ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




सभोपदेशक 1:16 - नवीन हिंदी बाइबल

मैंने अपने मन में कहा, “देख, मैंने उन सब से अधिक बुद्धि प्राप्‍त की है जिन्होंने मुझसे पहले यरूशलेम पर शासन किया। मैंने बहुत बुद्धि और ज्ञान का अनुभव किया है।”

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

मैंने अपने आप से कहा, “मैं बहुत बुद्धिमान हूँ। मुझसे पहले यरूशलेम में जिन राजाओं ने राज्य किया है, मैं उन सब से अधिक बुद्धिमान हूँ। मैं जानता हूँ कि वास्तव में बुद्धि और ज्ञान क्या है!”

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

मैं ने मन में कहा, देख, जितने यरूशलेम में मुझ से पहिले थे, उन सभों से मैं ने बहुत अधिक बुद्धि प्राप्त की है; और मुझ को बहुत बुद्धि और ज्ञान मिल गया है।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

मैंने अपने हृदय से कहा, ‘देख, तूने बहुत ज्ञान प्राप्‍त कर लिया है, इतना कि तेरा ज्ञान उन सब राजाओं से बढ़ गया, जो तुझसे पहले यरूशलेम में हुए थे। तुझे बहुत बुद्धि और ज्ञान का अनुभव हो चुका है।”

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

मैं ने मन में कहा, “देख, जितने यरूशलेम में मुझ से पहले थे, उन सभों से मैं ने बहुत अधिक बुद्धि प्राप्‍त की है; और मुझ को बहुत बुद्धि और ज्ञान मिल गया है।”

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

“मैं सोच रहा था, येरूशलेम में मुझसे पहले जितने भी राजा हुए हैं, मैंने उन सबसे ज्यादा बुद्धि पाई है तथा उन्‍नति की है; मैंने बुद्धि और ज्ञान के धन का अनुभव किया है.”

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

मैंने मन में कहा, “देख, जितने यरूशलेम में मुझसे पहले थे, उन सभी से मैंने बहुत अधिक बुद्धि प्राप्त की है; और मुझ को बहुत बुद्धि और ज्ञान मिल गया है।”

अध्याय देखें



सभोपदेशक 1:16
20 क्रॉस रेफरेंस  

क्रोध तो करो, पर पाप मत करो। अपने बिछौनों पर मन ही मन सोचो और चुपचाप रहो। सेला।


मैं रात के समय अपना गीत स्मरण करता हूँ; मैं मन ही मन ध्यान करता हूँ, और मेरी आत्मा मनन करती है :


मैंने अपने मन से कहा, “चल, मैं सुख-विलास देकर तुझे जाँचूँगा; इसलिए तू आनंद मना।” परंतु देखो, यह भी व्यर्थ है।


तब मैंने अपने मन में कहा, “जैसा मूर्ख का अंत होगा, वैसा मेरा भी होगा; फिर मेरे बुद्धिमान होने का क्या लाभ?” अतः मैंने अपने मन में कहा, “यह भी व्यर्थ है।”


इस प्रकार मैं महान हो गया; और मैं उन सब से अधिक संपन्‍न हो गया जो मुझसे पहले यरूशलेम में हुए थे। मेरी बुद्धि भी मुझमें बनी रही।


मैंने अपने मन में कहा, “परमेश्‍वर धर्मी और दुष्‍ट दोनों का न्याय करेगा, क्योंकि प्रत्येक बात और प्रत्येक कार्य का एक समय होता है।”


परंतु ठोस भोजन बड़ों के लिए होता है, जिनकी ज्ञानेंद्रियाँ अभ्यास के द्वारा भले और बुरे की पहचान करने में निपुण हो गई हैं।