वे दोनों परमेश्वर की दृष्टि में धर्मी थे, और प्रभु की सारी आज्ञाओं और नियमों का पालन करने में निर्दोष थे।
रोमियों 8:4 - नवीन हिंदी बाइबल ताकि हममें जो शरीर के अनुसार नहीं बल्कि आत्मा के अनुसार चलते हैं, व्यवस्था की माँग पूरी हो सके। पवित्र बाइबल जिससे कि हमारे द्वारा, जो देह की भौतिक विधि से नहीं, बल्कि आत्मा की विधि से जीते हैं, व्यवस्था की आवश्यकताएँ पूरी की जा सकें। Hindi Holy Bible इसलिये कि व्यवस्था की विधि हम में जो शरीर के अनुसार नहीं वरन आत्मा के अनुसार चलते हैं, पूरी की जाए। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जिससे हम लोगों में—जो कि शारीरिक स्वभाव के अनुसार नहीं, बल्कि आत्मा के अनुसार आचरण करते हैं—धार्मिकता के संबंध में व्यवस्था की मांग पूर्ण हो जाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये कि व्यवस्था की विधि हममें जो शरीर के अनुसार नहीं वरन् आत्मा के अनुसार चलते हैं, पूरी की जाए। सरल हिन्दी बाइबल कि हममें, जो पापी स्वभाव के अनुसार नहीं परंतु पवित्र आत्मा के अनुसार स्वभाव रखते हैं, व्यवस्था की उम्मीदें पूरी हो जाएं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए कि व्यवस्था की विधि हम में जो शरीर के अनुसार नहीं वरन् आत्मा के अनुसार चलते हैं, पूरी की जाए। |
वे दोनों परमेश्वर की दृष्टि में धर्मी थे, और प्रभु की सारी आज्ञाओं और नियमों का पालन करने में निर्दोष थे।
इसलिए यदि ख़तनारहित व्यक्ति व्यवस्था के नियमों का पालन करता है, तो क्या उसका ख़तनारहित होना, ख़तना होने के समान नहीं माना जाएगा?
तो क्या विश्वास के द्वारा हम व्यवस्था को व्यर्थ ठहराते हैं? कदापि नहीं! बल्कि हम व्यवस्था को सुदृढ़ करते हैं।
मेरी यह विनती है कि जब मैं आऊँ तो मुझे दृढ़ निश्चय के साथ ऐसा साहस दिखाना न पड़े जैसा साहस मैं उनके प्रति दिखाने के लिए सोचता हूँ जो हमें शरीर के अनुसार चलनेवाले समझते हैं।
परंतु मैं कहता हूँ, आत्मा के अनुसार चलो, तो तुम शरीर की अभिलाषाओं को किसी भी रीति से पूरा नहीं करोगे।
परंतु अब उसने अपने पुत्र की शारीरिक देह में मृत्यु के द्वारा तुमसे मेल कर लिया कि तुम्हें अपने सामने पवित्र, निष्कलंक और निर्दोष खड़ा करे।
और पहलौठों की महासभा तथा कलीसिया के पास जिनके नाम स्वर्ग में लिखे हैं, और सब के न्यायी परमेश्वर, और सिद्ध किए हुए धर्मी लोगों की आत्माओं के पास,
प्रियो, हम अब परमेश्वर की संतान हैं, परंतु अभी तक यह प्रकट नहीं हुआ कि हम क्या होंगे। हम यह जानते हैं कि जब वह प्रकट होगा तो हम उसके समान हो जाएँगे, क्योंकि हम उसे वैसा ही देखेंगे जैसा वह है।
अब जो तुम्हें ठोकर खाने से बचा सकता है और अपनी महिमामय उपस्थिति में आनंद के साथ निर्दोष खड़ा कर सकता है,