ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




सभोपदेशक 3:12 - नवीन हिंदी बाइबल

मैंने जान लिया है कि मनुष्यों के लिए आनंद करने और जीवन भर भलाई करने से अच्छा कुछ भी नहीं;

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

मैंने देखा है कि लोगों के लिये सबसे उत्तम बात यह है कि वे प्रयत्न करते रहें और जब तक जीवित रहें आनन्द करते रहें।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

मैं ने जान लिया है कि मनुष्यों के लिये आनन्द करने और जीवन भर भलाई करने के सिवाय, और कुछ भी अच्छा नहीं;

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

अत: मुझे यह अनुभव हुआ कि मनुष्‍य के लिए इससे अच्‍छी और कोई बात नहीं है कि वह जीवन-भर सुख से रहे और आनन्‍द मनाता रहे।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

मैं ने जान लिया है कि मनुष्यों के लिये आनन्द करने और जीवन भर भलाई करने के सिवाय, और कुछ भी अच्छा नहीं;

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

मैं जानता हूं कि मनुष्य के लिए इससे सही और कुछ नहीं कि वह जीवन में खुश रहे तथा दूसरों के साथ भलाई करने में लगा रहे.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

मैंने जान लिया है कि मनुष्यों के लिये आनन्द करने और जीवन भर भलाई करने के सिवाय, और कुछ भी अच्छा नहीं;

अध्याय देखें



सभोपदेशक 3:12
17 क्रॉस रेफरेंस  

यहोवा पर भरोसा रख, और भला कर। देश में बसा रह और विश्‍वासयोग्य रह।


हे जवान, अपनी जवानी में आनंद कर, और तेरी जवानी के दिनों में तेरा हृदय तुझे प्रसन्‍न रखे; अपने मन और अपनी आँखों की अभिलाषा के अनुसार चल। परंतु स्मरण रख कि इन सब बातों के विषय परमेश्‍वर तेरा न्याय करेगा।


मनुष्य के लिए इससे अच्छा और कुछ नहीं कि वह खाए-पीए और अपने परिश्रम में संतुष्‍टि पाए। मैंने देखा कि यह भी परमेश्‍वर की ओर से मिलता है;


मैंने अपने मन में सोचा कि मैं अपनी देह को दाखमधु से कैसे बहलाऊँ और कैसे मेरी बुद्धि बनी रहे; और कैसे मैं मूर्खता को थामे रहूँ, जब तक यह पता न लगा लूँ कि वह अच्छा काम कौन सा है जिसे मनुष्य आकाश के नीचे अपने छोटे से जीवन में कर सकता है।


अतः मैंने देखा कि मनुष्य के लिए इससे अच्छा कुछ भी नहीं कि वह अपने कार्यों में आनंदित रहे, क्योंकि यही उसका भाग है! कौन उसे वापस लाएगा कि वह उन बातों को देख सके जो उसके बाद होंगी?


तब मैंने सुख-विलास को सराहा, क्योंकि संसार में मनुष्य के लिए खाने-पीने और आनंद मनाने को छोड़ और कुछ भी अच्छा नहीं, क्योंकि परमेश्‍वर ने उसे इस संसार में जितने दिन दिए हैं, उतने दिन उसके परिश्रम में यह आनंद उसके साथ रहेगा।


बल्कि जो भीतर का है उसे दान करो, और देखो तुम्हारे लिए सब कुछ शुद्ध होगा।


मैंने तुम्हें सब बातों में दिखाया कि इसी प्रकार परिश्रम करके निर्बलों को संभालना, और प्रभु यीशु के उन वचनों को स्मरण रखना अवश्य है, जो उसने स्वयं कहे :‘लेने से देना धन्य है।’ ”


वे भलाई करें, अच्छे कार्यों में धनी बनें, दानशील और उदार हों,