ग्रन्थ’ लाने का आदेश दिया, जिसमें महत्वपूर्ण घटनाओं का वर्णन लिखा गया था। ये घटनाएँ सम्राट के सम्मुख पढ़ी गईं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उस रात राजा को नींद नहीं आई, इसलिये उसकी आज्ञा से इतिहास की पुस्तक लाई गई, और पढ़कर राजा को सुनाई गई। सरल हिन्दी बाइबल उस रात राजा को नींद नहीं आई, तब उसने आदेश दिया, कि इतिहास की पुस्तक लायी जाए, कि उसे राजा के सामने वाचन किया जाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उस रात राजा को नींद नहीं आई, इसलिए उसकी आज्ञा से इतिहास की पुस्तक लाई गई, और पढ़कर राजा को सुनाई गई। |
इसलिए इब्राहीम ने उस जगह का नाम “यहोवा यिरे” रखा। आज भी लोग कहते हैं, “इस पहाड़ पर यहोवा को देखा जा सकता है।”
राजा क्षयर्ष ने जो महान कार्य अपनी शक्ति और सामर्थ्य से किये थे वे मादै और फारस के राजाओं की इतिहास की पुस्तक में लिखे हैं। उन इतिहास की पुस्तकों में मोर्दकै ने जो कुछ किया था, वह सब कुछ भी लिखा है। राजा ने मोर्दकै को एक महान व्यक्ति बना दिया।
उसी समय जब मोर्दकै राजद्वार के निकट बैठा करता था, यह घटना घटी: बिकतान और तेरेश जो राजा के द्वार रक्षक अधिकारी थे, राजा से अप्रसन्न हो गये थे। उन्होंने राजा क्षयर्ष की हत्या का षड़यन्त्र रचना शुरु कर दिया।
किन्तु मोर्दकै को उस षड़यन्त्र का पता चल गया और उसने उसे महारानी एस्तेर को बता दिया। फिर महारानी एस्तेर ने उसे राजा से कह दिया। उसने राजा को यह भी बता दिया कि मोर्दकै ही वह व्यक्ति है, जिसने इस षड़यन्त्र का पता चलाया है।
इसके बाद उस सूचना की जाँच की गयी और यह पता चला कि मोर्दकै की सूचना सही थी और उन दो पहरेदारों को जिन्होंने राजा को मार डालने का षड़यन्त्र बनाया था, एक खम्भे पर लटका दिया गया। राजा के सामने ही ये सभी बातें राजा के इतिहास की पुस्तक में लिख दी गयीं।
यदि मुझे महाराज अनुमति दें और यदि जो मैं चाहूँ, वह मुझे देने से महाराज प्रसन्न हों तो मेरी इच्छा यह है कि महाराज और हामान कल मेरे यहाँ आयें। कल मैं महाराजा और हामान के लिये एक और भोज देना चाहती हूँ और उसी समय में यह बताऊँगी कि वास्तव में मैं क्या चाहती हूँ।”
“गरीब जन, और जरुरत मंद जल ढूँढ़ते हैं किन्तु उन्हें जल नहीं मिलता है। वे प्यासे हैं और उनकी जीभ सूखी है। मैं उनकी विनतियों का उत्तर दूँगा। मैं उनको न ही तजूँगा और न ही मरने दूँगा।
नबूकदनेस्सर ने अपने शासन के दूसरे वर्ष के मध्य एक सपना देखा। उसके सपने ने उसे व्याकुल कर दिया। जैसे तैसे बहुत देर बाद उसे नींद आई।
इसके बाद राजा दारा अपने महल को वापस चला गया। उस रात उसने खाना नहीं खाया। वह नहीं चाहता था कि कोई उसके पास आये और उसका मन बहलाये। राजा सारी रात सो नहीं पाया।
परमेश्वर के भक्तों ने आपस में बातें कीं और यहोवा ने उनकी सुनी। उसके सामने एक पुस्तक हैं। उस पुस्तक में परमेश्वर के भक्तों के नाम हैं। वे ही लोग है जो यहोवा के नाम का सम्मान करते हैं।
परमेश्वर की करुणा, बुद्धि और ज्ञान कितने अपरम्पार हैं। उसके न्याय कितने गहन हैं; उसके रास्ते कितने गूढ़ है।