लूका 14:12 - नवीन हिंदी बाइबल फिर यीशु अपने आमंत्रित करनेवाले से भी कहने लगा,“जब तू दिन या रात का भोजन करे, तो न अपने मित्रों को, न अपने भाइयों को, न अपने संबंधियों को और न ही धनी पड़ोसियों को बुला, कहीं ऐसा न हो कि वे भी तुझे आमंत्रित करके बदला चुका दें। पवित्र बाइबल फिर जिसने उसे आमन्त्रित किया था, वह उससे बोला, “जब कभी तू कोई दिन या रात का भोज दे तो अपने मित्रों, भाई बंधों, संबधियों या धनी मानी पड़ोसियों को मत बुला क्योंकि बदले में वे तुझे बुलायेंगे और इस प्रकार तुझे उसका फल मिल जायेगा। Hindi Holy Bible तब उस ने अपने नेवता देने वाले से भी कहा, जब तू दिन का या रात का भोज करे, तो अपने मित्रों या भाइयों या कुटुम्बियों या धनवान पड़ोसियों न बुला, कहीं ऐसा न हो, कि वे भी तुझे नेवता दें, और तेरा बदला हो जाए। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फिर येशु ने अपने निमन्त्रण देने वाले से कहा, “जब तुम दोपहर या रात का भोज दो, तब न तो अपने मित्रों को बुलाओ और न अपने भाइयों को, न अपने कुटुम्बियों को और न धनी पड़ोसियों को। कहीं ऐसा न हो कि वे भी तुम्हें निमन्त्रण दे कर बदला चुका दें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब उसने अपने नेवता देनेवाले से भी कहा, “जब तू दिन का या रात का भोज करे, तो अपने मित्रों या भाइयों या कुटुम्बियों या धनवान पड़ोसियों को न बुला, कहीं ऐसा न हो कि वे भी तुझे नेवता दें, और तेरा बदला हो जाए। सरल हिन्दी बाइबल तब फिर प्रभु येशु ने अपने न्योता देनेवाले से कहा, “जब तुम दिन या रात के भोजन पर किसी को आमंत्रित करो तो अपने मित्रों, भाई-बंधुओं, परिजनों या धनवान पड़ोसियों को आमंत्रित मत करो; ऐसा न हो कि वे भी तुम्हें आमंत्रित करें और तुम्हें बदला मिल जाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब उसने अपने नेवता देनेवाले से भी कहा, “जब तू दिन का या रात का भोज करे, तो अपने मित्रों या भाइयों या कुटुम्बियों या धनवान पड़ोसियों को न बुला, कहीं ऐसा न हो, कि वे भी तुझे नेवता दें, और तेरा बदला हो जाए। |
जो अपने लाभ के लिए कंगाल पर अंधेर करता है, या धनी को भेंट देता है, वह केवल हानि ही उठाता है।
क्योंकि यदि तुम उन्हीं से प्रेम रखो जो तुमसे प्रेम रखते हैं, तो तुम्हारा क्या प्रतिफल होगा? क्या कर वसूलनेवाले भी ऐसा नहीं करते?
जब उसके पड़ोसियों और संबंधियों ने सुना कि प्रभु ने उस पर अपनी बड़ी दया दिखाई है, तो वे भी उसके साथ आनंद मनाने लगे।
क्योंकि प्रत्येक जो अपने आपको ऊँचा उठाता है वह नीचा किया जाएगा, और जो अपने आपको दीन करता है वह ऊँचा उठाया जाएगा।”