तुम लोग तो मेरे साथ बुराई करना चाहते थे, परंतु परमेश्वर ने उसी को भलाई में बदलने का विचार किया, ताकि बहुत से लोगों के प्राण बच जाएँ, जैसा कि आज प्रकट है।
रोमियों 9:19 - नवीन हिंदी बाइबल तब तू मुझसे कहेगा, “फिर वह अब भी दोष क्यों लगाता है? क्योंकि कौन उसकी इच्छा का विरोध कर सकता है?” पवित्र बाइबल तो फिर तू शायद मुझ से कहे, “यदि हमारे कर्मों का नियन्त्रण करने वाला परमेश्वर है तो फिर भी वह उसमें हमारा दोष क्यों समझता है?” आखिरकार उसकी इच्छा का विरोध कौन कर सकता है? Hindi Holy Bible सो तू मुझ से कहेगा, वह फिर क्यों दोष लगाता है? कौन उस की इच्छा का साम्हना करता है? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तुम मुझ से कहोगे, “तो, परमेश्वर मनुष्य को क्यों दोष देता है? परमेश्वर की इच्छा का विरोध कौन कर सकता है?” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अत: तू मुझ से कहेगा, “वह फिर क्यों दोष लगाता है? कौन उसकी इच्छा का सामना करता है?” सरल हिन्दी बाइबल संभवतः तुममें से कोई यह प्रश्न उठाए, “तो फिर परमेश्वर हममें दोष क्यों ढूंढ़ते हैं? भला कौन उनकी इच्छा के विरुद्ध जा सकता है?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर तू मुझसे कहेगा, “वह फिर क्यों दोष लगाता है? कौन उसकी इच्छा का सामना करता है?” |
तुम लोग तो मेरे साथ बुराई करना चाहते थे, परंतु परमेश्वर ने उसी को भलाई में बदलने का विचार किया, ताकि बहुत से लोगों के प्राण बच जाएँ, जैसा कि आज प्रकट है।
मनुष्य का पुत्र तो जाता ही है जैसा उसके विषय में लिखा है, परंतु हाय उस मनुष्य पर जिसके द्वारा मनुष्य का पुत्र पकड़वाया जाता है। यदि उस मनुष्य का जन्म ही न होता तो उसके लिए अच्छा था।”
उसी यीशु को जो परमेश्वर की निर्धारित योजना और पूर्वज्ञान के अनुसार पकड़वाया गया था, तुमने अधर्मियों के हाथों क्रूस पर चढ़ाकर मार डाला।
अब यदि मसीह का यह प्रचार किया जाता है कि वह मृतकों में से जी उठा, तो तुममें से कुछ क्यों कहते हैं कि मृतकों का पुनरुत्थान है ही नहीं?
परीक्षा के समय कोई यह न कहे कि मेरी परीक्षा परमेश्वर की ओर से की जा रही है; क्योंकि परमेश्वर की न तो बुरी बातों से परीक्षा हो सकती है, और न वह स्वयं किसी की परीक्षा करता है।
परंतु कोई कह सकता है, “तेरे पास विश्वास है और मेरे पास कार्य हैं।” तू मुझे अपना विश्वास बिना कार्यों के तो दिखा, और मैं तुझे अपना विश्वास अपने कार्यों के द्वारा दिखाऊँगा।