सभोपदेशक 2:21 - नवीन हिंदी बाइबल कोई ऐसा भी मनुष्य होता है जो बुद्धिमानी, ज्ञान और निपुणता से परिश्रम करता है, परंतु अपनी सारी संपत्ति ऐसे मनुष्य के लिए छोड़ जाता है जिसने उसके लिए कोई परिश्रम नहीं किया है। यह भी व्यर्थ और बहुत बुरा है। पवित्र बाइबल एक व्यक्ति अपनी बुद्धि, अपने ज्ञान और अपनी चतुराई का प्रयोग करते हुए कठिन परिश्रम कर सकता हैं। किन्तु वह व्यक्ति तो मर जायेगा और जिन वस्तुओं के लिये उस व्यक्ति ने कठिन परिश्रम किया था, वे किसी दूसरे ही व्यक्ति को मिल जायेंगी। उन व्यक्तियों ने वस्तुओं के लिये कोई काम तो नहीं किया था, किन्तु उन्हें वह सभी कुछ हासिल हो जायेगा। इससे मुझे बहुत दुःख होता है। यह न्यायपूर्ण तो नहीं है। यह तो विवेकपूर्ण नहीं है। Hindi Holy Bible क्योंकि ऐसा मनुष्य भी है, जिसका कार्य परिश्रम और बुद्धि और ज्ञान से होता है और सफल भी होता है, तौभी उसको ऐसे मनुष्य के लिये छोड़ जाना पड़ता है, जिसने उस में कुछ भी परिश्रम न किया हो। यह भी व्यर्थ और बहुत ही बुरा है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) कभी ऐसा भी होता है कि मनुष्य बुद्धि, ज्ञान और कौशल से परिश्रम करता है किन्तु वह उसका फल उस व्यक्ति के द्वारा भोगने के लिए छोड़ जाता है, जिसने उसके लिए कुछ भी परिश्रम नहीं किया। यह भी व्यर्थ है और बहुत बुरा है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि ऐसा मनुष्य भी है, जिसका कार्य परिश्रम और बुद्धि और ज्ञान से होता है और सफल भी होता है, तौभी उसको ऐसे मनुष्य के लिए छोड़ जाना पड़ता है, जिसने उसमें कुछ भी परिश्रम न किया हो। यह भी व्यर्थ और बहुत ही बुरा है। सरल हिन्दी बाइबल कभी एक व्यक्ति बुद्धि, ज्ञान और कुशलता के साथ मेहनत करता है और उसे हर एक वस्तु उस व्यक्ति के आनंद के लिए त्यागनी पड़ती है जिसने उसके लिए मेहनत ही नहीं की. यह भी बेकार और बहुत बुरा है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि ऐसा मनुष्य भी है, जिसका कार्य परिश्रम और बुद्धि और ज्ञान से होता है और सफल भी होता है, तो भी उसको ऐसे मनुष्य के लिये छोड़ जाना पड़ता है, जिसने उसमें कुछ भी परिश्रम न किया हो। यह भी व्यर्थ और बहुत ही बुरा है। |
क्योंकि देखने में आता है कि बुद्धिमान मनुष्य मरते हैं; मूर्ख और पशु समान मनुष्य भी मिट जाते हैं, और अपनी संपत्ति दूसरों के लिए छोड़ जाते हैं।
वे मन ही मन सोचते हैं कि उनके घर सदा बने रहेंगे, और उनका निवास पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहेगा। इसलिए सब अपने नाम पर अपनी-अपनी भूमि का नाम रखते हैं।
फिर मैंने लोगों को अपने पड़ोसी से जलन रखने के कारण सब परिश्रम और सब निपुणता के कार्यों को करते हुए देखा। यह भी व्यर्थ और वायु को पकड़ने के समान है।
एक व्यक्ति है जिसका कोई नहीं है; उसका न तो कोई पुत्र है और न भाई, फिर भी उसके परिश्रम का अंत नहीं होता; और उसकी आँखें धन से संतुष्ट नहीं होतीं; और न वह यह सोचता है कि मैं किसके लिए परिश्रम करता हूँ और क्यों अपने को सुख से वंचित रखता हूँ? यह भी व्यर्थ और दुःखद कार्य है।
युद्ध के हथियारों से बुद्धि उत्तम है, परंतु एक पापी बहुत से भले कार्यों को नष्ट कर देता है।