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सभोपदेशक 3:11 - नवीन हिंदी बाइबल

11 उसने सब कुछ को ऐसा बनाया है कि वे अपने-अपने समय में सुंदर होते हैं। उसने मनुष्यों के मन में अनंतता का विचार भी रखा है, फिर भी वे उन कार्यों को समझ नहीं सकते जो परमेश्‍वर ने आदि से अंत तक किए हैं।

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पवित्र बाइबल

11 अपने संसार के बारे में सोचने के लिये परमेश्वर ने हमें क्षमता प्रदान की है। परन्तु परमेश्वर जो करता है, उन बातों को पूरी तरह से हम कभी नहीं समझ सकते। फिर भी परमेश्वर हर बात, उचित और उपयुक्त समय पर करता है।

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Hindi Holy Bible

11 उसने सब कुछ ऐसा बनाया कि अपने अपने समय पर वे सुन्दर होते है; फिर उसने मनुष्यों के मन में अनादि-अनन्त काल का ज्ञान उत्पन्न किया है, तौभी काल का ज्ञान उत्पन्न किया है, वह आदि से अन्त तक मनुष्य बूझ नहीं सकता।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

11 वस्‍तुत: परमेश्‍वर ने हर एक काम का समय निश्‍चित किया है, और प्रत्‍येक काम अथवा प्रत्‍येक वस्‍तु अपने नियत समय पर ही सुन्‍दर लगती है। उसने मनुष्‍य के हृदय में अनादि-अनन्‍त काल का ज्ञान भरा है, फिर भी मनुष्‍य यह भेद जान नहीं पाता है कि परमेश्‍वर ने आदि से अन्‍त तक क्‍या कार्य किया है।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

11 उसने सब कुछ ऐसा बनाया कि अपने अपने समय पर वे सुन्दर होते हैं; फिर उसने मनुष्यों के मन में अनादि–अनन्त काल का ज्ञान उत्पन्न किया है, तौभी जो काम परमेश्‍वर ने किया है, वह आदि से अन्त तक मनुष्य समझ नहीं सकता।

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सरल हिन्दी बाइबल

11 उन्होंने हर एक वस्तु को उसके लिए सही समय में ही बनाया है. उन्होंने मनुष्य के हृदय में अनंत काल का अहसास जगाया, फिर भी मनुष्य नहीं समझ पाता कि परमेश्वर ने शुरू से अंत तक क्या किया है.

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सभोपदेशक 3:11
19 क्रॉस रेफरेंस  

तब परमेश्‍वर ने वह सब देखा जो कुछ उसने बनाया था; और देखो, वह बहुत अच्छा था। तब साँझ हुई और फिर भोर हुआ। यह छठवाँ दिन था।


हे यहोवा, तेरे कार्य तो अनगिनित हैं। तूने इन सब को बुद्धि से बनाया है; पृथ्वी तेरी संपदा से भरपूर है।


यहोवा ने हर वस्तु को एक उद्देश्य के लिए रचा है, यहाँ तक कि दुष्‍ट को विपत्ति के दिन के लिए।


मैंने अपना मन लगाया कि जो कुछ आकाश के नीचे किया जाता है, उसकी खोज और छान-बीन बुद्धि से करूँ। यह दुखदाई कार्य है जिसे परमेश्‍वर ने मनुष्यों के लिए ठहराया है कि वे इसमें लगे रहें।


जैसे तू वायु का मार्ग नहीं जानता और न यह जानता है कि स्‍त्री के गर्भ में हड्डियाँ कैसे बढ़ती हैं, वैसे ही तू परमेश्‍वर का कार्य नहीं जानता जो सब कुछ रचता है।


परमेश्‍वर के कार्य पर विचार कर : जिस वस्तु को उसने टेढ़ा किया हो उसे कौन सीधा कर सकता है?


मैंने बुद्धि के द्वारा इन सब बातों को जाँचा; मैंने कहा, “मैं बुद्धिमान बनूँगा,” परंतु यह मुझसे दूर रहा।


देखो, मैंने केवल यह बात पाई है कि जब परमेश्‍वर ने मनुष्य को बनाया तो वह धर्मी था, परंतु उसने बहुत सी बुरी युक्‍तियाँ निकाल ली हैं।”


तब मैंने परमेश्‍वर के प्रत्येक कार्य को देखा और पाया कि मनुष्य उसे नहीं समझ सकता जो सूर्य के नीचे किया जाता है। चाहे मनुष्य उसे खोजने में कितना भी परिश्रम करे, फिर भी उसे न जान पाएगा; और बुद्धिमान चाहे कितना भी कहे कि मैं समझता हूँ, फिर भी उसे न समझ सकेगा।


“मेरे पिता के द्वारा मुझे सब कुछ सौंपा गया है, और पिता को छोड़ पुत्र को कोई नहीं जानता; और पुत्र तथा जिस पर पुत्र प्रकट करना चाहे उसको छोड़ पिता को कोई नहीं जानता।


कँटीली झाड़ियों में बोया गया बीज वह है, जो वचन सुनता है परंतु संसार की चिंता और धन का धोखा उस वचन को दबा देता है, और वह बिना फल के ही रह जाता है।


लोग अत्यंत आश्‍चर्यचकित होकर कहने लगे, “सब कुछ उसने अच्छा किया है, वह बहरों को सुननेवाले और गूँगों को बोलनेवाले बना देता है।”


जब उन्होंने परमेश्‍वर को पहचानना न चाहा, तब परमेश्‍वर ने उन्हें उनके भ्रष्‍ट मन के वश में छोड़ दिया कि वे अनुचित कार्य करें।


आहा! परमेश्‍वर का धन, बुद्धि और ज्ञान कितना गहन है! उसके निर्णय कैसे अथाह और उसके मार्ग कैसे अगम्य हैं!


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