तब दाऊद ने वहाँ यहोवा के लिये एक वेदी बनाई। दाऊद ने होमबलि और मेलबलि चढ़ाई। यहोवा ने देश के लिये उसकी प्रार्थना स्वीकार की। यहोवा ने इस्राएल में बीमारी रोक दी।
1 शमूएल 14:35 - पवित्र बाइबल तब शाऊल ने यहोवा के लिये एक वेदी बनाई। शाऊल ने यहोवा के लिये स्वयं वह वेदी बनानी आरम्भ की! Hindi Holy Bible तब शाऊल ने यहोवा के लिये एक वेदी बनवाई; वह तो पहिली वेदी है जो उसने यहोवा के लिये बनवाई॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शाऊल ने प्रभु के लिए एक वेदी का निर्माण किया। यही प्रथम वेदी थी, जो उसने प्रभु के लिए निर्मित की थी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब शाऊल ने यहोवा के लिये एक वेदी बनवाई; वह तो पहली वेदी है जो उस ने यहोवा के लिये बनवाई। सरल हिन्दी बाइबल फिर शाऊल ने याहवेह के लिए एक वेदी बनाई. यह उनके द्वारा याहवेह के लिए बनाई पहली वेदी थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब शाऊल ने यहोवा के लिये एक वेदी बनवाई; वह तो पहली वेदी है जो उसने यहोवा के लिये बनवाई। |
तब दाऊद ने वहाँ यहोवा के लिये एक वेदी बनाई। दाऊद ने होमबलि और मेलबलि चढ़ाई। यहोवा ने देश के लिये उसकी प्रार्थना स्वीकार की। यहोवा ने इस्राएल में बीमारी रोक दी।
इस्राएल ने राजभवन बनवाये थे किन्तु वह अपने निर्माता को भूल गया! अब देखो यहूदा ये गढ़ियाँ बनाता है। किन्तु मैं यहूदा की नगरी पर आग को भेजूँगा और वह आग यहूदा की गढ़ियाँ नष्ट करेगा!”
वे धर्म के दिखावटी रूप का पालन तो करेंगे किन्तु उसकी भीतरी शक्ति को नकार देंगे। उनसे सदा दूर रहो।
परमेश्वर के पास आओ, वह भी तुम्हारे पास आएगा। अरे पापियों! अपने हाथ शुद्ध करो और अरे सन्देह करने वालों, अपने हृदयों को पवित्र करो।
अगले दिन सवेरे इस्राएल के लोगों ने एक वेदी बनाई। उन्होंने उस वेदी पर परमेश्वर को होमबली और मेलबलि चढ़ाई।
इसलिए गिदोन ने यहोवा की उपासना के लिए उस स्थान पर एक वेदी बनाई। गिदोन ने उस वेदी का नाम “यहोवा शान्ति है” रखा। वह वेदी अब तक ओप्रा में खड़ी है। ओप्रा वहीं है जहाँ एजेरी लोग रहते हैं।
तब शाऊल ने कहा, “लोगों के पास जाओ और कहो कि हर एक व्यक्ति अपना बैल और भेड़ें मेरे पास यहाँ लाये। तब लोगों को अपने बैल और भेड़ें यहाँ मारनी चाहिये। यहोवा के विरुद्ध पाप मत करो। वह माँस न खाओ जिसमें खून हो।” उस रात हर एक व्यक्ति अपने जानवरों को लाया और उन्हें वहाँ मारा।
इसके बाद, शमूएल ने एक विशेष पत्थर स्थापित किया। उसने यह इसलिऐ किया कि लोग याद रखें कि परमेश्वर ने क्या किया। शमूएल ने पत्थर को मिस्पा और शेन के बीच रखा। शमूएल ने पत्थर का नाम “सहायता का पत्थर” रखा। शमूएल ने कहा, “यहोवा ने लगातार पूरे रास्ते इस स्थान तक हमारी सहायता की।”
किन्तु शमूएल का घर रामा में था। इसलिए शमूएल सदा रामा को लौट जाता था। शमूएल ने उसी नगर से इस्राएल का न्याय और शासन किया और शमूएल ने रामा में यहोवा के लिये एक वेदी बनाई।
शमूएल ने एक मेमना लिया। उसने यहोवा की होमबलि के रुप में मेमने को जलाया। शमूएल ने यहोवा से इस्राएल के लिये प्रार्थना की। यहोवा ने शमूएल की प्रार्थना का उत्तर दिया।