देश में ऐसे लोग भी थे जो इस्राएली नहीं थे। वे लोग एमोरी, हित्ती, परिज्जी, हिब्बी और यबूसी थे।
एज्रा 2:58 - पवित्र बाइबल मन्दिर के सेवक और सुलैमान के सेवकों के कुल वंशज 392 Hindi Holy Bible सब नतीन और सुलैमान के दासों की सन्तान, तीन सौ बानवे थे॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस प्रकार मन्दिर के सेवकों की और सुलेमान के राजकीय नौकर-चाकरों के वंशजों की संख्या तीन सौ बानबे थी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सब नतीन और सुलैमान के दासों की सन्तान तीन सौ बानवे थे। सरल हिन्दी बाइबल मंदिर के सेवक और शलोमोन के सेवकों की कुल गिनती: 392 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सब नतीन और सुलैमान के दासों की सन्तान, तीन सौ बानवे थे। |
देश में ऐसे लोग भी थे जो इस्राएली नहीं थे। वे लोग एमोरी, हित्ती, परिज्जी, हिब्बी और यबूसी थे।
इस्राएली उन लोगों को नष्ट नहीं कर सके थे। किन्तु सुलैमान ने उन्हें दास के रूप में अपने लिये काम करने को विवश किया। वे अभी तक दास हैं।
सबसे पहले लौट कर आने वाले और अपने नगरों और अपमने प्रदेश में रहने वाले लोगों में कुछ इस्राएली, याजक, लेवीवंशी और मन्दिर में सेवा करने वाले सेवक थे।
कुछ लोग इन नगरों से यरूशलेम आये: तेल्मेलह, तेलहर्शा, करूब, अद्दान और इम्मेर। किन्तु ये लोग यह प्रमाणित नहीं कर सके कि उनके परिवार इस्राएल के परिवार से हैं।
इस्राएल के बहुत से लोग एज्रा के साथ आए। वे याजक लेवीवंशी, गायक, द्वारपाल और मन्दिर के सेवक थे। इस्राएल के वे लोग अर्तक्षत्र के शासनकाल के सातवें वर्ष यरूशलेम आए।
मन्दिर के जो सेवक ओपेल पहाड़ी पर रहा करते थे उन्होंने परकोटे के अगले हिस्से की जल—द्वार के पूर्वी ओर तथा उसके निकट के गुम्बद तक की मरम्मत का काम किया।
मैंने दास और दासियाँ खरीदीं और फिर मेरे घर में उत्पन्न हुए दास भी थे। मैं बड़ी बड़ी वस्तुओं का स्वामी बन गया। मेरे पास झुँड के झुँड पशु और भेड़ों के रेवड़ थे। यरूशलेम में किसी भी व्यक्ति के पास जितनी वस्तुएँ थीं, मेरे पास उससे भी अधिक वस्तुएँ थीं।
इसलिए इन्हें जीवित रहने दो। यह हमारे सेवक होंगे। वे हमारे लिये लकड़ियाँ काटेंगे और हम सबके लिए पानी लाएंगे।” इस प्रकार प्रमुखों ने इन लोगों के साथ की गई अपनी शान्ति—सन्धि को नहीं तोड़ा।
अब तुम्हारे लोगो को बहुत कष्ट होगा। तुम्हारे सभी लोग दास होंगे उन्हें परमेश्वर के निवास के लिये लकड़ी काटनी और पानी लाना पड़ेगा।”
यहोशू ने गिबोन के लोगों को इस्राएल के लोगों का दास बनने दिया। वे इस्राएल के लोगों और यहोवा के चुने गए जिस किसी भी स्थान की वेदी के लिए लकड़ी काटते और पानी लाते थे। वे लोग अब तक दास हैं।