सभोपदेशक 6:3 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20193 यदि किसी पुरुष के सौ पुत्र हों, और वह बहुत वर्ष जीवित रहे और उसकी आयु बढ़ जाए, परन्तु न उसका प्राण प्रसन्न रहे और न उसकी अन्तिम क्रिया की जाए, तो मैं कहता हूँ कि ऐसे मनुष्य से अधूरे समय का जन्मा हुआ बच्चा उत्तम है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल3 कोई व्यक्ति बहुत दिनों तक जीता है और हो सकता है उसके सौ बच्चे हो जाये। किन्तु यदि वह व्यक्ति उन अच्छी वस्तुओं से संतुष्ट नहीं होता और यदि उसकी मृत्यु के बाद कोई उसे याद नहीं करता है मैं कहता हूँ कि अध्याय देखेंHindi Holy Bible3 यदि किसी पुरूष के सौ पुत्र हों, और वह बहुत वर्ष जीवित रहे और उसकी आयु बढ़ जाए, परन्तु न उसका प्राण प्रसन्न रहे और न उसकी अन्तिम क्रिया की जाए, तो मैं कहता हूं कि ऐसे मनुष्य से अधूरे समय का जन्मा हुआ बच्चा उत्तम है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)3 यदि किसी मनुष्य के सौ पुत्र उत्पन्न होते हैं, और वह लम्बी उम्र तक जीवित रहता है, दीर्घ आयु प्राप्त करता है, पर यदि वह जीवन के सुखों को भोग न कर पाए, मरने पर अन्तिम क्रिया भी उसे न प्राप्त हो, तो मैं यह कहूंगा : ऐसे मनुष्य से अधूरे माह का जन्मा मृत बच्चा श्रेष्ठ है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)3 यदि किसी पुरुष के सौ पुत्र हों, और वह बहुत वर्ष जीवित रहे और उसकी आयु बढ़ जाए, परन्तु न उसका प्राण प्रसन्न रहे और न उसकी अन्तिम क्रिया की जाए, तो मैं कहता हूँ कि ऐसे मनुष्य से अधूरे समय का जन्मा हुआ बच्चा उत्तम है। अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल3 यदि किसी पुरुष के सौ बच्चे हों और वह बहुत वर्ष जीवित रहे और वह दीर्घायु हो, पर उसका प्राण अच्छी वस्तुओं से संतुष्ट न रहे और न उसे उचित रीति से दफ़नाया जाए, तो मैं कहता हूँ कि ऐसे मनुष्य से अच्छा तो मृत जन्मा हुआ बच्चा है। अध्याय देखें |