जो छिपकर अपने पड़ोसी की चुगली करे, उसे मैं नाश करूँगा; जिसकी आँखें चढ़ी हों और जिसका मन घमंडी हो, उसे मैं न सहूँगा।
लैव्यव्यवस्था 19:16 - नवीन हिंदी बाइबल तू अपने लोगों के बीच बदनामी करते न फिरना, और न अपने पड़ोसी के प्राण के विरुद्ध खड़ा होना। मैं यहोवा हूँ। पवित्र बाइबल तुम्हें अन्य लोगों के विरुद्ध चारों ओर अफवाहें फैलाते हुए नहीं चलना चाहिए। ऐसा कुछ न करो जो तुम्हारे पड़ोसी के जीवन को खतरे में डाले। मैं यहोव हूँ! Hindi Holy Bible लूतरा बनके अपने लोगों में न फिरा करना, और एक दूसरे के लोहू बहाने की युक्तियां न बान्धना; मैं यहोवा हूं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तुम निन्दक के समान अपने लोगों में यहां-वहां निन्दा मत फैलाना, और न अपने पड़ोसी की हत्या के उदेश्य से घात लगाना। मैं प्रभु हूँ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) लुतरा बनके अपने लोगों में न फिरा करना, और एक दूसरे का लहू बहाने की युक्तियाँ न बाँधना; मैं यहोवा हूँ। सरल हिन्दी बाइबल “ ‘तुम अपने लोगों के बीच निंदा करते न फिरना. “ ‘यदि तुम्हारे पड़ोसी का जीवन खतरे में हो तो तुम शांत न बने रहना; मैं ही याहवेह हूं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 बकवादी बनके अपने लोगों में न फिरा करना, और एक दूसरे का लहू बहाने की युक्तियाँ न बाँधना; मैं यहोवा हूँ। |
जो छिपकर अपने पड़ोसी की चुगली करे, उसे मैं नाश करूँगा; जिसकी आँखें चढ़ी हों और जिसका मन घमंडी हो, उसे मैं न सहूँगा।
वह अपनी जीभ से निंदा नहीं करता और न अपने पड़ोसी की बुराई करता है, और न ही अपने मित्र को बदनाम करता है।
तू झूठे मुकदमे से दूर रहना, तथा निर्दोष और धर्मी व्यक्ति को घात न करना, क्योंकि मैं दुष्ट को निर्दोष न ठहराऊँगा।
जो बातों को इधर-उधर करता फिरता है वह भेद प्रकट करता है, परंतु विश्वासयोग्य मनुष्य बात को छिपाए रखता है।
जो बातों को इधर-उधर करता फिरता है, वह भेद प्रकट करता है, इसलिए बकवादी से मेल-जोल न रखना।
कहा, “मैंने उस निर्दोष लहू का सौदा करके पाप किया है।” परंतु उन्होंने कहा, “हमें इससे क्या? तू ही जान।”
इसी प्रकार उनकी पत्नियाँ भी सम्माननीय हों; दोष लगानेवाली नहीं बल्कि संयमी और सब बातों में विश्वासयोग्य हों।
इसी प्रकार वृद्ध स्त्रियों का आचरण भी पवित्र हो। वे न तो दोष लगानेवाली और न ही पियक्कड़ हों, बल्कि अच्छी बातें सिखानेवाली हों,
इसलिए हर प्रकार की बुराई, और हर प्रकार के छल और कपट और ईर्ष्या, और हर प्रकार की निंदा को छोड़कर,