सातवें दिन याजक उसे देखे, और यदि वह रोग त्वचा पर और अधिक फैल गया हो, तो याजक उस व्यक्ति को अशुद्ध ठहराए; वह कोढ़ का रोग है।
लैव्यव्यवस्था 13:35 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु यदि उसके शुद्ध ठहरने के बाद चकत्ते का रोग त्वचा में और अधिक फैल जाए, पवित्र बाइबल किन्तु यदि व्यक्ति के शुद्ध हो जाने के बाद चर्म में रोग फैलता है Hindi Holy Bible और यदि उसके शुद्ध ठहरने के पश्चात सेंहुआं चर्म में कुछ भी फैले, पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि उसकी शुद्धि के पश्चात् भी खाज त्वचा पर सर्वत्र फैलती है, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पर यदि उसके शुद्ध ठहरने के पश्चात् सेंहुआ चर्म में कुछ भी फैले, सरल हिन्दी बाइबल किंतु यदि उसके शुद्ध होने के बाद वह सेहुंआ उसकी त्वचा में और अधिक फैलता जाता है, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पर यदि उसके शुद्ध ठहरने के पश्चात् सेंहुआ चर्म में कुछ भी फैले, |
सातवें दिन याजक उसे देखे, और यदि वह रोग त्वचा पर और अधिक फैल गया हो, तो याजक उस व्यक्ति को अशुद्ध ठहराए; वह कोढ़ का रोग है।
तो याजक उस रोग को जाँचे, और यदि वह त्वचा से गहरा दिखाई दे, और उसके बाल पीले और पतले हों, तो याजक उस व्यक्ति को अशुद्ध ठहराए। वह चकत्ते का रोग अर्थात् सिर या ठुड्डी का कोढ़ है।
फिर सातवें दिन याजक चकत्ते के रोग को देखे, और यदि चकत्ते का रोग त्वचा में फैला न हो और त्वचा से गहरा न दिखाई दे, तो याजक उस व्यक्ति को शुद्ध ठहराए। वह अपने वस्त्र धोए और शुद्ध ठहरे।
तो याजक उसे देखे, और यदि चकत्ते का रोग त्वचा में फैल गया हो, तो याजक को पीले बाल ढूँढ़ने की आवश्यकता नहीं है; वह व्यक्ति अशुद्ध है।
परंतु अपनी शुद्धता को प्रमाणित करने के लिए याजक को दिखाने के बाद यदि वह पपड़ी त्वचा पर और अधिक फैल जाए, तो वह फिर से याजक के सामने उपस्थित हो;