वहाँ लेवीवंशियों का दूसार समूह भी था वे जर्कयाह, याजीएल, शमीरामोत, यहीएल, उन्नी, एलीआब, बनायाह, मासेयाह, मत्तित्याह, एलीपलेह, मिकनेयाह, ओबेदेदोम और पीएल थे। ये लोग लेवीवंश के रक्षक थे।
1 इतिहास 26:1 - पवित्र बाइबल द्वारपालों के समूहः कोरह परिवार से ये द्वारपाल हैं। मशेलेम्याह और उसके पुत्र। (मशेलेम्याह कोरह का पुत्र था। वह आसाप परिवार समूह से था।) Hindi Holy Bible फिर द्वारपालों के दल ये थे: कोरहियों में से तो मशेलेम्याह, जो कोरे का पुत्र और आसाप के सन्तानों में से था। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मन्दिर के द्वारपालों के दलों के नाम इस प्रकार थे: कोरह के वंश में से: मशेलेम्याह जो कोरे का पुत्र और एबयासाफ का पौत्र था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर द्वारपालों के दल ये थे : कोरहियों में से मशेलेम्याह, जो कोरे का पुत्र और आसाप की सन्तानों में से था। सरल हिन्दी बाइबल द्वारपालों के लिए विभाजन इस प्रकार किया गया: कोहाथ के वंश से: आसफ के परिवार में से कोरे का पुत्र मेषेलेमियाह. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर द्वारपालों के दल ये थेः कोरहियों में से तो मशेलेम्याह, जो कोरे का पुत्र और आसाप की सन्तानों में से था। |
वहाँ लेवीवंशियों का दूसार समूह भी था वे जर्कयाह, याजीएल, शमीरामोत, यहीएल, उन्नी, एलीआब, बनायाह, मासेयाह, मत्तित्याह, एलीपलेह, मिकनेयाह, ओबेदेदोम और पीएल थे। ये लोग लेवीवंश के रक्षक थे।
चार हजार लेवीवंसी द्वारपाल होंगे और चार हाजार लेवीवंशी संगीतज्ञ होंगे। मैंने उनके लिये विशेष वाद्य बनाए हैं। वे उन वाद्यों का उपयोग यहोवा की स्तुति के लिये करेंगे।”
मशेलेम्याह के पुत्र थे। जकर्याह सबसे बड़ा पुत्र था। यदीएल दूसरा पुत्र था। जबद्याह तीसरा पुत्र था। यतीएल चौथा पुत्र था।
मशेलेम्याह के पुत्र और सम्बन्धी शक्तिशाली लोग थे। सब मिलाकर अट्ठारह पुत्र और सम्बन्धी थे।
सपन्याह, तहत का पुत्र था। तहत, अस्सीर का पुत्र था। अस्सीर, एब्यासाप का पुत्र था। एब्यासाप, कोरह का पुत्र था।
लेवी के परिवार समूह से जो लोग यरूशलेम में रहते थे, वे ये हैः हश्शूब का पुत्र शमायाह। हश्शूब अज्रीकाम का पुत्र था। अज्रीकाम हशव्याह का पुत्र था। हशव्याह मरारी का वंशज था।
यहोयादा ने यहोवा के मन्दिर के द्वार पर द्वारपाल रखे जिससे कोई व्यक्ति जो किसी दृष्टि से शुद्ध नहीं था मन्दिर में नहीं जा सकता था।
सुलैमान ने अपने पिता दाऊद के निर्देशों का पालन किया। सुलैमान ने याजकों के वर्ग उनकी सेवा के लिये चुने। सुलैमान ने लेवीवंशियों को भी उनके कार्य के लिये चुना। लेवीवंशियों को स्तुति में पहल करनी होती थी और उन्हें मन्दिर की सेवाओं में जो कुछ नित्य किया जाना होता था उनमें याचकों की सहायता करनी थी और सुलैमान ने द्वारपालों को चुना जिनके समूहों को हर द्वार पर सेवा करनी थी। इस पद्धति का निर्देश परमेश्वर के व्यक्ति दाऊद ने दिया था।
हे परमेश्वर, हमने तेरे विषय में सुना है। हमारे पूर्वजों ने उनके दिनों में जो काम तूने किये थे उनके बारे में हमें बताया। उन्होंने पुरातन काल में जो तूने किये हैं, उन्हें हमें बाताया।
लेवीवंशी मेरे पवित्र स्थान में सेवा करने के लिये चुने गये थे। उन्होंने मन्दिर के फाटक की चौकीदारी की। हन्होंने मन्दिर में सेवा की। उन्होंने बलियों तथा होमबलियों के जानवरों को लोगों के लिये मारा। वे लोगों की सहायता करने और उनकी सेवा के लिये चुने गए थे।