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रोमियों 13:5 - नवीन हिंदी बाइबल

अतः केवल क्रोध के कारण ही नहीं, बल्कि विवेक के कारण भी अधीन रहना आवश्यक है।

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पवित्र बाइबल

इसलिए समर्पण आवश्यक है। न केवल डर के कारण बल्कि तुम्हारी अपनी चेतना के कारण।

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Hindi Holy Bible

इसलिये आधीन रहना न केवल उस क्रोध से परन्तु डर से अवश्य है, वरन विवेक भी यही गवाही देता है।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

इसलिए न केवल प्रकोप से बचने के लिए, बल्‍कि अन्‍त:करण के कारण भी आप को अधिकारियों के अधीन रहना चाहिए।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

इसलिये अधीन रहना न केवल उस क्रोध के डर से आवश्यक है, वरन् विवेक भी यही गवाही देता है।

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सरल हिन्दी बाइबल

इसलिये यह सही है कि सिर्फ दंड के भय के कारण ही नहीं परंतु अंतरात्मा के हित में भी अधीन रहा जाए.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

इसलिए अधीन रहना न केवल उस क्रोध से परन्तु डर से अवश्य है, वरन् विवेक भी यही गवाही देता है।

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रोमियों 13:5
10 क्रॉस रेफरेंस  

बुद्धिमान के तुल्य कौन है? किसी बात का अर्थ कौन बता सकता है? मनुष्य की बुद्धि उसके मुख को चमका देती है, और उसके मुख की कठोरता जाती रहती है।


मैं कहता हूँ कि परमेश्‍वर के सम्मुख खाई शपथ के कारण तू राजा की आज्ञा मान।


इस कारण मैं भी स्वयं परमेश्‍वर और मनुष्यों के सामने अपने विवेक को निर्दोष रखने का सदा प्रयत्‍न करता हूँ।


इसी कारण तुम कर भी चुकाते हो; क्योंकि अधिकारी परमेश्‍वर के सेवक हैं जो निरंतर इसी सेवा में लगे हैं।


हमारे लिए प्रार्थना करते रहो, क्योंकि हमें निश्‍चय है कि हमारा विवेक शुद्ध है, और हम सब बातों में अच्छी चाल चलना चाहते हैं।


क्योंकि यदि कोई परमेश्‍वर के प्रति सचेत रहकर दुःख उठाते हुए अन्याय को सहता है तो यह प्रशंसनीय है।


और विवेक को शुद्ध रखो, ताकि जो लोग तुम्हारे विरोध में बोलते हैं और मसीह में तुम्हारे अच्छे आचरण का अपमान करते हैं, वे लज्‍जित हों।