जब उसने अपनी आँखें उठाकर स्त्रियों और बच्चों को देखा तो पूछा, “ये तेरे साथ कौन हैं?” याकूब ने उत्तर दिया, “ये तेरे दास के बच्चे हैं जिन्हें परमेश्वर ने अनुग्रह करके दिया है।”
सभोपदेशक 6:3 - नवीन हिंदी बाइबल यदि किसी पुरुष के सौ बच्चे हों और वह बहुत वर्ष जीवित रहे और वह दीर्घायु हो, पर उसका प्राण अच्छी वस्तुओं से संतुष्ट न रहे और न उसे उचित रीति से दफ़नाया जाए, तो मैं कहता हूँ कि ऐसे मनुष्य से अच्छा तो मृत जन्मा हुआ बच्चा है। पवित्र बाइबल कोई व्यक्ति बहुत दिनों तक जीता है और हो सकता है उसके सौ बच्चे हो जाये। किन्तु यदि वह व्यक्ति उन अच्छी वस्तुओं से संतुष्ट नहीं होता और यदि उसकी मृत्यु के बाद कोई उसे याद नहीं करता है मैं कहता हूँ कि Hindi Holy Bible यदि किसी पुरूष के सौ पुत्र हों, और वह बहुत वर्ष जीवित रहे और उसकी आयु बढ़ जाए, परन्तु न उसका प्राण प्रसन्न रहे और न उसकी अन्तिम क्रिया की जाए, तो मैं कहता हूं कि ऐसे मनुष्य से अधूरे समय का जन्मा हुआ बच्चा उत्तम है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि किसी मनुष्य के सौ पुत्र उत्पन्न होते हैं, और वह लम्बी उम्र तक जीवित रहता है, दीर्घ आयु प्राप्त करता है, पर यदि वह जीवन के सुखों को भोग न कर पाए, मरने पर अन्तिम क्रिया भी उसे न प्राप्त हो, तो मैं यह कहूंगा : ऐसे मनुष्य से अधूरे माह का जन्मा मृत बच्चा श्रेष्ठ है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यदि किसी पुरुष के सौ पुत्र हों, और वह बहुत वर्ष जीवित रहे और उसकी आयु बढ़ जाए, परन्तु न उसका प्राण प्रसन्न रहे और न उसकी अन्तिम क्रिया की जाए, तो मैं कहता हूँ कि ऐसे मनुष्य से अधूरे समय का जन्मा हुआ बच्चा उत्तम है। सरल हिन्दी बाइबल यदि एक व्यक्ति सौ पुत्रों का पिता है और वह बहुत साल जीवित रहता है, चाहे उसकी आयु के साल बहुत हों, पर अगर वह अपने जीवन भर में अच्छी वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं करता और उसे क्रिया-कर्म ही नहीं किया गया तो मेरा कहना तो यही है कि एक मरा हुआ जन्मा बच्चा उस व्यक्ति से बेहतर है, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यदि किसी पुरुष के सौ पुत्र हों, और वह बहुत वर्ष जीवित रहे और उसकी आयु बढ़ जाए, परन्तु न उसका प्राण प्रसन्न रहे और न उसकी अन्तिम क्रिया की जाए, तो मैं कहता हूँ कि ऐसे मनुष्य से अधूरे समय का जन्मा हुआ बच्चा उत्तम है। |
जब उसने अपनी आँखें उठाकर स्त्रियों और बच्चों को देखा तो पूछा, “ये तेरे साथ कौन हैं?” याकूब ने उत्तर दिया, “ये तेरे दास के बच्चे हैं जिन्हें परमेश्वर ने अनुग्रह करके दिया है।”
याकूब ने फ़िरौन से कहा, “एक परदेशी के रूप में मैं एक सौ तीस वर्ष बिता चुका हूँ। मेरे जीवन के दिन थोड़े और कष्टदायक रहे हैं, और मेरी आयु के दिन अभी उतने नहीं हुए जितने मेरे पूर्वजों ने परदेशी होकर बिताए हैं।”
वे घोंघे के समान हो जाएँ जो चलते-चलते गल जाता है, और स्त्री के गिरे हुए गर्भ के समान वे सूर्य को न देख सकें।
परंतु उन दोनों से अच्छा तो वह है जो अब तक जन्मा ही नहीं, और जिसने वे बुरे काम नहीं देखे जो संसार में होते हैं।
ऐसा बच्चा व्यर्थ ही आता है और अंधकार में चला जाता है, और उसका नाम अंधकार में खो जाता है।
मनुष्य का पुत्र तो जाता ही है जैसा उसके विषय में लिखा है, परंतु हाय उस मनुष्य पर जिसके द्वारा मनुष्य का पुत्र पकड़वाया जाता है। यदि उस मनुष्य का जन्म ही न होता तो उसके लिए अच्छा था।”