एलीआज़ार पलिश्तियों के साथ तब तक लड़ता रहा जब तक वह बहुत थक नहीं गया। किन्तु वह अपनी तलवार को दृढ़ता से पकड़े रहा और युद्ध करता रहा। उस दिन यहोवा ने इस्राएलियों को बड़ी विजय दी। लोग तब आए जब एलीआज़ार युद्ध जीत चुका था। किन्तु वे केवल बहुमूल्य चीजें शत्रुओं से लेने आए।
उन राष्ट्रों ने तुम्हें नष्ट किया। किन्तु अब वे राष्ट्र नष्ट किये जायेंगे। इस्राएल और यहूदा तुम्हारे शत्रु बन्दी होंगे। उन लोगों ने तुम्हारी चीज़ें चुराई। किन्तु अन्य लोग उनकी चीज़ें चुराएंगे। उन लोगों ने तुम्हारी चीज़ें युद्ध में लीं। किन्तु अन्य लोग उनसे चीज़ें युद्ध में लेंगे।
इस्राएल और यहूदा के सैनिकों ने जयघोष किया और पलिश्तियों का पीछा करने लगे। इस्राएलियों ने लगातार गत की सीमा और एक्रोन के द्वार तक पलिश्तियों का पीछा किया। उन्होंने अनेकों पलिश्ती मार गिराए। उनके शव शारैंम सड़क पर गत और एक्रोन तक लगातार बिछ गए।
दाऊद अपने जीवन पर खेला था जब उसने पलिश्ती (गोलियत) को मारा था। यहोवा ने सारे इस्राएल के लिये एक बड़ी विजय प्राप्त की थी। आपने उसे देखा और आप उस पर बड़े प्रसन्न थे। आप दाऊद को हानि क्यों पहुँचाना चाहते हैं? वह निरपराध है। उसे मार डालने का कोई कारण नहीं है!”